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LEVEL 2
80 XP
गुंजन और कारेल मिया दोनो एक नाश्ता कर के उठे ।
" तो भाई साब आप रहिए । मैंने बोल दिया हे नौकरानी को वो आपका कमरा लगा देंगे । मुझे स्कूल के लिए देर हो रही हे । "
" अरे तो में आपको छोड़ देता हूं ना में उसी तरफ काम से जा रहा हूं ।"
" अरे नही नही मेरा ड्राइवर है ना । आप क्यू तकलीफ कर रहे है "
" अरे इसमें तकलीफ किसी । में भी उसी तरफ जा रहा हूं तो साथ चलते हे ना थोड़ी गुफ्तगू हो जायेगी और जान पहचान होगी हमारी "
गुंजन अब भला कैसे माना करे उसे । उसने भी आखिर में हां कह दी ।
कारेल मिया ड्राइव कर रहा था और को ड्राइवर सीट पे गुंजन बैठी । दोनो में एक दो बाते होने लगी । कारेल रसक बाते करने में महारथ वरदान थी । कुछ किस्सा सुना के गुंजन को हसा रही थी ।
थोरी देर बाद गुंजन को कुछ याद आता है । " ओह हो में पानी लाना भूल गई "
कारेल साइड में कार रोक के बोला " रुकिए में लाता हूं पानी आपके लिए "
" अरे नही नेही स्कूल में मिल जायेंगे "
" भाबीजी एक पानी का बॉटल लाने से मेरे हाथ नही दिखेंगे और ना ही पेड़ । आप यही बैठिए "
कारेल मिया कार से उतर के एक दुकान से पानी का बॉटल खरीद लिया । यह कार में बैठी बैठी गुंजन सोच रही थी कुछ ज्यादा ही वफादारी खिदमदगिरी दिखा रहा हे । बस दो तीन दिन रुकने दून फिर में ही उसे भगा दूंगी ।
बाहर किसी के नजर में ना आते हुए कारेल मिया अपनी जेब से एक इंटेक्शन निकल के बॉटल पे लगा दिया । पता नही क्या था वोही जाने उस इंजेक्शन में ।
" ये लीजिए आपका पानी "
" शुक्रिया "
कारेल ने कार आगे बढ़ा दी । और कूची देर में गुंजन का स्कूल आ गया ।
" लो आ गई आपकी स्कूल । "
" ओके शुक्रिया आपका । बाई घर पे मिलेंगे "
गुंजन कार से निकाल के चली गई और कारेल उसकी पतली कमर की चाल थिरकती हुई मोटी गांड देखते हुए जोर से अपना लन्ड मसल दिया ।
" तो भाई साब आप रहिए । मैंने बोल दिया हे नौकरानी को वो आपका कमरा लगा देंगे । मुझे स्कूल के लिए देर हो रही हे । "
" अरे तो में आपको छोड़ देता हूं ना में उसी तरफ काम से जा रहा हूं ।"
" अरे नही नही मेरा ड्राइवर है ना । आप क्यू तकलीफ कर रहे है "
" अरे इसमें तकलीफ किसी । में भी उसी तरफ जा रहा हूं तो साथ चलते हे ना थोड़ी गुफ्तगू हो जायेगी और जान पहचान होगी हमारी "
गुंजन अब भला कैसे माना करे उसे । उसने भी आखिर में हां कह दी ।
कारेल मिया ड्राइव कर रहा था और को ड्राइवर सीट पे गुंजन बैठी । दोनो में एक दो बाते होने लगी । कारेल रसक बाते करने में महारथ वरदान थी । कुछ किस्सा सुना के गुंजन को हसा रही थी ।
थोरी देर बाद गुंजन को कुछ याद आता है । " ओह हो में पानी लाना भूल गई "
कारेल साइड में कार रोक के बोला " रुकिए में लाता हूं पानी आपके लिए "
" अरे नही नेही स्कूल में मिल जायेंगे "
" भाबीजी एक पानी का बॉटल लाने से मेरे हाथ नही दिखेंगे और ना ही पेड़ । आप यही बैठिए "
कारेल मिया कार से उतर के एक दुकान से पानी का बॉटल खरीद लिया । यह कार में बैठी बैठी गुंजन सोच रही थी कुछ ज्यादा ही वफादारी खिदमदगिरी दिखा रहा हे । बस दो तीन दिन रुकने दून फिर में ही उसे भगा दूंगी ।
बाहर किसी के नजर में ना आते हुए कारेल मिया अपनी जेब से एक इंटेक्शन निकल के बॉटल पे लगा दिया । पता नही क्या था वोही जाने उस इंजेक्शन में ।
" ये लीजिए आपका पानी "
" शुक्रिया "
कारेल ने कार आगे बढ़ा दी । और कूची देर में गुंजन का स्कूल आ गया ।
" लो आ गई आपकी स्कूल । "
" ओके शुक्रिया आपका । बाई घर पे मिलेंगे "
गुंजन कार से निकाल के चली गई और कारेल उसकी पतली कमर की चाल थिरकती हुई मोटी गांड देखते हुए जोर से अपना लन्ड मसल दिया ।