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LEVEL 1
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प्रणिता तो उसकी अंदाज देख के ही घायल हो रही थी वो मुस्कुराई ।
मुकुल बोला " जान तुम्हे मजा दे रहा हूं इतना मुझे भी तो थोड़ा मजा लेंने दो "
प्रणिता कुछ नही बोलती । रॉब प्रणिता को शो पिच पुतले की तरह घुमाते बोला " बाडी क्या माल है तुम्हारी " और पीठ पर नाक रगड़ के लंबी सांस ले के बोला " आई लाइक योर स्मेल ऑफ स्वीट गॉर्जियस लेडी "
प्रणिता जो सुबह को नहा धो के निकली थी घूम फिरने आने के बाद नहाई नही । उसकी बदन से पसीने की और परफ्यूम की महक आ रही थी । प्रणिता को भी रॉब के परफ्यूम और मर्दानी घ्राण पागल कर रही थी और जब उसने सुना की उसकी जिस्म की कच्ची मेहेक रॉब को अच्छा लग रहा है तो वो और खुशी मेहसूस करती ही। उसकी चूत रस बेहना शुरू कर देता हे ।
रॉब जोशीले अंदाज से प्रणिता की पल्लू गिरा देता है और प्रणिता जिस्म को पकड़ पकड़ के अपनी मजबूत पंजों से मसल देता हे । प्रणिता को मीठा दर्द के साथ मसलने की भरपूर आनंद आती है।
रॉब बोला " है मेन तुम्हारी बीवी को थोड़ा डोमिनेट करूंगा तो तुम्हे कोई प्रॉब्लम तो नहीं ना । सरिशफैक सेक्स में थोड़ा डॉमिनेट हो तो मजा आता है "
मुकुल बोला " नो मेन कोई प्राब्लम नही हे मुझे "
प्रणिता अपने पति को घूरती है । कैसे उसका पति ऐसे अनजान के साथ अपनी बीवी को मसलवाने के लिए अनुमति दे रहा है । और प्रणिता के देखते ही मुकुल नज़रे फेर लेता है । प्रणिता को थोड़ा गुस्सा आया की अब क्यू अपनी पत्नी की आंखों में आंखे डाला नहीं जा रहा है ।
रॉब पीछे से ब्लाउस के ऊपर से ही प्रणिता की चूचियां मसलने लगा । प्रणिता आनन्द में पीछे अपनी शिर रॉब के चौड़ी छाती पे रख देती है और एक हाथ ऊपर उठा के रॉब के गर्दन पकड़ के अपनी होंठ खोल देती है । रॉब समझ जाता है प्रणिता क्या चाहती हे ।
रॉब उसकी होंठ चूमने से पहले पूछा " मजा आ रहा "
प्रणिता पलके झपका के हा में शिर हिलाती हे । रॉब पेशनिएट तरीके से प्रणिता की होंठ चूसने लगा चूचियां मसलते हुए ।
रॉब अचानक एक झटके में ब्लाउज फाड़ देता है और फिर लाल ब्रा को भी फाड़ देता हे । प्रणिता की बदन सिहरन दौड़ गई क्या मर्दाना ताकत है रॉब की । मन ही मन इतना खुश हुई की और कही ना कही शुक्रिया करने लगी अपनी पति का की अच्छा हुआ आप कुकोल्ड बने और ऐसे पेहेलवान के हाथो मुझे सौप दिया ।
रही बची कुछी अपनी सती होने का मर्यादा मान रखने वाली विश्वास भी अपनी काम वासना में भूला दी ।
रॉब उसे घुमा के सामने की तरफ कर प्रणिता की कंधे पर दवाब दे के घुटने पे कर देता है और जींस से अपनी बेल्ट निकाल कर बोला " बेब्स कॉमन सक मि "
प्रणिता मुस्कुराती हुई उसके जींस के हुक खोलने लगे । उसकी मन ये सोच के उछल रही थी इसका तो बोहोत बड़ा होगा ।
रॉब मुकुल से बोला " है मेन तुम भी कपड़े उतार के यहां खड़े हो जाओ "
ये सुनते ही मुकुल कुछी सेकंड में नंगा हो कर प्रणिता के सामने था । प्रणिता तब तक रॉब की जींस और अंडरवियर घुटने तक नीचे कर देता है ।
मुकुल की आंखे फटी की फटी रही । प्रणिता की आंखे भी बड़ी हो गई और मुंह पे हाथ रख के मन में बोली " ये तो उस लड़के रोटेन से भी बड़ा है । बापरे ये जा पायेगा मेरे अंदर आधा ही घुस पाना मुस्किल है तो "
रॉब मुस्कुरा के मुकुल के लंड की तरफ इशारा कर के बोला " आज के बाद इसको भूल जाओगे "
मुकुल बोला " जान तुम्हे मजा दे रहा हूं इतना मुझे भी तो थोड़ा मजा लेंने दो "
प्रणिता कुछ नही बोलती । रॉब प्रणिता को शो पिच पुतले की तरह घुमाते बोला " बाडी क्या माल है तुम्हारी " और पीठ पर नाक रगड़ के लंबी सांस ले के बोला " आई लाइक योर स्मेल ऑफ स्वीट गॉर्जियस लेडी "
प्रणिता जो सुबह को नहा धो के निकली थी घूम फिरने आने के बाद नहाई नही । उसकी बदन से पसीने की और परफ्यूम की महक आ रही थी । प्रणिता को भी रॉब के परफ्यूम और मर्दानी घ्राण पागल कर रही थी और जब उसने सुना की उसकी जिस्म की कच्ची मेहेक रॉब को अच्छा लग रहा है तो वो और खुशी मेहसूस करती ही। उसकी चूत रस बेहना शुरू कर देता हे ।
रॉब जोशीले अंदाज से प्रणिता की पल्लू गिरा देता है और प्रणिता जिस्म को पकड़ पकड़ के अपनी मजबूत पंजों से मसल देता हे । प्रणिता को मीठा दर्द के साथ मसलने की भरपूर आनंद आती है।
रॉब बोला " है मेन तुम्हारी बीवी को थोड़ा डोमिनेट करूंगा तो तुम्हे कोई प्रॉब्लम तो नहीं ना । सरिशफैक सेक्स में थोड़ा डॉमिनेट हो तो मजा आता है "
मुकुल बोला " नो मेन कोई प्राब्लम नही हे मुझे "
प्रणिता अपने पति को घूरती है । कैसे उसका पति ऐसे अनजान के साथ अपनी बीवी को मसलवाने के लिए अनुमति दे रहा है । और प्रणिता के देखते ही मुकुल नज़रे फेर लेता है । प्रणिता को थोड़ा गुस्सा आया की अब क्यू अपनी पत्नी की आंखों में आंखे डाला नहीं जा रहा है ।
रॉब पीछे से ब्लाउस के ऊपर से ही प्रणिता की चूचियां मसलने लगा । प्रणिता आनन्द में पीछे अपनी शिर रॉब के चौड़ी छाती पे रख देती है और एक हाथ ऊपर उठा के रॉब के गर्दन पकड़ के अपनी होंठ खोल देती है । रॉब समझ जाता है प्रणिता क्या चाहती हे ।
रॉब उसकी होंठ चूमने से पहले पूछा " मजा आ रहा "
प्रणिता पलके झपका के हा में शिर हिलाती हे । रॉब पेशनिएट तरीके से प्रणिता की होंठ चूसने लगा चूचियां मसलते हुए ।
रॉब अचानक एक झटके में ब्लाउज फाड़ देता है और फिर लाल ब्रा को भी फाड़ देता हे । प्रणिता की बदन सिहरन दौड़ गई क्या मर्दाना ताकत है रॉब की । मन ही मन इतना खुश हुई की और कही ना कही शुक्रिया करने लगी अपनी पति का की अच्छा हुआ आप कुकोल्ड बने और ऐसे पेहेलवान के हाथो मुझे सौप दिया ।
रही बची कुछी अपनी सती होने का मर्यादा मान रखने वाली विश्वास भी अपनी काम वासना में भूला दी ।
रॉब उसे घुमा के सामने की तरफ कर प्रणिता की कंधे पर दवाब दे के घुटने पे कर देता है और जींस से अपनी बेल्ट निकाल कर बोला " बेब्स कॉमन सक मि "
प्रणिता मुस्कुराती हुई उसके जींस के हुक खोलने लगे । उसकी मन ये सोच के उछल रही थी इसका तो बोहोत बड़ा होगा ।
रॉब मुकुल से बोला " है मेन तुम भी कपड़े उतार के यहां खड़े हो जाओ "
ये सुनते ही मुकुल कुछी सेकंड में नंगा हो कर प्रणिता के सामने था । प्रणिता तब तक रॉब की जींस और अंडरवियर घुटने तक नीचे कर देता है ।
मुकुल की आंखे फटी की फटी रही । प्रणिता की आंखे भी बड़ी हो गई और मुंह पे हाथ रख के मन में बोली " ये तो उस लड़के रोटेन से भी बड़ा है । बापरे ये जा पायेगा मेरे अंदर आधा ही घुस पाना मुस्किल है तो "
रॉब मुस्कुरा के मुकुल के लंड की तरफ इशारा कर के बोला " आज के बाद इसको भूल जाओगे "