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रोतेन भी उसके बगल में लेट गया दोनो ही कुछ देर शांति से बिना बात किया लेते रहे । कुछ देर बाद रोटेन समुंदर में उतरा और नहाने लगा । लेकिन प्रणिता उसको किनारे पे बैठ के देख रही थी ।
रिटेन उसे इशारे से बुलाता है लेकिन प्रणिता ना में शिर हिलाती है तो रोटेन कोई बार पुकार के इशारे से उसे पास जाने को बोला ।
प्रणिता की कमर में अभी भी स्कर्ट अटकी हुई थी वो उसे उतारती है और समुंदर में जाती है । रोटेन घुटनो तक पानी में था । वो प्रणिता को बाहों में भर के होंठ से होंठ मिला देता है ।
प्रणिता भी उसका भरपूर साथ देती है । रोटेन होंठ चूसते हुए दोनो हाथों से प्रणिता की गोधूर गांड की गोलियां पंजों में जोर से मसलने लगा प्रणिता की उन अंगो में जैसे काम उत्तेजना की तार लगी हुई थी जैसे ही छेड़ा उसकी काम वासना जाग उठी ।
रोटेन मसल मसल के जोर जोर से थप्पड़ भी लगा देता और प्रणिता जोश में रोटेन की मुंह में जीव डाल के चुस्की मारती ।
रोटेन ने अच्छे से होंठ चूसने के बाद प्रणिता की गर्दन और कंधा चूम चूम के और उत्तेजित किया ।
फिर प्रणिता को घुटनों पर बैठा दिया । प्रणिता समझ गई और उसने अपनी मुट्ठी में लंड को पकड़ा । उसने देखा पूरी तरह से मुट्ठी बंद ही नहीं हो रही है । उसके मन में खयाल आई उसके पति से काफी ज्यादा मोटा हे और दो ढाई इंच लम्बा भी है ।
कितने गोरा है और सुपाड़ा कितना लाल हे उसके मुंह से लार टपका और गोप गोप चूसने लगी मुंह में जम रही लार भी गटक रही थी । लेकिन अपने पति का चूसते वक्त वो लार जमने ही नेही देती थी ।
रोटेन उसका शिर पकड़ कर आनंद में बोल रहा था " वाओ काफी अच्छा चूसती हो "
तारीफ सुन के प्रणिता और लार जमा कर के गिला कर के चूसने लगी और कभी कभी अंदर घुसाने की कशिश करती खुद ही ।
कुछ मिनिट चुछवाने के बाद रोटेन उसे खड़ा कर देता है और एक ऊपर उठा लेता है । प्रणिता ने समझ गई रोटेन उसकी खड़े खड़े ही समुंदर में लेने वाली है । और वो भी जितना हो सके अपनी एक टांग उठा के रोटेन के गले ने बाहें डाल के पकड़ बना लेती है ।
रोटेन उसकी चूत ने लंड डाल के दूसरे हाथ से कमर पकड़ के नीचे से हल्के हल्के धक्के लगाने शुरू कर देते हे ।
प्रणिता ध्यान दिया की इस बार रोटेन बोहोत सैंसुअल तरीके पेश आ रहा है बिल्कुल भी पिछली बार की तरह हवस नहीं दिखा रहा है और उसकी आंखो में प्यार भरी नजरों से देख रहा था । प्रणिता भी मीठी आनंद में निचला होंठ दातों में दबा के कामुक नजरो से देखती रहती हे ।
रिटेन उसे इशारे से बुलाता है लेकिन प्रणिता ना में शिर हिलाती है तो रोटेन कोई बार पुकार के इशारे से उसे पास जाने को बोला ।
प्रणिता की कमर में अभी भी स्कर्ट अटकी हुई थी वो उसे उतारती है और समुंदर में जाती है । रोटेन घुटनो तक पानी में था । वो प्रणिता को बाहों में भर के होंठ से होंठ मिला देता है ।
प्रणिता भी उसका भरपूर साथ देती है । रोटेन होंठ चूसते हुए दोनो हाथों से प्रणिता की गोधूर गांड की गोलियां पंजों में जोर से मसलने लगा प्रणिता की उन अंगो में जैसे काम उत्तेजना की तार लगी हुई थी जैसे ही छेड़ा उसकी काम वासना जाग उठी ।
रोटेन मसल मसल के जोर जोर से थप्पड़ भी लगा देता और प्रणिता जोश में रोटेन की मुंह में जीव डाल के चुस्की मारती ।
रोटेन ने अच्छे से होंठ चूसने के बाद प्रणिता की गर्दन और कंधा चूम चूम के और उत्तेजित किया ।
फिर प्रणिता को घुटनों पर बैठा दिया । प्रणिता समझ गई और उसने अपनी मुट्ठी में लंड को पकड़ा । उसने देखा पूरी तरह से मुट्ठी बंद ही नहीं हो रही है । उसके मन में खयाल आई उसके पति से काफी ज्यादा मोटा हे और दो ढाई इंच लम्बा भी है ।
कितने गोरा है और सुपाड़ा कितना लाल हे उसके मुंह से लार टपका और गोप गोप चूसने लगी मुंह में जम रही लार भी गटक रही थी । लेकिन अपने पति का चूसते वक्त वो लार जमने ही नेही देती थी ।
रोटेन उसका शिर पकड़ कर आनंद में बोल रहा था " वाओ काफी अच्छा चूसती हो "
तारीफ सुन के प्रणिता और लार जमा कर के गिला कर के चूसने लगी और कभी कभी अंदर घुसाने की कशिश करती खुद ही ।
कुछ मिनिट चुछवाने के बाद रोटेन उसे खड़ा कर देता है और एक ऊपर उठा लेता है । प्रणिता ने समझ गई रोटेन उसकी खड़े खड़े ही समुंदर में लेने वाली है । और वो भी जितना हो सके अपनी एक टांग उठा के रोटेन के गले ने बाहें डाल के पकड़ बना लेती है ।
रोटेन उसकी चूत ने लंड डाल के दूसरे हाथ से कमर पकड़ के नीचे से हल्के हल्के धक्के लगाने शुरू कर देते हे ।
प्रणिता ध्यान दिया की इस बार रोटेन बोहोत सैंसुअल तरीके पेश आ रहा है बिल्कुल भी पिछली बार की तरह हवस नहीं दिखा रहा है और उसकी आंखो में प्यार भरी नजरों से देख रहा था । प्रणिता भी मीठी आनंद में निचला होंठ दातों में दबा के कामुक नजरो से देखती रहती हे ।