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हवस संग जो रास रसाया, हवस का फिर न छूटे साया:
नमस्कार दोस्तों , ये मेरी पहली स्टोरी हे, जिसमे मेने कुछ मसाला कुछ असली घटनाएं मिलाके एक नयी तरह कि स्टोरी बनाने का प्रयास किया हे | ये स्टोरी मोड कुछ इस प्रकार हे कि मुझे लगता हे कि हर बन्दा शायद अपने आपको इस स्टोरी से जोड़ पायेगा |स्टोरी लिखने मे कोई मास्टरी तो नहीं हे , इसिलए शब्दो का चयन शायद इतना अच्छा न हो |
NOTE : is lekh me bahut jagah :animated GIF ka instemal he lease pura load hone de , agar aapko sampuran aanand lena he to.
बकवास बंद और स्टोरी चालू:
भाई कम्बख्त जवानी , जैसे ही चढ़ती हे , दिमाग सिर्फ चोदा चादी सोचता हे दिन भर , मन करता हे किसी लड़की कि गांड मार दू
मन करता हे बस कोई चूत मिल जाए, या कोई डायरेक्टर आके पोर्न स्टार बना दे , चोदा चादी भी हो जायेगी और पैसे के पैसे भी कमा लेंगे |आज कल कि लोंडिया भी टाइट जीन्स पहनती हे जिनमे से उनकी गांड कि उभार देखते ही लंड का मन करता हे के बस जाके फस जाए उसकी गुदा में , छोड़ दू अपना पानी , कर मारु साली रंडियो के साथ गुदा मैथुन |बस येही सोचते सोचते में मुठ मारने कि सोच रहा था |
सामने मेरी मामा कि लड़की चीनू (उम्र १८ साल , पर अकल से अभी भी भोली भाली), मेरे रूम में आके झाड़ू लगा रही थी |मेरे मामा कि लड़की एकदम फटाका हे |
उसके फिचर्स कुछ इस प्रकार हे :
रंग : गोरा , कद : ५'६'', आखें : ब्राउन , बाल: कलर्ड , वजन : ५० किलो के लघभग (क्या पता,अंदाजा मार रहा हु), कान में बाली छिदी हुई दो तिन छेद करे हुए ,
गांड उभरी हुई , एक दम परफेक्ट गांड जिसको कहते हे वो थी उसकी :मस्त बड़ी और सुडोल , उभरी हुई |
बूब्स तो छोटे ही थे , या सही बात तो ये हे कि विदेशी पोर्न स्टार को देख देख के इनकी माँ कि चूत हर साधारण हिंदुस्तानी लोंडिया (आयशा टाकिया साधारण लोंडिया नहीं हे ) के बूब्स छोटे लगते हे |तो बड़े तो थे पर और बड़े होते porn स्टार जितने तो और क्या कहने : सोने पे सुहागा वाली बात |
pornstar जैसे इतने बड़े boobs कि बात कर रहा हु,ऐसे नहीं हे चीनू के , होते तो मजे आ जाते
अगर चीनू को इमेजिन करना हे तो समझ लो कुछ इस तरह कि दिखती हे वो
हा तो चीनू झाड़ू इसलिए मार रही थी मेरे रूम में , क्यूंकि मुझे मेरे माँ बाप ने इंजीनियरिंग करने भेजा था शेहेर में , और में रेह रहा था अपने मामा के यहाँ | वो झाड़ू मार रही थी , और में मन ही मन उसकी गांड मार रहा था | यार दोस्तों माफ़ करो , पर लंड बड़ा ही कमीन हे , और जब जवानी चढ़ती हे और कोई चूत नहीं मिलती तो बस कही भी घुसने को तैयार हो जाता हे | फिर न मामा कि लड़की बड़ी न मामी : बस लंड को चाहिए चूत कि सलामी |
आह क्या बूब्स हे यार , क्या मस्त गांड हे यार : ओह हो
पढ़ाई गयी तेल लेने : येही सोच रहा था में मन में उस वक्त
चीनू मेरे पास आयी और बोली :रवि भैय्या जरा पाँव ऊपर उठाओ मेरे को पलंग के निचे से साफ़ करना हे
(हा दोस्तो मेरा नाम रवि हे)
में पलंग पे से ही उठा गया और साइड में खड़ा हो गया अपनी किताब हाथ में रख के , जैसी कि में बहुत पढ़ाई करत हु
असलमे में तो चीनू कि गांड देखना चाहता था , क्यूंकि वो पलंग के निचे से धूल निकालने के लिए झुकेगी और उसकी गांड doggy स्टाइल में उठ कर ठीक मेरे सामने होगी
और हुआ भी वही वो सफाई में लगी हुई थी अपनी गांड उचका कर और में लगा था उसकी गांड को निहारने |
मन तो कर रहा था मार दू मुठ : dry humping , जिसमे सिर्फ लड़की की गांड पे धके मारते हे घुसेड़ ते नहीं लंड अंदर , वो करलू उसके साथ |पर में आखिर हु तो अच्छा आदमी ही , rape नहीं करूँगा , बस मुठी मार के गन्दी बातें सोच सकता था |
Dry humping :इसको कहते हे : कपडे पुरे पहने हुए बस लड़की कि गुदा के उप्पर धके मारने हे , मुत्ता मारना हे
मैने थोड़ी हिम्मत दिखाई , मेने सोचा चलो इसकी गांड को टच तो करते हे
वो गांड उठा के सफाई कर रही थी पलंग के निचे से और मेने उसकी गांड पे हाथ रखा और थोडा सा दबया और कहा :
अरे चीनू मेरा एक पेन नहीं मिल रहा हे ,देख तो निचे तो नहीं गिरा हे .
वो बेचारी को क्या पता था , में जानवर क्या कर रहा हु , वो पेन ढूढ़ने बेठ गयी , जबकि पेन तो मेरी पेंट में उछाले मार रहा था |
नमस्कार दोस्तों , ये मेरी पहली स्टोरी हे, जिसमे मेने कुछ मसाला कुछ असली घटनाएं मिलाके एक नयी तरह कि स्टोरी बनाने का प्रयास किया हे | ये स्टोरी मोड कुछ इस प्रकार हे कि मुझे लगता हे कि हर बन्दा शायद अपने आपको इस स्टोरी से जोड़ पायेगा |स्टोरी लिखने मे कोई मास्टरी तो नहीं हे , इसिलए शब्दो का चयन शायद इतना अच्छा न हो |
NOTE : is lekh me bahut jagah :animated GIF ka instemal he lease pura load hone de , agar aapko sampuran aanand lena he to.
बकवास बंद और स्टोरी चालू:
भाई कम्बख्त जवानी , जैसे ही चढ़ती हे , दिमाग सिर्फ चोदा चादी सोचता हे दिन भर , मन करता हे किसी लड़की कि गांड मार दू
मन करता हे बस कोई चूत मिल जाए, या कोई डायरेक्टर आके पोर्न स्टार बना दे , चोदा चादी भी हो जायेगी और पैसे के पैसे भी कमा लेंगे |आज कल कि लोंडिया भी टाइट जीन्स पहनती हे जिनमे से उनकी गांड कि उभार देखते ही लंड का मन करता हे के बस जाके फस जाए उसकी गुदा में , छोड़ दू अपना पानी , कर मारु साली रंडियो के साथ गुदा मैथुन |बस येही सोचते सोचते में मुठ मारने कि सोच रहा था |
सामने मेरी मामा कि लड़की चीनू (उम्र १८ साल , पर अकल से अभी भी भोली भाली), मेरे रूम में आके झाड़ू लगा रही थी |मेरे मामा कि लड़की एकदम फटाका हे |
उसके फिचर्स कुछ इस प्रकार हे :
रंग : गोरा , कद : ५'६'', आखें : ब्राउन , बाल: कलर्ड , वजन : ५० किलो के लघभग (क्या पता,अंदाजा मार रहा हु), कान में बाली छिदी हुई दो तिन छेद करे हुए ,
गांड उभरी हुई , एक दम परफेक्ट गांड जिसको कहते हे वो थी उसकी :मस्त बड़ी और सुडोल , उभरी हुई |
बूब्स तो छोटे ही थे , या सही बात तो ये हे कि विदेशी पोर्न स्टार को देख देख के इनकी माँ कि चूत हर साधारण हिंदुस्तानी लोंडिया (आयशा टाकिया साधारण लोंडिया नहीं हे ) के बूब्स छोटे लगते हे |तो बड़े तो थे पर और बड़े होते porn स्टार जितने तो और क्या कहने : सोने पे सुहागा वाली बात |
pornstar जैसे इतने बड़े boobs कि बात कर रहा हु,ऐसे नहीं हे चीनू के , होते तो मजे आ जाते
अगर चीनू को इमेजिन करना हे तो समझ लो कुछ इस तरह कि दिखती हे वो
हा तो चीनू झाड़ू इसलिए मार रही थी मेरे रूम में , क्यूंकि मुझे मेरे माँ बाप ने इंजीनियरिंग करने भेजा था शेहेर में , और में रेह रहा था अपने मामा के यहाँ | वो झाड़ू मार रही थी , और में मन ही मन उसकी गांड मार रहा था | यार दोस्तों माफ़ करो , पर लंड बड़ा ही कमीन हे , और जब जवानी चढ़ती हे और कोई चूत नहीं मिलती तो बस कही भी घुसने को तैयार हो जाता हे | फिर न मामा कि लड़की बड़ी न मामी : बस लंड को चाहिए चूत कि सलामी |
आह क्या बूब्स हे यार , क्या मस्त गांड हे यार : ओह हो
पढ़ाई गयी तेल लेने : येही सोच रहा था में मन में उस वक्त
चीनू मेरे पास आयी और बोली :रवि भैय्या जरा पाँव ऊपर उठाओ मेरे को पलंग के निचे से साफ़ करना हे
(हा दोस्तो मेरा नाम रवि हे)
में पलंग पे से ही उठा गया और साइड में खड़ा हो गया अपनी किताब हाथ में रख के , जैसी कि में बहुत पढ़ाई करत हु
असलमे में तो चीनू कि गांड देखना चाहता था , क्यूंकि वो पलंग के निचे से धूल निकालने के लिए झुकेगी और उसकी गांड doggy स्टाइल में उठ कर ठीक मेरे सामने होगी
और हुआ भी वही वो सफाई में लगी हुई थी अपनी गांड उचका कर और में लगा था उसकी गांड को निहारने |
मन तो कर रहा था मार दू मुठ : dry humping , जिसमे सिर्फ लड़की की गांड पे धके मारते हे घुसेड़ ते नहीं लंड अंदर , वो करलू उसके साथ |पर में आखिर हु तो अच्छा आदमी ही , rape नहीं करूँगा , बस मुठी मार के गन्दी बातें सोच सकता था |
Dry humping :इसको कहते हे : कपडे पुरे पहने हुए बस लड़की कि गुदा के उप्पर धके मारने हे , मुत्ता मारना हे
मैने थोड़ी हिम्मत दिखाई , मेने सोचा चलो इसकी गांड को टच तो करते हे
वो गांड उठा के सफाई कर रही थी पलंग के निचे से और मेने उसकी गांड पे हाथ रखा और थोडा सा दबया और कहा :
अरे चीनू मेरा एक पेन नहीं मिल रहा हे ,देख तो निचे तो नहीं गिरा हे .
वो बेचारी को क्या पता था , में जानवर क्या कर रहा हु , वो पेन ढूढ़ने बेठ गयी , जबकि पेन तो मेरी पेंट में उछाले मार रहा था |