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LEVEL 4
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जाने दो कल जितना भी किया था उसमे भी मज़ा आया था.पर आज कल की कसर निकालनी थी.
किरण के बूब्स बड़े थे पर निपल बूब्स के हिसाब से छोटे थे. शायद किरण के पति ने बूब्स को बहोत मसला होगा. किरण का पति आर्मी मे है ,और आर्मी मे लोगो के हाथ मज़बूत होते है. जिस से किरण के बूब्स इतने बड़े हो गये थे.
किरण के पति ने एक काम तो कर दिया था. किरण के बूब्स बड़े कर दिए थे. अब मुझे अपना काम करना था. मुझे निपल को बूब्स के हिसाब से बड़े करने थे.
मैं ने किरण के निपल पर हमला बोल दिया.पहले निपल को चाट कर साफ कर दिया. निपल को चाटने से ,निपल पर मेरा थूक लग गया,थूक से किरण के निपल चमक ने लगे.
निपल पर धीरे से अपनी जीभ से टच कर लेता ,जिसे किरण को बदन मे करेंट लगा जाता.किरण बूब्स चुसाइ का पूरा मज़ा ले रही थी.
जीभ ने अपना काम तो कर दिया था अब बारी थी दांतो की. किरण के निपल को दांतो मे पकड़ कर काटने लगा. तो कभी दांतो मे पकड़ कर खीच लेता.
ऐसा करने से किरण के मूह से चीख निकल गयी. ये क्या कर रहे हो आआअहह दर्द हो रहा है,आआहह थोड़ा आराम से करो.आआहह मज़ा आ रहा है,ऐसे ही करते रहो
किरण के निपल को दांतो से काटने के बाद अब बारी थी होंटो की. निपल को होंटो मे पकड़ कर चूसने लगा.
किरण के बूब्स मे दूध नही था फिर भी मैं बूब्स को चूस रहा था.
किरण-कितना बूब्स के साथ खेलोगे ,कितना तड़पा रहे हो ,असली काम तो सुरू करो.नही तो कल कुछ भी करने नही दूँगी
अवी-मत करने देना. पर आज मुझे अपने तरीके से करने दो
किरण-तुम अपने तरीके से करो पर चूत पर ज़्यादा समय इस्तेमाल करो .
अवी-चलो ठीक है, चूत का मज़ा भी लेता हू
फिर मैं किरण की टाँगो के बीच आ गया. किरण ने मेरे सर के लिए टाँगो को फैला कर जगह बना दी.
कल किरण की चूत टाइट लग रही थी. किसी कुवारि लड़की जो 3 4 चुदाई कर चुकी है ऐसी लग रही थी पर कल मेरा लंड लेने के वजह से थोड़ी खुल गयी थी.
चूत और ना खुल जाए इसी लिए किरण ने सिर्फ़ 1 बार चुदाई करने को कहा है
मैं चूत को पहले अच्छे से देखना चाहता था.मैं ने चूत के होंटो को उंगलियो से पकड़ कर फैला दिया. और किरण की चूत का गुलाबीपन और गहराई देखने लगा.
थोड़ी देर ऐसे ही किरण की चूत को देखता रहा
किरण-देखते रहोगे या कुछ करोगे भी
अवी-तुम बीच मे बोलना बंद करो .नही तो मैं कुछ नही करूँगा. मुझे अपने तरीके से करने दो
चूत को उंगली से फैला रखा था जिससे चूत पर किस करने की बजाय सीधा जीभ चूत मे डाल कर दाने के साथ खेलने लगा और चूत को जीभ से चोदने गया.
किरण की चूत कल अच्छे से चूसी थी फिर भी आज चूसने का मन हो रहा था.रस से भरपूर थी किरण की चूत. जितना रस पियोगे उससे ज़्यादा रस चूत और छोड़ देती जिस से चूत चूसने मे मज़ा आ रहा था.
मैं किरण की चूत को चूस रहा था कि किरण ने फिर अपना मूह खोला ,पर इस बार मूह , लंड लेने के लिए खोला था.
किरण-तुम अकेले मज़ा ले रहे हो मुझे भी अपना लंड चूसने दो
मैं ने किरण को बोलने से मना किया था.पर किरण की ये बात मेरे ही फ़ायदे की थी.
मैं ने चूत को चूसना बंद किया.और खड़े होकर अपने कपड़े निकाल दिए.
अवी-तुम्हे लंड चूसना है
किरण-हाँ,
अवी-69 पोज़िशन मे आते है. तुम मेरा लंड चूस लेना और मैं तुम्हारी चूत...
हम 69 की पोज़िशन मे आ गये, मैं किरण की चूत चाट रहा था
और किरण मेरा लंड .
चूत चूसने से किरण कभी कभी लंड को मूह मे से बाहर निकाल लेती.और अहह ओह की आवाज़ निकालने लग जाती.
मैं किरण की चूत मे उंगली घुसा कर आगे पीछे कर रहा था .और साथ मे चूत को चूस रहा था.
थोड़ी देर हम ने एक दूसरे को चूस कर मज़ा दिया फिर किरण ने अपना मूह फिर खोला.
किरण-अब मेरी प्यास बुझाओ. मुझसे बर्दास्त नही हो रहा है.
अवी-बुझाता हू .
मैं ने चूत चूसना बंद किया और किरण की टांगे चौड़ी करके किरण की चूत पर जीब फिराने लगा .किरण आ ओह हहुहह की आवाज़ निकाल रही थी.
किरण को ज़्यादा तड़पाना ठीक नही था .मैं ने लंड को चूत पर रख दिया और ज़ोर का झटका दिया.और आधा लंड चूत मे डाला.
कल मैं ने किरण की 2 बार चूत की चुदाई की थी.जिस से किरण को दर्द नही हुआ.
किरण के बूब्स बड़े थे पर निपल बूब्स के हिसाब से छोटे थे. शायद किरण के पति ने बूब्स को बहोत मसला होगा. किरण का पति आर्मी मे है ,और आर्मी मे लोगो के हाथ मज़बूत होते है. जिस से किरण के बूब्स इतने बड़े हो गये थे.
किरण के पति ने एक काम तो कर दिया था. किरण के बूब्स बड़े कर दिए थे. अब मुझे अपना काम करना था. मुझे निपल को बूब्स के हिसाब से बड़े करने थे.
मैं ने किरण के निपल पर हमला बोल दिया.पहले निपल को चाट कर साफ कर दिया. निपल को चाटने से ,निपल पर मेरा थूक लग गया,थूक से किरण के निपल चमक ने लगे.
निपल पर धीरे से अपनी जीभ से टच कर लेता ,जिसे किरण को बदन मे करेंट लगा जाता.किरण बूब्स चुसाइ का पूरा मज़ा ले रही थी.
जीभ ने अपना काम तो कर दिया था अब बारी थी दांतो की. किरण के निपल को दांतो मे पकड़ कर काटने लगा. तो कभी दांतो मे पकड़ कर खीच लेता.
ऐसा करने से किरण के मूह से चीख निकल गयी. ये क्या कर रहे हो आआअहह दर्द हो रहा है,आआहह थोड़ा आराम से करो.आआहह मज़ा आ रहा है,ऐसे ही करते रहो
किरण के निपल को दांतो से काटने के बाद अब बारी थी होंटो की. निपल को होंटो मे पकड़ कर चूसने लगा.
किरण के बूब्स मे दूध नही था फिर भी मैं बूब्स को चूस रहा था.
किरण-कितना बूब्स के साथ खेलोगे ,कितना तड़पा रहे हो ,असली काम तो सुरू करो.नही तो कल कुछ भी करने नही दूँगी
अवी-मत करने देना. पर आज मुझे अपने तरीके से करने दो
किरण-तुम अपने तरीके से करो पर चूत पर ज़्यादा समय इस्तेमाल करो .
अवी-चलो ठीक है, चूत का मज़ा भी लेता हू
फिर मैं किरण की टाँगो के बीच आ गया. किरण ने मेरे सर के लिए टाँगो को फैला कर जगह बना दी.
कल किरण की चूत टाइट लग रही थी. किसी कुवारि लड़की जो 3 4 चुदाई कर चुकी है ऐसी लग रही थी पर कल मेरा लंड लेने के वजह से थोड़ी खुल गयी थी.
चूत और ना खुल जाए इसी लिए किरण ने सिर्फ़ 1 बार चुदाई करने को कहा है
मैं चूत को पहले अच्छे से देखना चाहता था.मैं ने चूत के होंटो को उंगलियो से पकड़ कर फैला दिया. और किरण की चूत का गुलाबीपन और गहराई देखने लगा.
थोड़ी देर ऐसे ही किरण की चूत को देखता रहा
किरण-देखते रहोगे या कुछ करोगे भी
अवी-तुम बीच मे बोलना बंद करो .नही तो मैं कुछ नही करूँगा. मुझे अपने तरीके से करने दो
चूत को उंगली से फैला रखा था जिससे चूत पर किस करने की बजाय सीधा जीभ चूत मे डाल कर दाने के साथ खेलने लगा और चूत को जीभ से चोदने गया.
किरण की चूत कल अच्छे से चूसी थी फिर भी आज चूसने का मन हो रहा था.रस से भरपूर थी किरण की चूत. जितना रस पियोगे उससे ज़्यादा रस चूत और छोड़ देती जिस से चूत चूसने मे मज़ा आ रहा था.
मैं किरण की चूत को चूस रहा था कि किरण ने फिर अपना मूह खोला ,पर इस बार मूह , लंड लेने के लिए खोला था.
किरण-तुम अकेले मज़ा ले रहे हो मुझे भी अपना लंड चूसने दो
मैं ने किरण को बोलने से मना किया था.पर किरण की ये बात मेरे ही फ़ायदे की थी.
मैं ने चूत को चूसना बंद किया.और खड़े होकर अपने कपड़े निकाल दिए.
अवी-तुम्हे लंड चूसना है
किरण-हाँ,
अवी-69 पोज़िशन मे आते है. तुम मेरा लंड चूस लेना और मैं तुम्हारी चूत...
हम 69 की पोज़िशन मे आ गये, मैं किरण की चूत चाट रहा था
और किरण मेरा लंड .
चूत चूसने से किरण कभी कभी लंड को मूह मे से बाहर निकाल लेती.और अहह ओह की आवाज़ निकालने लग जाती.
मैं किरण की चूत मे उंगली घुसा कर आगे पीछे कर रहा था .और साथ मे चूत को चूस रहा था.
थोड़ी देर हम ने एक दूसरे को चूस कर मज़ा दिया फिर किरण ने अपना मूह फिर खोला.
किरण-अब मेरी प्यास बुझाओ. मुझसे बर्दास्त नही हो रहा है.
अवी-बुझाता हू .
मैं ने चूत चूसना बंद किया और किरण की टांगे चौड़ी करके किरण की चूत पर जीब फिराने लगा .किरण आ ओह हहुहह की आवाज़ निकाल रही थी.
किरण को ज़्यादा तड़पाना ठीक नही था .मैं ने लंड को चूत पर रख दिया और ज़ोर का झटका दिया.और आधा लंड चूत मे डाला.
कल मैं ने किरण की 2 बार चूत की चुदाई की थी.जिस से किरण को दर्द नही हुआ.