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LEVEL 9
310 XP
सुबह उठा तो खुद को अकेला पाया और नंगा । मैने घरी देखा तो सोक गया घड़ी में 8 बज रहे थे । में जल्दी से हड़बड़ा के उठा और बाथरूम में भागा ।
नहा धो कर आधे घंटे में निकला और सिर्फ तोलिए में ही आधे गीले बदन ले कर किचन में गया । प्यारी सासु मां भी नहा धो के तैयार थी गीली लंबी बाल उनकी कमर छू रही थी । उन्हे देखते ही राति की यादें ताजा हो गया और में खुशनुमा हो कर जान बूझ कर अंगराई ले कर उनके पास गया और गोला " गुड मॉर्निंग। क्या बना रही हो "
सासू मां शर्माती हुई मुस्कुराई और मेरी तरफ़ बिना देखे बोली " ब्रेड अमोलेट बन रहा है । जाओ में लाती हूं "
में बोला " अच्छा " और उनकी कलाई पकड़ के अपनी और खींचा ।
नाजुक बदन की सासु मां मेरे छीने में आ पड़ी और बुरी तरह शर्मा गई । मैने उनकी माथे पर किस किया और फिर जैसे ही होठों पर किस करना चाहा सासु मां ने मेरे होठों पर उंगली रख कर गंभीरता से बोली " हम ये गलत कर रहे हे। में अपनी बेटी की जिंदगी बरबाद होते हुए नही देख सकती । हमे यही रुक जाना चाहिए "
नहाते हुए में यही सब बातों को के बारे में सोच रहा था और पता था मेरी सासु मां इस बात का जिक्र करेगी । तो में पहले से ही तैयार था और में सासु मां की चेहरे को अपनी हथेली पर ले कर बोला " बरबाद तब होगी जब में आपको अपना कर उसे छोड़ दूंगा । में तो आप दोनो को अपना रहा हूं । " और मजाक में बोला " सोमवार से शुक्रवार तक आप मेरी बीवी । शनिवार और रविबार आप भाड़ में जाओ "
ये बोल कर में दो कदम पीछे हट गया तब सासु मां की सकल देखने लायक थी । वो बोली " क्या बोला तुमने फिर से बोलो जरा । क्या बोला भाड़ में जाओ "
यही तो औरतों का मजा होता है मीठी नोक जोक छेड़छाड़ यही तो मर्दों का दिल खुशनुमा करता हे । में भागने लगा सासु मां तुरंत गैस ऑफ करती है और चमची उठा कर मेरे पीछे भागती है । में भी कुछ कम नही था सासु मां को सोफे का 10 शक्कर लगवाता हूं ।
मुझे ना पकड़ सकी और और सासु मां सोफे पर थक हार के बैठ गई मैं सोफे पर लेट जाता हूं और उनकी गोद में सर रख कर प्यार भरी नजरो से उन्हे देखता रहता हूं ।
सासू मां मेरी बालों पर हाथ फिरती हुई बोली " वादा करो इससे तुम मेरी बेटी से जरा भी कम प्यार करने में कमी नही करोगे"
में सासु मां की हाथ चूम कर बोला " वादा हे । 7 वचन का वादा किया है एक वचन टूट गया हे जो आपको भी प्यार करने के लिए तोड़ना पड़ा । पर में सुहाना के साथ 6 वचन मरते दम तक निभाऊंगा "
सासू मां मुस्कुरा कर बोलो " मेरे साथ कितने वचन निभाओगे । "
में मुस्कुरा कर उनकी नाभि पर जीव डाल देता हूं । सासू मा भी कम गर्म औरत नही थी सिसकती हुई मेरे सर कर अपनी पेट पर दबा देती हे और बस क्या था ऊनकी बदन से खुशुदार साबुन की महक आ रही थी और मैं उनकी संकरी नाभि पर जीव कुरेदते हुए एक हाथ से चूची मसलने लगता हूं । सासू मां गर्मी आह भरते हुए मेरे सर सहला रही होती हे।
में धीरे धीरे उनकी मखमली पेट दातों से धीरे धीरे काट के चूसता रहता हूं । सुहाना पतली थी उनकी बदन पर जरा भी चर्बी नही थी पर उनकी मां चर्बी से भरे हुए थे एक अलग ही मजा था ।
सासू मां ने तो ब्रा भी नही पहना था उनकी चूची मसलते मसलते उनकी ब्लाउज की हूक टूट ही जाती हे जो एक हूक बचा था वो में खोल देता हूं और उनकी नंगी चूचियां मसलने लगा। तब सासु मां खुद झुक कर मेरे मुंह में चूचियां देती हे । उनकी एक चूची की गेहूंये रंग की अंगूर जितनी मोटी घुंडी मुंह में ले कर चूसने लगा ।
सासू मां की चेहरे को प्रतिक्रिया देखने लायक थी उसे परमांद आ रहा था । मस्ती में आह्ह्हह्हह इस उफ्फ करती हुई अपनी चूचियां चुस्वाने लगी ।
काफी देर तक में उनकी चूचियां चूसता रहता हूं और दातों से भी धीरे धीरे काट लेता था जिससे सासु मां और उत्तेजित हो जाती थी और कसमसा के रही जाती ।
में उठा और सासु मां की ब्लाउज उतार कर उनकी सारी उतरने लगा सासु मां तब क्यू नजाने शर्म लाल गुलाबी हो रही थी । में उनको पूरा नंगा कर सोफे पर बिठा कर उनकी टांगे खोल के उनकी चूत देखने लग जाता हूं जो की कामरस से चूत की होठ चमक रही थी । मुझे अपनी चूत पर घूरते हुए पा कर सासु मां शर्मा रही थी ।
मुझे हसी आई सासु जूठा गुस्सा दिखा के मेरी मुंह नौच लिया और बोली " बोहोत कामिनें हो । कुत्ता हो "
में दूर से ही चुम्बन देता हूं जिससे सासु मां मुस्कुराती हुई मुंह फेर लेती है। में उसे चिढ़ाने के लिए बोला " हाय कहा छुपा के रखा था ना अपनी ऐसी हुस्न को "
सासू मां और शर्मा गई " पिटोगे तुम । नालायक। कुत्ता कामिना "
में मुस्कुरा कर उनकी चूत पर चूम के उनकी आखों में देखने लगा और सासु मां शर्माती हुई मुंह फेरने लगी । में फिर जीव निकाल कर चूत की दना चाटने लगा धीरे धीरे मैने देखा सासु मां आनंद में सर पीछे की और गिरा के आंखे बंद कर लुफ्त उठाने लगी ।
में उनकी खूबसूरत और कामुक चूत को चाट चाट के उंगली भी करने लगा । और धीरे धीरे जीव नीचे ले गया उनकी गांड की छेद की छल्ला चाटने लगा । सासू मां तुरंत ही सर उठा के देखने लगी और जब मैने आंख मारी सासु मां ने मेरे सर पर छपाट लगा के मेरा सर दूर कर के ऊपर चढ़क कर बैठ गई । मैने सोचा अभी नही तो बाद में ही सही और में अपनी टांगे फैला के बैठ गया । और में सासु मां की आखों में देखने लगा ।
नहा धो कर आधे घंटे में निकला और सिर्फ तोलिए में ही आधे गीले बदन ले कर किचन में गया । प्यारी सासु मां भी नहा धो के तैयार थी गीली लंबी बाल उनकी कमर छू रही थी । उन्हे देखते ही राति की यादें ताजा हो गया और में खुशनुमा हो कर जान बूझ कर अंगराई ले कर उनके पास गया और गोला " गुड मॉर्निंग। क्या बना रही हो "
सासू मां शर्माती हुई मुस्कुराई और मेरी तरफ़ बिना देखे बोली " ब्रेड अमोलेट बन रहा है । जाओ में लाती हूं "
में बोला " अच्छा " और उनकी कलाई पकड़ के अपनी और खींचा ।
नाजुक बदन की सासु मां मेरे छीने में आ पड़ी और बुरी तरह शर्मा गई । मैने उनकी माथे पर किस किया और फिर जैसे ही होठों पर किस करना चाहा सासु मां ने मेरे होठों पर उंगली रख कर गंभीरता से बोली " हम ये गलत कर रहे हे। में अपनी बेटी की जिंदगी बरबाद होते हुए नही देख सकती । हमे यही रुक जाना चाहिए "
नहाते हुए में यही सब बातों को के बारे में सोच रहा था और पता था मेरी सासु मां इस बात का जिक्र करेगी । तो में पहले से ही तैयार था और में सासु मां की चेहरे को अपनी हथेली पर ले कर बोला " बरबाद तब होगी जब में आपको अपना कर उसे छोड़ दूंगा । में तो आप दोनो को अपना रहा हूं । " और मजाक में बोला " सोमवार से शुक्रवार तक आप मेरी बीवी । शनिवार और रविबार आप भाड़ में जाओ "
ये बोल कर में दो कदम पीछे हट गया तब सासु मां की सकल देखने लायक थी । वो बोली " क्या बोला तुमने फिर से बोलो जरा । क्या बोला भाड़ में जाओ "
यही तो औरतों का मजा होता है मीठी नोक जोक छेड़छाड़ यही तो मर्दों का दिल खुशनुमा करता हे । में भागने लगा सासु मां तुरंत गैस ऑफ करती है और चमची उठा कर मेरे पीछे भागती है । में भी कुछ कम नही था सासु मां को सोफे का 10 शक्कर लगवाता हूं ।
मुझे ना पकड़ सकी और और सासु मां सोफे पर थक हार के बैठ गई मैं सोफे पर लेट जाता हूं और उनकी गोद में सर रख कर प्यार भरी नजरो से उन्हे देखता रहता हूं ।
सासू मां मेरी बालों पर हाथ फिरती हुई बोली " वादा करो इससे तुम मेरी बेटी से जरा भी कम प्यार करने में कमी नही करोगे"
में सासु मां की हाथ चूम कर बोला " वादा हे । 7 वचन का वादा किया है एक वचन टूट गया हे जो आपको भी प्यार करने के लिए तोड़ना पड़ा । पर में सुहाना के साथ 6 वचन मरते दम तक निभाऊंगा "
सासू मां मुस्कुरा कर बोलो " मेरे साथ कितने वचन निभाओगे । "
में मुस्कुरा कर उनकी नाभि पर जीव डाल देता हूं । सासू मा भी कम गर्म औरत नही थी सिसकती हुई मेरे सर कर अपनी पेट पर दबा देती हे और बस क्या था ऊनकी बदन से खुशुदार साबुन की महक आ रही थी और मैं उनकी संकरी नाभि पर जीव कुरेदते हुए एक हाथ से चूची मसलने लगता हूं । सासू मां गर्मी आह भरते हुए मेरे सर सहला रही होती हे।
में धीरे धीरे उनकी मखमली पेट दातों से धीरे धीरे काट के चूसता रहता हूं । सुहाना पतली थी उनकी बदन पर जरा भी चर्बी नही थी पर उनकी मां चर्बी से भरे हुए थे एक अलग ही मजा था ।
सासू मां ने तो ब्रा भी नही पहना था उनकी चूची मसलते मसलते उनकी ब्लाउज की हूक टूट ही जाती हे जो एक हूक बचा था वो में खोल देता हूं और उनकी नंगी चूचियां मसलने लगा। तब सासु मां खुद झुक कर मेरे मुंह में चूचियां देती हे । उनकी एक चूची की गेहूंये रंग की अंगूर जितनी मोटी घुंडी मुंह में ले कर चूसने लगा ।
सासू मां की चेहरे को प्रतिक्रिया देखने लायक थी उसे परमांद आ रहा था । मस्ती में आह्ह्हह्हह इस उफ्फ करती हुई अपनी चूचियां चुस्वाने लगी ।
काफी देर तक में उनकी चूचियां चूसता रहता हूं और दातों से भी धीरे धीरे काट लेता था जिससे सासु मां और उत्तेजित हो जाती थी और कसमसा के रही जाती ।
में उठा और सासु मां की ब्लाउज उतार कर उनकी सारी उतरने लगा सासु मां तब क्यू नजाने शर्म लाल गुलाबी हो रही थी । में उनको पूरा नंगा कर सोफे पर बिठा कर उनकी टांगे खोल के उनकी चूत देखने लग जाता हूं जो की कामरस से चूत की होठ चमक रही थी । मुझे अपनी चूत पर घूरते हुए पा कर सासु मां शर्मा रही थी ।
मुझे हसी आई सासु जूठा गुस्सा दिखा के मेरी मुंह नौच लिया और बोली " बोहोत कामिनें हो । कुत्ता हो "
में दूर से ही चुम्बन देता हूं जिससे सासु मां मुस्कुराती हुई मुंह फेर लेती है। में उसे चिढ़ाने के लिए बोला " हाय कहा छुपा के रखा था ना अपनी ऐसी हुस्न को "
सासू मां और शर्मा गई " पिटोगे तुम । नालायक। कुत्ता कामिना "
में मुस्कुरा कर उनकी चूत पर चूम के उनकी आखों में देखने लगा और सासु मां शर्माती हुई मुंह फेरने लगी । में फिर जीव निकाल कर चूत की दना चाटने लगा धीरे धीरे मैने देखा सासु मां आनंद में सर पीछे की और गिरा के आंखे बंद कर लुफ्त उठाने लगी ।
में उनकी खूबसूरत और कामुक चूत को चाट चाट के उंगली भी करने लगा । और धीरे धीरे जीव नीचे ले गया उनकी गांड की छेद की छल्ला चाटने लगा । सासू मां तुरंत ही सर उठा के देखने लगी और जब मैने आंख मारी सासु मां ने मेरे सर पर छपाट लगा के मेरा सर दूर कर के ऊपर चढ़क कर बैठ गई । मैने सोचा अभी नही तो बाद में ही सही और में अपनी टांगे फैला के बैठ गया । और में सासु मां की आखों में देखने लगा ।