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फिर नींद आ गई। सुबह जल्दी उठ कर बाहर चला गया फिर साम तक फुर्सत नहीं मिला राते बाहर सोया दूसरे दिन बिदाई होने वाली थी। बिदाई की तैयारी हो रही थी। बुआ के साथ हमको भी जाना था तो मै भी तैयार था। बिदाई हो गई मै बुआ के साथ जा रहा था रास्ते में नाश्ता पानी हुआ दोपहर तक हम लोग पहुंच गए वाहा अच्छा स्वागत हुआ। वाहा हमारी नजर एक आंटी पर गई उसके चूतड़ काफी बड़ा था। मै अभी तक इतना बड़ा चूतड़ नहीं देखा था। देखने पर ऐसा लग रहा था कि दो मटके उसके पीछे बांध दिया गया हो। मै ना चाहते हुए भी बार बार उसकी बड़े बड़े चूतड़ देख रहा था। वे लोग बुआ को लेकर अंदर चले गए और मै बाहर बाते करने लगा। कुछ देर बाद हमे खाने के लिए बुलाया गया और मैं भी अन्दर गया सबका परिचय कराया तो मालूम चला कि वो आंटी बुआ की सास थी। वे लोग बहुत खुश लग रहे थे हमे उनसे और उनको हमसे कोई सिकायत नहीं थी। वे लोग खुले विचारों वाले थे मजाक मस्ती में रात हो गई मै ना चाहते हुए भी बार बार उसकी गान्ड पर नजर फेर लेता और सोचता कि क्या इतनी बड़ी गान्ड भी होता है। रात में मुझे सीढ़ियों पर पैर फिसने से पैर में मोच आ गया मै किसी को बताया नहीं बस सो गया सुबह सबको रिस्तेदारो के यहां जाना था क्यो की इनके घर पहले लडके की सादी थी। तो हमको भी जाने के लिए बोला गया मै बताया की मेरे पैर में मोच आ गई हैं और चलने में तकलीफ होगी तो बुआ ने मेरा पैर को देखा पैर मै सूजन आ गया था ओ घबरा गई तो उनकी सास ने कहा कि कुछ नहीं होगा तुम लोग जाओ मै इसको देखती हूं। बाद में सास ससुर और मुझे छोड़ कर सब चले गए। बुआ के सास ने चाय बना कर दिया और तेल गर्म करके लाया पैर को मसाज करने के लिए। मै जब उसे देखता तो उसके चूतड़ों में को जाता उसने मेरी नजरो को ताड लिया तो मै झेप गया उसने हलकी सी मुस्कुराई और मेरे पैर तेल लगाने लगी मुझे दर्द हो रहा था। उसने चुप्पी तोड़ते हुए पूछा ज्यादा दर्द हो रहा है क्या कहा लगा चोट। सीढ़ियों से फिसल गया था पैर मूड गया। नज़रे कहा देख रही थी तुम्हारी मै सब जानती हूं जब से आए हो घुरे जा रहे हो। उसने थोड़ा कड़क लहजे में पूछा तो मै सकपका गया और हा या ना कुछ बोल नही पाया। मै सर नीचे कर के और चुप चाप दर्द बर्दाश्त कर रहा था। कुछ देर बाद उसने मुझे एक दर्द का टेबलेट दिया और बोली दवाई खा लो कुछ नाश्ता बनती हूं। तभी बुआ के ससुर अंदर आए और मेरा हाल पूछा पैर को देख कर बोले डाक्टर के पास जाना पड़ेगा।
क्रमशः
नहीं नहीं ज्यादा नहीं लगा है,बस थोड़ा मोच है ठीक हो जाएगा चिंता की कोई बात नहीं है,मैंने कहा। फिर उसने बुआ की सास को बोला कि मै दूसरे गांव जा रहा हूं साम तक आऊंगा बाहर भी देखना और बोल कर चले गए।
मै नाश्ता करने बाहरवाले रूम आकर बैठ कर टीवी देखने लगा। थोड़ी देर बाद बुआ की सास हमारे पास आई और बोली कि मै अब नहाने जा रही हूं बाहर देखना कोई आए तो अन्दर नहीं आने देना ठीक है, मैंने उनकी तरफ देखा बोला ठीक है ओ जाने लगी मै अपना नजर नीचे नहीं किया और हिलते हुए चूतड़ देखने लगा उसने घूम कर देखा तो मै झेप गया। लेकिन मेरे अंदर का सैतान जाग चुका था मै कल्पना करने लगा कि इतने बड़े चूतड़ नंगी कैसी लगेगी मै सोच कर अपने लन्ड को मसलने लगा। जब ओ नहा कर बाहर आई अपने गीले बालों को झाड़ रही थी। एक बड़ी सी नाइटी पहनी हुई थी। कुछ देर बाद उसने मुझे खाने को बोला और खाना लेकर आ गई बोली आज साथ में खाएंगे दोनों सोफे पर बैठ कर खाना खाया। फिर उसने मेरे पैर को मालिश करने को बोला। ओ नीचे बैठ कर मालिश करने लगी। उसके गले से उसकी बूब्स दिख रहा था जो को मै अभी ख्याल किया कि गान्ड जैसा बूब्स भी बड़े बड़े है। जो कि मेरा होस मदहोश करने के लिए काफी थे। उसने बाते भी कर रही थी मै भी हा हूं बोल रहा था। मालिश करने के बाद उसने हमको वहीं बेड पर लेट जाने को बोला। मै जाकर लेट गया। टीवी देखने लगा हमको पानी पीने के लिए उठा और सीधा बुआ के सास के पास जाकर पानी के लिए बोला। ओ कोई दवा खा रही थी मैंने पूछा क्या हुआ है तो बताया कि ये नींद की गोलियां है हमे दो तीन घंटे सोना है इस लिए ये टेबलेट खा रही हूं। मै पानी पी कर वापस बेड पर लेट गया दो तीन मिनट बाद ही ओ मेरे पास आकर बोली कि अब मै सोऊंगी तुम तीन घंटे बाद हमे जगा देना और ओ भी उसी बेड पर मेरे पीछे लेट गई मै टीवी बंद कर के मोबाइल पर बात करने लगा करीब एक घंटे तक बात किया तभी दरवाजे पर दस्तक हुए मै बुआ की सास को जगाने लगा तो याद आया कि नींद की गोलियां खा कर सो रही हैं मुझे ही देखना पड़ेगा मै बाहर आया तो देखा की फकीर था तो मै अपने पर्स से कुछ रुपए से दिया और अन्दर आ कर दरवाजा बंद कर दिया। वापस बेड के पास जाकर बैठ गया और ध्यान से गान्ड को देखने लगा। उसके लिए मेरे दिल में वासना की भाव जाग चुका था मै उसके पैर को हिलाया। जोर से दबाया कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला, अब आगे क्या करना है सोच मेरे दिल की धड़कन तेज होने लगी एक अजीब सा डर महसूस कर रहा था मैं अपना हाथ उसके गांड़ पर रखा और फिर हिला कर जागने कि कोशिश किया नहीं जगी तो मेरा डर कम हुआ और वासना बढ़ गई अब मै अपने दोनो हाथो से पकड़ कर मसलने लगा फिर मैंने बूब्स पर हाथ रख दिया और दबाया। अब मेरी हिम्मत बढ़ गई थी मैंने अपना हाथ उसके नाइटी के अंदर डाल कर नंगी बूब्स सहलाने लगा करीब पांच मिनट बूब्स और गांड़ से खेलने के बाद मै इसके कपड़े सही किया और सोफे पर बैठ गया। मुझे अब सारी पुरानी बाते एक एक करके याद आने लगी। मै बाथरूम में जाकर नंगा हो कर अपना लौड़ा हिलाने लगा पानी निकाल दिया, बाद में नहा कर वापस सोफे पर लेट गया। बाद में चाचा का फोन आया उसने पूछा कि पैर मै मोच है तुम्हारे मैंने हा बोला तो उसने दूसरे दिन सुबह को वापस आने को बोला। मै सोफे पर बैठा गान्ड देख रहा था करीब दो घंटे बीत चुके थे मैंने एक बार और जाकर पूरा बदन पर हाथ से सहलाया गान्ड की दरारों में उंगली डाल कर उसके बाद बूब्स को पकड़ कर मसलने लगा मजा पूरा ले लिया और फिर एक बार मुठ मरा इस बार वहीं गान्ड पर हाथ रख कर मुठ मारी उसके बाद हाथ मुंह धोकर टीवी देखने बैठ गया अब तीन घंटे हो गया था अब मै दादी को जगाया थोड़ा हिलाने के बाद नींद खुली शाम तक मै टीवी देखता रहा। शाम तक सब लोग आ गए। सब खुश लग रहे थे। सुबह चाचा आए मुझे लेने के लिए। जाते समय मै दादी को सलाम किया तो दादी बोली कि बेटा फिर आना मै हा बोल कर चला आया। घर आने पर सलाम दुआ करने के बाद मै अन्दर कमरे में आया और कपड़े बदल कर मम्मी को ढूंढने लगा मै बाथ रूम की तरफ चल दिया। वाहा जा कर मेरा सासे थम सा गया दिल की धड़कन तेज होने लगी गला सूख गया आंखे झपकना भुल सी गई थी। वाहा चाची केवल एक दुप्पटा अपने शरीर पर लपेट कर बालो में सेंपू लगा रही थी उसकी गान्ड मेरी तरफ़ था दुप्पटा भीग जाने के कारण उसकी गांड़ साफ़ दिख रही थी मै बिना नजर हटाए देखता रहा गोरे बदन पर लाल दुप्पटा लपेट रखी थी उसके बदन से साबुन की झाग निकाल कर गान्ड की दरारों तक जा रही थी। फिर उसने बालो को धोकर चपकल से पानी निकालने लगी खड़ी होने के कारण उसकी पूरी पीठ गान्ड पैर सब नंगा दिख रहा था। चाची वापस पानी उठने के लिए घूमी तो उसकी नजर मुझ पर पड़ी, ओ गुस्सा हो कर बोली यहां क्या कर रहा है। मेरी तंद्रा टूटी देख रहा हूं मैंने कहा। रूम में चलो मै आ रही हूं। मै सीधे चाची के रूम में चला, उनके बेड़ पर चाची के कपड़े रखे थे उसमें से मै पैंटी उठा लिया और देखने लगा। ब्रा भी उठाया देखा ब्रा तो ठीक था लेकिन पैंटी को लेकर मै सोचने लगा कि इतनी बड़ी गांड़ में इतनी छोटी पैंटी कैसे होगी। पैंटी पहनने के बाद भी पूरी गांड़ नंगी दिखेगी। बस आगे का हिस्सा भी नहीं कभर कर पाएगा। मै पैंटी को हाथ में लेकर यही सब सोच रहा था कि चाची अपने बदन पर सफ़ेद टावल लपेट कर आई और मेरे हाथ में अपनी चड्डी को देख कर हाई रब्बा क्या करता है मुन्ना और मेरे हाथ से चड्डी छीनने के लिए लपकी। मै रूम मै बेड़ के पास था और चाची दरवाजे के पास से ही मेरे हाथ से चड्डी लेने के लिए लपकी, उसका टावल दरवाजे के पास ही खुल कर गिर पड़ी। अब मै पूरा होस मदहोश हो गया आज तक ऐसा नजारा कभी नहीं देखा था एक पूरी जवान खूबसूरत औरत भरा हुआ शरीर गीले बाल बूब्स पर लटक रहे हैं पूरी चिकनी बिना बालो वाली योनि कसा हुआ बदन आज तक ऐसा नजारा कभी नहीं देखा था। चाची को भी अपने नंगेपन का एहसास हुआ और टावल उठाकर अपने नंगी बदन को ढकने की कोशिश किया पर मेरे नजरो मै उसका नंगा बदन बस चुका था। उस समय चाची हमको कुछ बोली पर मै एक अलग दुनिया में था उनकी बातो का कोई असर नहीं हुआ। ना पलके गिरी और ना ही मेरे बदन में हरकत हुई एक मोम की प्रतिमा की तरह हो गया था
 
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फिर नींद आ गई। सुबह जल्दी उठ कर बाहर चला गया फिर साम तक फुर्सत नहीं मिला राते बाहर सोया दूसरे दिन बिदाई होने वाली थी। बिदाई की तैयारी हो रही थी। बुआ के साथ हमको भी जाना था तो मै भी तैयार था। बिदाई हो गई मै बुआ के साथ जा रहा था रास्ते में नाश्ता पानी हुआ दोपहर तक हम लोग पहुंच गए वाहा अच्छा स्वागत हुआ। वाहा हमारी नजर एक आंटी पर गई उसके चूतड़ काफी बड़ा था। मै अभी तक इतना बड़ा चूतड़ नहीं देखा था। देखने पर ऐसा लग रहा था कि दो मटके उसके पीछे बांध दिया गया हो। मै ना चाहते हुए भी बार बार उसकी बड़े बड़े चूतड़ देख रहा था। वे लोग बुआ को लेकर अंदर चले गए और मै बाहर बाते करने लगा। कुछ देर बाद हमे खाने के लिए बुलाया गया और मैं भी अन्दर गया सबका परिचय कराया तो मालूम चला कि वो आंटी बुआ की सास थी। वे लोग बहुत खुश लग रहे थे हमे उनसे और उनको हमसे कोई सिकायत नहीं थी। वे लोग खुले विचारों वाले थे मजाक मस्ती में रात हो गई मै ना चाहते हुए भी बार बार उसकी गान्ड पर नजर फेर लेता और सोचता कि क्या इतनी बड़ी गान्ड भी होता है। रात में मुझे सीढ़ियों पर पैर फिसने से पैर में मोच आ गया मै किसी को बताया नहीं बस सो गया सुबह सबको रिस्तेदारो के यहां जाना था क्यो की इनके घर पहले लडके की सादी थी। तो हमको भी जाने के लिए बोला गया मै बताया की मेरे पैर में मोच आ गई हैं और चलने में तकलीफ होगी तो बुआ ने मेरा पैर को देखा पैर मै सूजन आ गया था ओ घबरा गई तो उनकी सास ने कहा कि कुछ नहीं होगा तुम लोग जाओ मै इसको देखती हूं। बाद में सास ससुर और मुझे छोड़ कर सब चले गए। बुआ के सास ने चाय बना कर दिया और तेल गर्म करके लाया पैर को मसाज करने के लिए। मै जब उसे देखता तो उसके चूतड़ों में को जाता उसने मेरी नजरो को ताड लिया तो मै झेप गया उसने हलकी सी मुस्कुराई और मेरे पैर तेल लगाने लगी मुझे दर्द हो रहा था। उसने चुप्पी तोड़ते हुए पूछा ज्यादा दर्द हो रहा है क्या कहा लगा चोट। सीढ़ियों से फिसल गया था पैर मूड गया। नज़रे कहा देख रही थी तुम्हारी मै सब जानती हूं जब से आए हो घुरे जा रहे हो। उसने थोड़ा कड़क लहजे में पूछा तो मै सकपका गया और हा या ना कुछ बोल नही पाया। मै सर नीचे कर के और चुप चाप दर्द बर्दाश्त कर रहा था। कुछ देर बाद उसने मुझे एक दर्द का टेबलेट दिया और बोली दवाई खा लो कुछ नाश्ता बनती हूं। तभी बुआ के ससुर अंदर आए और मेरा हाल पूछा पैर को देख कर बोले डाक्टर के पास जाना पड़ेगा।
क्रमशः
नहीं नहीं ज्यादा नहीं लगा है,बस थोड़ा मोच है ठीक हो जाएगा चिंता की कोई बात नहीं है,मैंने कहा। फिर उसने बुआ की सास को बोला कि मै दूसरे गांव जा रहा हूं साम तक आऊंगा बाहर भी देखना और बोल कर चले गए।
मै नाश्ता करने बाहरवाले रूम आकर बैठ कर टीवी देखने लगा। थोड़ी देर बाद बुआ की सास हमारे पास आई और बोली कि मै अब नहाने जा रही हूं बाहर देखना कोई आए तो अन्दर नहीं आने देना ठीक है, मैंने उनकी तरफ देखा बोला ठीक है ओ जाने लगी मै अपना नजर नीचे नहीं किया और हिलते हुए चूतड़ देखने लगा उसने घूम कर देखा तो मै झेप गया। लेकिन मेरे अंदर का सैतान जाग चुका था मै कल्पना करने लगा कि इतने बड़े चूतड़ नंगी कैसी लगेगी मै सोच कर अपने लन्ड को मसलने लगा। जब ओ नहा कर बाहर आई अपने गीले बालों को झाड़ रही थी। एक बड़ी सी नाइटी पहनी हुई थी। कुछ देर बाद उसने मुझे खाने को बोला और खाना लेकर आ गई बोली आज साथ में खाएंगे दोनों सोफे पर बैठ कर खाना खाया। फिर उसने मेरे पैर को मालिश करने को बोला। ओ नीचे बैठ कर मालिश करने लगी। उसके गले से उसकी बूब्स दिख रहा था जो को मै अभी ख्याल किया कि गान्ड जैसा बूब्स भी बड़े बड़े है। जो कि मेरा होस मदहोश करने के लिए काफी थे। उसने बाते भी कर रही थी मै भी हा हूं बोल रहा था। मालिश करने के बाद उसने हमको वहीं बेड पर लेट जाने को बोला। मै जाकर लेट गया। टीवी देखने लगा हमको पानी पीने के लिए उठा और सीधा बुआ के सास के पास जाकर पानी के लिए बोला। ओ कोई दवा खा रही थी मैंने पूछा क्या हुआ है तो बताया कि ये नींद की गोलियां है हमे दो तीन घंटे सोना है इस लिए ये टेबलेट खा रही हूं। मै पानी पी कर वापस बेड पर लेट गया दो तीन मिनट बाद ही ओ मेरे पास आकर बोली कि अब मै सोऊंगी तुम तीन घंटे बाद हमे जगा देना और ओ भी उसी बेड पर मेरे पीछे लेट गई मै टीवी बंद कर के मोबाइल पर बात करने लगा करीब एक घंटे तक बात किया तभी दरवाजे पर दस्तक हुए मै बुआ की सास को जगाने लगा तो याद आया कि नींद की गोलियां खा कर सो रही हैं मुझे ही देखना पड़ेगा मै बाहर आया तो देखा की फकीर था तो मै अपने पर्स से कुछ रुपए से दिया और अन्दर आ कर दरवाजा बंद कर दिया। वापस बेड के पास जाकर बैठ गया और ध्यान से गान्ड को देखने लगा। उसके लिए मेरे दिल में वासना की भाव जाग चुका था मै उसके पैर को हिलाया। जोर से दबाया कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला, अब आगे क्या करना है सोच मेरे दिल की धड़कन तेज होने लगी एक अजीब सा डर महसूस कर रहा था मैं अपना हाथ उसके गांड़ पर रखा और फिर हिला कर जागने कि कोशिश किया नहीं जगी तो मेरा डर कम हुआ और वासना बढ़ गई अब मै अपने दोनो हाथो से पकड़ कर मसलने लगा फिर मैंने बूब्स पर हाथ रख दिया और दबाया। अब मेरी हिम्मत बढ़ गई थी मैंने अपना हाथ उसके नाइटी के अंदर डाल कर नंगी बूब्स सहलाने लगा करीब पांच मिनट बूब्स और गांड़ से खेलने के बाद मै इसके कपड़े सही किया और सोफे पर बैठ गया। मुझे अब सारी पुरानी बाते एक एक करके याद आने लगी। मै बाथरूम में जाकर नंगा हो कर अपना लौड़ा हिलाने लगा पानी निकाल दिया, बाद में नहा कर वापस सोफे पर लेट गया। बाद में चाचा का फोन आया उसने पूछा कि पैर मै मोच है तुम्हारे मैंने हा बोला तो उसने दूसरे दिन सुबह को वापस आने को बोला। मै सोफे पर बैठा गान्ड देख रहा था करीब दो घंटे बीत चुके थे मैंने एक बार और जाकर पूरा बदन पर हाथ से सहलाया गान्ड की दरारों में उंगली डाल कर उसके बाद बूब्स को पकड़ कर मसलने लगा मजा पूरा ले लिया और फिर एक बार मुठ मरा इस बार वहीं गान्ड पर हाथ रख कर मुठ मारी उसके बाद हाथ मुंह धोकर टीवी देखने बैठ गया अब तीन घंटे हो गया था अब मै दादी को जगाया थोड़ा हिलाने के बाद नींद खुली शाम तक मै टीवी देखता रहा। शाम तक सब लोग आ गए। सब खुश लग रहे थे। सुबह चाचा आए मुझे लेने के लिए। जाते समय मै दादी को सलाम किया तो दादी बोली कि बेटा फिर आना मै हा बोल कर चला आया। घर आने पर सलाम दुआ करने के बाद मै अन्दर कमरे में आया और कपड़े बदल कर मम्मी को ढूंढने लगा मै बाथ रूम की तरफ चल दिया। वाहा जा कर मेरा सासे थम सा गया दिल की धड़कन तेज होने लगी गला सूख गया आंखे झपकना भुल सी गई थी। वाहा चाची केवल एक दुप्पटा अपने शरीर पर लपेट कर बालो में सेंपू लगा रही थी उसकी गान्ड मेरी तरफ़ था दुप्पटा भीग जाने के कारण उसकी गांड़ साफ़ दिख रही थी मै बिना नजर हटाए देखता रहा गोरे बदन पर लाल दुप्पटा लपेट रखी थी उसके बदन से साबुन की झाग निकाल कर गान्ड की दरारों तक जा रही थी। फिर उसने बालो को धोकर चपकल से पानी निकालने लगी खड़ी होने के कारण उसकी पूरी पीठ गान्ड पैर सब नंगा दिख रहा था। चाची वापस पानी उठने के लिए घूमी तो उसकी नजर मुझ पर पड़ी, ओ गुस्सा हो कर बोली यहां क्या कर रहा है। मेरी तंद्रा टूटी देख रहा हूं मैंने कहा। रूम में चलो मै आ रही हूं। मै सीधे चाची के रूम में चला, उनके बेड़ पर चाची के कपड़े रखे थे उसमें से मै पैंटी उठा लिया और देखने लगा। ब्रा भी उठाया देखा ब्रा तो ठीक था लेकिन पैंटी को लेकर मै सोचने लगा कि इतनी बड़ी गांड़ में इतनी छोटी पैंटी कैसे होगी। पैंटी पहनने के बाद भी पूरी गांड़ नंगी दिखेगी। बस आगे का हिस्सा भी नहीं कभर कर पाएगा। मै पैंटी को हाथ में लेकर यही सब सोच रहा था कि चाची अपने बदन पर सफ़ेद टावल लपेट कर आई और मेरे हाथ में अपनी चड्डी को देख कर हाई रब्बा क्या करता है मुन्ना और मेरे हाथ से चड्डी छीनने के लिए लपकी। मै रूम मै बेड़ के पास था और चाची दरवाजे के पास से ही मेरे हाथ से चड्डी लेने के लिए लपकी, उसका टावल दरवाजे के पास ही खुल कर गिर पड़ी। अब मै पूरा होस मदहोश हो गया आज तक ऐसा नजारा कभी नहीं देखा था एक पूरी जवान खूबसूरत औरत भरा हुआ शरीर गीले बाल बूब्स पर लटक रहे हैं पूरी चिकनी बिना बालो वाली योनि कसा हुआ बदन आज तक ऐसा नजारा कभी नहीं देखा था। चाची को भी अपने नंगेपन का एहसास हुआ और टावल उठाकर अपने नंगी बदन को ढकने की कोशिश किया पर मेरे नजरो मै उसका नंगा बदन बस चुका था। उस समय चाची हमको कुछ बोली पर मै एक अलग दुनिया में था उनकी बातो का कोई असर नहीं हुआ। ना पलके गिरी और ना ही मेरे बदन में हरकत हुई एक मोम की प्रतिमा की तरह हो गया था
मुझे कोई हरकत ना पाकर चाची जल्दी से कपड़े लेकर दूसरे रूम में भाग गई। कुछ देर बाद उसने अपनी कपड़े पहन कर वापस आईं तो मै वैसा ही खड़ा था उसने बोला पर मुझे कुछ सुनाई नहीं दिया मै उसी हसीन मंजर को आंखो में बसाए महसूस कर रहा था।
तभी चाची ने हमको झकझोर कर पूछा क्या कर रहा है। देख रहा हूं मैंने धीरे से कहा। क्या देख रहा था।
एक हसीन नजारा।
शर्म नहीं आती तुम्हे।
आतीं है। तो देख क्यो रहा था।
अच्छा लगा इसलिए।
आने दो अम्मी को तुम्हारे सब बोलती हूं।
नहीं चाची नहीं बोलना हमारी गलती नहीं है।
तो किसकी गलती है। आपकी है। मेरी क्या गलती है। आप जिस हालत में थी कोई रहता तो देखता। और अन्दर क्या कर रहा था। आपकी चड्डी देख रहा था। इसमें क्या देखने वाला है। इतनी छोटी चड्डी आपमें कैसी आती होगी। क्या मतलब। मैंने देखा था आपको इतनी छोटी पैंटी आप कैसे पहनती होगी। उसके बाद जो देखा ओ क्यो देखा। मुझे अब कुछ नया करने का आइडिया मिल गया। मैंने भी हिम्मत कर के बोला उसके बाद आप जान बूझ कर हमको सब दिखाई, अपना टावल खोल दिया और हमको अपना सब अंग दिखा दिया। अम्मी कहा है मै अभी बताता हूं मै ऊपर चला गया, अम्मी नहीं दिखी ना बुआ कोई नहीं था। मै वापस चाची के पास आया और पूछा कि अम्मी कहा है। चाची गुस्से में कुछ नहीं बोली। मै बाहर निकाल आया बाहर भी कोई नहीं मुझे कुछ मालूम नहीं और घर पर भी कोइ नहीं। कहा चले गए सब मैंने चाचा के पास फोन किया तो उसने बताया कि अम्मी का आंख का आपरेशन होने वाला है इस लिए यहां सब आए है,मैंने पूछा कब आना है उसने दो दिन बाद आएंगे। हमको घर पर रहने को बोल के फोन काट दिया। घर में चाची से झगड़ा बाहर कोई नहीं। मै काहा जाऊ दादा जी के कमरे में जाकर बैठ गया। तभी चाची की फोन आया मेरे मोबाइल पर मै काट दिया दुबारा आया फिर काट दिया जब बार बार फोन बजने लगा तो मै अन्दर चाची के रूम के बाहर जाकर पूछा क्या हुआ। इधर आओ। मैंने बोला नहीं तुम बोलो क्या बात है। तुम हमको गलत समझ रही हो मै अन्दर कमरे में नहीं आऊंगा चाची हमको गुस्से से पकड़ने के लिए लपकी लेकिन मै बच गया मुझे लगा कि अब मार पड़ेगी इसलिए दूर हट गया। अब चाची पलंग पर बैठ कर रोने लगी मै वापस डरते हुए उसके पास गया। डर था कि कहीं हमको पकड़े न। क्या हुआ क्यो रोने लगी। उसने रोते हुए पूछा कि मै क्या गुनाह किया है तुम्हारा। कुछ नहीं तुम रो क्यो रही हो। तुम्हारे चलते तुम बोल रहे हो कि अम्मी से बोलोगे की मै जानबूझ कर अपना कपड़ा खोल कर दिखाया तुमको। तो मैंने कहा बोला की दिखाओ हमको। तुमने यह खुद दिखाया। चाची अब दिल खोल कर रोने लगी। उसकी रोना देख कर हमको भी रोना आ गया मै भी वही बैठ कर रोने लगा। तुम क्यो रो रहा है। तुम क्यो रो रही हो। मै तो तुम्हारे चलते रो रही हूं। मै भी तुम्हारे चलते रो रहा हूं। मैंने क्या किया तुम्हारा। तुम को देख कर मैं रो रहा हूं। मै क्या किया तुम्हारा जो किया वो तुम की, मै तो केवल देखा, मैंने रोते हुए कहा। तुम बोल रहे हो कि अम्मी को बोल दूंगा कि चाची ने है दिखाया है। तुम तो पहले बोली कि तुम्हारे अम्मी को बोल दूंगी कि मुन्ना सब देखा है। चाची सुबक सुबक कर रो रही थी। मैंने उसके आशु पोछते हुए बोला कोई बात नहीं चाची अब चुप हो जाओ मै कसम खा कर बोल रहा हूं कि मै किसी को नहीं बताऊंगा आप बता देना मै मान लूंगाकी मै देखा हूं अब चुप हो जाओ। नहीं तुम कभी किसी को बोल सकता है। चाची को बिस्वास नहीं हो रहा था। मै कैसे बिस्वास दिलाऊ आपको। मुझे मालूम था की चाची नहाने के तुरंत बाद खाना खाती है। मै किचन में जाकर खाना निकाल कर लाया और चाची को खाने के लिए बोला,चाची अभी भी रो रही थी मै उसके आशू पोछा और बोला चाची मै आपसे बहुत प्यार करता हूं आप मुझे चाहे जो भी सजा दो मै मै भुगतने के लिए तैयार हूं। आप खाना खा लो। मैंने चाची को अपने हाथ से निवाला खिलाने लगा। चाची ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि तुम मेरी कसम खाकर बोलो कि किसी से ये बात नहीं बोलोगे। मै तुम्हारी अपनी अम्मी अब्बू आल्हा सबकी कसम खाकर कहता हूं कि मेरी जान चली जाय पर किसी से इस बारे में कुछ नहीं बताऊंगा तुमसे मै बहुत प्यार करता हूं। अब खाना खा लो। चाची ने उठ कर जाने लगी तो मैं बोला कहा जा रही हो। हाथ धोने के लिए। नहीं मै अपने हाथ से खिला दें रहा हूं आज माना नहीं करना मेरी कसम मैंने हाथ पकड़ कर बैठा लिया अपने पास और खिलाने लगा। खिलाते हुए मैंने बोला चाची आपको भी मेरी एक बात माननी पड़ेगी। क्या बात ऐसा वैसा बात नहीं बोलना की हमको फिर गुस्सा आ जाए। गुस्से वाली बात होगी तो तुम गुस्सा करना मै माना नहीं करूंगा पर गुस्से वाली बात नहीं होगी तो माननी पड़ेगी। ठीक है बाबा मानूंगी। कसम खानी पड़ेगी। नहीं मै कसम नहीं खाती। तब नहीं बताऊंगा मै नराज होते हुए कहा। ठीक है अपनी कसम खाकर कहती हूं मानूंगी नहीं मेरी कसम खाकर बोलो। मै एक निवाला उठा कर खिलाने लगा। अब वो नाराज होकर बोली नहीं बताओगे तो मै नहीं खाती। ठीक है खाना खा लो बाद में बात करते हैं। नहीं बताओ नहीं कोई ऐसी बात नहीं है कि आप नाराज हो जाओ। खाना खाते समय चाचा का फोन आ गया विदेश से। चाची बात करने लगी मै भी सुनने लगा क्या बात हो रही है मै चाची को हैंड्सफ्री करने को बोला चाची ने आवाज बढ़ा दिया चाचा दादी के बारे में पूछ रहा था कुछ देर इधर उधर की बातें करने के बाद। चाचा ने चुम्मा मांगा तो मै मुस्कुराया और मै चाची के होठ पर चूम लिया। फिर चाचा ने बोला मेरी जान एक और दे दो चाची ने कहा अब नहीं। ठीक है रात में फोन करूंगा। सलाम दुआ के बाद फोन काट दिया। उसके बाद चाची ने कहा क्या किया तुमने। चुम्मी दिया चाचा को। तुमने हमको दिया। तो हमारा चुम्मी वापस कर दो। चाची ने भी मेरे होठ को अपने मुंह में लेकर चूस कर चुम्मी दिया। मै ऐसा नहीं किया था तुमने ज्यादा कर दिया। मै ब्याज के साथ वापस किया। ठीक है अब अपनी बात बोलो। थोड़ा रुको तो, मै हाथ धोकर आया चाची बर्तन समेट कर रख दिया और अलमारी से मिठाई का डब्बा निकाल कर लाई मेरे पसंद की पेड़ा था। चाची ने कहा कि मै तुम्हारे लिए रखी थी। चाची बेड़ पर बैठ कर पेड़ा खाने लगी तो मै भी निकालना चाहा तो चाची रोक दिया पहले बात पूरा करो अपनी। मै चाची का चेहरा अपने दोनो हाथो से पकड़ कर बोला कि। आज हमसे एक वादा करो कि तुम मेरे वजह से कभी रोना नहीं। चाहे हमे जान से मार डालना लेकिन रोना नहीं। और हमसे कभी भी नाराज नहीं होना। बोलते हुए मेरे आंखो से आसू निकाल गया। चाची ने डब्बा नीचे रख दिया और मुझे गले से लगा लिया और कहा कि इतना प्यार करता है हमसे पगले। नहीं इससे भी ज्यादा करता हूं उसके भी आंख से आशू निकल आया। मैंने कहा कि अब वादा करो की हमसे कभी नाराज नहीं होगी। मै वादा करती हूं कि तुमसे सपने में भी नाराज नहीं होगी। दोनों एक दूसरे के आसू पोछे और मिठाई खाने लगे। तभी बाहर से आवाज सुनकर मैं निकाल गया वाहा मोहल्ले के लोग थे दादा जी को पूछ रहे थे मै बोल दिया कि दो दिन बाद मिलेंगे। वे लोग चले गए। मै वापस चाची के पास आ गया और बाते करने लगा बाद में एक किस देने को बोला तो चाची साफ मना कर दिया। मै फिर एक बार जोर दिया तो चाची ने मेरे गाल पर चूम लिया। मै ओठ पर देने को बोला तो चाची ने जल्दी से चूम लिया। मैंने ना बोला ऐसा नहीं उस समय जैसा गुस्से में आकर दिया था उस तरह आे भी गुस्से में आकर मेरे ऊपर आ गई और मेरे लिप्स को चूसने लगी करीब दो मिनट चूसने के बाद मै बेचैन होकर छुड़ाने लगा लेकिन आे कहा छोड़ने वाली थी। अब मेरा लिप्स दर्द करने लगा। मै किसी तरह छुड़ाया और बैठा। तब उसने कहा कि अब तुम आज के बाद इस तरह की बाते नहीं करोगे। मै पूछा क्यो। बाद में बताती हूं। छत पर कपड़ा डालना है बाद में आती हूं। मै बाहर बरामदे में आ गया और सोचने लगा कि इस प्यार का क्या नाम दूं सेक्स या प्यार अगर मै कुछ ज्यादा कर दिया तो गड़बड़ हो सकता है। इस लिए मै समय के अनुसार को होगा देखा जायेगा अभी कुछ काम था सो करना था चाचा ने सफाई करने के लिए बोला था।
क्रमशः.....

कुछ सामान इधर उधर था तो सही कर के साफ सफाई किया। हमको चाय पीने की इच्छा हुई, करीब चार बजने वाले थे तो मैंने चाची के मोबाइल से फोन किया कि मै नहा कर आ रहा हूं आप हमारे लिए चाय बना दो। मै भी चाय बनाने ही जा रही थी, और तुमको बुलाने वाली थी, चाची ने उधर से जवाब दिया। मैंने भी मजाक करते हुए कहा कि आपको हमारी कितनी चिंता लगी रहती है। तुम हमारे अपने हो इस लिए चिंता लगी रहती है, चाची ने भी मुझे छेड़ते हुए कहा। मै हमेशा बाहर ही नहाता था तो मैं नहा कर आया मम्मी के कमरे में जाकर अपना कपड़ा निकाला तो कुछ कपड़ा अलमारी से नीचे गिर गया। मै उस कपड़े को उठाने कर लगा तो मेरे हाथ में मम्मी का चड्डी आ गया, चड्डी को हाथ में लेकर देखने लगा लाल कलर का चड्डी था नीचे का हिस्सा में कलर धुधला हो गया था। मेरा दिल धड़क उठा। मै उसे अपने नाक से लगा कर उसकी गंध सूंघ कर मै मदहोश होने लगा मेरा लन्ड में हरकत होने लागी। मुझे उस रात की बात याद आया जब मै चाची के रूम में मम्मी के साथ सोया था। मै अपने लन्ड को मसलने लगा। तभी चाची की आवाज सुनाई दी उसने चाय के लिए बुला रही थी मै जल्दी से कपड़ा आलमारी में रख कर बाहर निकल आया। आकर दादी के बेड़ जो कि आंगन में रखा गया है। उस पर बैठ गया चाची चाय लेकर आई। मै उनसे पानी के लिए बोला। वो चाय रख कर पानी लेने चली गई। और साथ में मिठाई लेकर आई मै। मैं मिठाई खाकर पानी पिया और बोला आप चाय नहीं पी रहे हो। मै पी चुकी हूं। चाय पीने लगा। चाय फिकि है, मै चाची के तरफ देख कर बोला। नहीं तो तुमने मिठाई खाई है इस लिए तुमको फीकी लग रही है, चाची ने अपनी सफाई में कहा, तुमने बाल नहीं बनाया अपना। और उसने जाकर कंघी लेकर आई और मेरे बाल बनाने लगी। ओ मेरे सामने खड़ी होकर मेरे बाल ठीक कर रही थी, उसके बड़े बड़े गोल गोल बूब्स मेरे मुंह के सामने आ रहे थे। उसके बदन के खुसबू मेरे नथुनों में समा रही थे, मेरा लन्ड फिर अपने हरकत होने लगा। मेरे दिल में आया कि मै इसके मम्मी को अपने मुंह से पकड़ कर कर लूं। तभी उसने जोर जोर से हसने लगी। मै हसने का कारण पूछा तो उसने कुछ नहीं बताया बस हसे जा रही थी। फिर मैं उनसे पूछा कि क्या हुआ क्यो हसी आ रही है। जाकर आइने में अपनी सकल देखो। मै सोचा कि मेरे चेहरे पर कुछ लगा है, पर मै कुछ देर पहले ही साबुन से रगड़ रगड़ कर नहाया हूं तो हुआ क्या है मै चाची के कमरे में चला गया और आइने में अपना चेहरा देखा, कुछ नहीं लगा था। लगता है कि चाची मजाक किया, फिर मैंने उनसे पूछा कि कुछ नहीं लगा है मेरे चेहरे पर।तो उसने मेरे पास आकर मेरे होठों को अपने चुटकी से मसल कर बोली इतना बड़ा नहीं दिख रहा है। तब मै ख्याल किया कि मेरे होठ सुज कर मोटे हो गए थे। तब मुझे समझ आया कि उस समय चाची ने हमसे कहा था कि तुम कभी हमसे चुम्मी के लिए नहीं बोलोगे। मै थोड़ा गुस्से में चाची के तरफ लपका। तो उन्हों ने समझ लिया कि मै बदला लेने वाला हूं, तो उन्होंने अपने दोनो हाथों से अपने मुंह को ढक कर बेड़ में अपना मुंह छुपा लिया अब उसके बड़ी गांड़ मेरे आगे थी मै अपना लन्ड उसके पीछे सेट किया और उसके ऊपर झुक कर उसका हाथ खींचने लगा मेरे लन्ड उसके गान्ड में रगड़ रही थी और मैं उसके हाथ हटाने की कोशिश कर रहा था। उसने कहा कि नहीं बेटा ऐसा नहीं करना। नहीं मै भी तुमको वैसा ही करूंगा मैंने कहा और उसके हाथ हटाने के चक्कर बूब्स कई बार दबाया। मुझे इस झगड़े में मजा आ रहा था। चाची हस हस के बोल रही थी कि नहीं बेटा ये ऐसा नहीं करना, मेरी बदनामी होगी लोग देखेंगे तो क्या बोलेंगे। अब मेरा नाग जाग चुका था मै अपने लन्ड को उसके गांड़ के फाको में सेट कर के अपने दोनो हाथ उसके पेट से ले जाकर उसकी बूब्स को जोर से दबा दिया। तब चाची की आह निकल पड़ी। मैंने अपना लन्ड को उसके गांड़ में दबाते हुए बूब्स को मसलने लगा। अब चाची एकदम चुप हो गई उसने मेरा लौड़ा अपने गांड़ में महसूस कर रही थी और हाथ उसके बूब्स पर खेल रहे थे। तब उसने मेरा हाथ पकड़ कर खड़ी हो गई, अब मेरा नाग उसके दो फुटबॉल जैसे गान्ड के बीच में दब गए। उसने हटने के कोशिश किया पर मै पीछे से बेड़ के तरफ दबा कर रखा था, मेरा लन्ड अब तक उसके गांड़ के बीच में फसा था। और एक हाथ हाथ बूब्स पर जो उसने अपने हाथो से पकड़ रखा, मेरा लन्ड रह रह कर ठुनक रहा था। मैंने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मेरे होठ को अब तुम ही ठीक करो नहीं तो मैं भी बदला लूंगा। उसने हमको पीछे कर के हमारे तरफ घूम कर बोलीं। नहीं ऐसा नहीं करना हमारी बदनामी होगी। तो हमारा होठ ठीक करो। ये अपने आप ठीक हो जाएगा, बेड़ पर बैठते हुए कहा। नहीं मै भी करूंगा जैसे आपने हमारे साथ किया। कोइ देखेगा तो क्या कहेगा। कोई नहीं देखेगा, मै भी बेड़ पर बैठ कर बोला। मेरा होठ तुम्हारे जैसा सुज गया तो कोई भी देखेगा तो हमारी बदनामी होगी। मै इस मौके को छोड़ना नहीं चाहता था, मै पूरा मौके का फायदा उठाना चाहता था, मै जोर जोर से नहीं करूंगा, कोई निशान नहीं दूंगा। बस एक बार। किसी से बोलोगे तो नहीं, नहीं तो मुझे तेरे चाचा मारेंगे। मै उसका हाथ अपने हाथ में लेकर कहा कि, तुम हमारे अपने हो और अपनों के साथ कोई ऐसा कैसे कर सकता है, अगर आप को कोई बदनाम करेगा तो साथ में मै भी बदनाम हो जाऊंगा, मुझे भी मार पड़ेगी। मै तुम्हारी कसम खा कर कह रहा हूं कि सब बाते बस हमारे बीच में ही रहेंगे।
क्रमशः

तब उसने अपनी हाथ छुड़ाकर बोली कि ठीक है लेकिन बाद में अभी नहीं। बाद में तुम माना कर दोगी तो। नहीं पक्का, यकीन करो मै बाद में करने दूंगी अभी तुम जाओ। मै कुछ बोलना चाहता था कि वह अपनी उंगली मेरे होठ पर रख दिया। और बोली कि अभी कुछ नहीं, अभी तुम जाओ। आगे मै कुछ नहीं बोला और बाहर निकल आया। बाहर आ कर टहलने लगा, मुझे बुआ की बहुत याद आ रही थी, मै बात करने के लिए सोच कर फोन निकला लेकिन मोबाइल मै पैसा नहीं था, अब क्या करू मै मार्केट जाने के लिए सोच रहा था। पर मोटरसाईकल नहीं था सुबह चाचा हमे छोड़कर वापस चले गए थे, मै कुछ पूछ नहीं पाया कि कहा और क्यो जा रहे है। मै बगल वाले घर मेरे पड़ोसी घर गया वाहा मेरे दादाजी के भाई थे उनसे मोटरसाइकिल के लिए बोला तो वो बोले कि ठीक है जाओ मेरा भी एक काम कर देना मछली लेकर आना
मै ठीक है बोल कर उनसे पैसा लेकर चला गया। मै अपना रीचार्ज करवाया और अपने लिए भी एक मछली कटवा लिया। घर आ कर चाची को मछली देकर बोला कि हम लोग दो आदमी है इस लिए केवल सूखा तल लें। अच्छा है कि तुम लेकर आया मुझे भी दिल कर रहा था मछली खाने को, बोल कर चाची ने मछली की थैली ले लिया। मै बाहर आ कर बुआ को फोन लगाया और बाते करने लगा, काफी देर तक बाते करने के बाद मै उनकी सास के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि आे हमे कुछ दिन और रखना चाहती थी और जल्दी फिर बुलाएगी। बाते करने के बाद मै दादा के पास फोन लगाया और बाते किया और अम्मी से बात करने के लिए बोला तो दादा ने अम्मी को फोन दे दिया। मैंने अम्मी से पूछा कि आप लोग हमको कुछ नहीं बताया और चले गए। मम्मी ने अपनी सफाई में कहा,बेटा हम लोग को समय ही नहीं मिला रात को फोन आया और सुबह हम लोग निकल गए घर में कोई नहीं है इस लिए हमने जल्दी तुमको बुला लिया। कल दादी का अपरेसन हो जाएगा तो हम लोग परसो दोपहर तक आ जाएंगे। तुम अपना और चाची। का ख्याल रखना। कुछ से अम्मी से बात करने के बाद मै फोन रख दिया। साम के सात बज गए थे तो हमे भूख लगी थी। मै बाहर का सब दरवाजे बंद किया और अन्दर चाची के पास गया और बोला। चाची खाना बन गया। हा बेटा बन गया है, भूख लगी है तो तुम खा लो। और आप नहीं खाएगी, मैंने पूछा। मेरा शरीर मछली जैसा महक रहा है मै नहाने जा रही हूं और तुम इधर नहीं आना। पहले बता दिया। ठीक है लेकिन कुछ जरूरत होगी तो बुलाना मै यही हूं। नहीं हमे कोई जरूरत नहीं पड़ेगी तुम बाहर जाओ मै बाद में बुलाऊंगी। ठीक है बोल कर मै बाहर निकल आया, अभी मेरा घर पूरी तरह से नहीं बना था अभी इसमें बहुत काम बाकी था। बाथ रूम में एक चापाकल था, और केवल पांच फीट तक दीवाल उठी थी दरवाजा नहीं लगी थी क्यो की बाथ रूम पीछे गली से होकर जाना पड़ता था सामने आने जाने से कुछ नहीं दिखता। और मर्द लोग बाहर ही नहाते धोते अन्दर केवल औरत ही आती जाती थी। मै बाहर आकर बैठ गया और उसके बारे में सोचने लगा कि आज कुछ करने का मौका है अभी दो दिन तक अकेला ही रहना है। चाची की नंगी बदन याद कर के अपना लन्ड मसलने लगा। करीब पंद्रह मिनट बाद चाची की आवाज आई। अब आजा खाना खाते हैं। मै अन्दर आया तो देखा कि चाची नाइट गाउन पहन कर अपनी बाल कपड़े से झाड़ रही थी। मैंने पूछा कि अभी सुबह जैसा ही नहा रही थी। भाक्क पागल तू बहुत बदमाश हो गया है। और उसने अपने बाल को एक दुप्पटे में लपेट लिया। मै बोला मै क्या बदमाशी किया आपने बोला बाहर जाओ मै चुप चाप चला गया, बस मै यही पूछा की सुबह आप जैसे नहा रही थी वैसे ही अभी नहाया। नहीं वैसे नहीं नहाया। तो कैसे नहाया। तुझे सरम नहीं आती है चाची से इसतरह की बात पूछते हुए, उसने थोड़ा नाराजगी दिखाते हुए कहा। अब तो सब देख चुका हूं तब काहे का शर्म हमे बाहर नहीं जाना चाहिए था। तो गया क्यो देखना चाहिए था तुम्हे आे हमे छेड़ते हुए कहा। ठीक है मै खाना लेकर आती हूं तुम हाथ मुंह धो लो। मै हाथ मुंह धोकर उधर सोफे पर बैठ गया। चाची खाना देकर जाने लगी तो मै उन्हें रोक लिया और पूछा कि आप कहा का रही हो। मै भी खाना खाने जा रही हूं। आप भी आज हमारे साथ खा लो, ओ मेरा बात मान कर बैठ गई मै उसे पहला निवाला खिलाया,तो उसने भी मुझे खिलाया। हमलोग एक प्रेमी प्रेमिका की तरह खाना खाए। मै खाना खा कर चाची के रूम में जाकर टीवी देखने लगा। चाची बर्तन धो कर आई और बाल झाड़ने लगी मै टीवी पर गाने सुन रहा था चाची भी बाल झाड़ कर बेड़ पर लेट कर टीवी देखने लगी। मै चाची को अपना वादा पूरा करने को बोला तो उसने मना करने लगी हमलोग बाते कर रहे थे कि तभी चाचा का विदेश से फोन आ गया। चाची ने टीवी का आवाज कम करने को कहा मै टीवी ही बंद कर दिया क्यो की मुझे टीवी देखना पसंद नहीं था। चाचा कुछ देर बात किया और फिर दो मिनट मे करता हूं और काट दिया। मैंने पूछा कि क्या हुआ क्यों काट दिया। अभी दो मिनट में आएगा। मैंने चाची को बोला कि आप हमे भी बात सुनाओगी चाचा का। तू पति पत्नी के बात क्या सुनेगा। क्यो चाचा गलत बात करते हैं क्या। नहीं ऐसा कोई बात नहीं है। तभी फोन की घंटी बजने लगी उठाने से पहले मै बहुत मिन्नत किया हैंड्सफ्री करने के लिए। चाची ने बोला कि कोई आवाज नहीं करना नहीं तो मै फोन काट दूंगी। और उसने फोन उठा लिया। सलाम दुआ के बाद चाचा ने पूछा कि घर में कौन कौन हैं।
चाची - मै और मुन्ना।
चाचा - मुन्ना कहा है।
चाची - बाहर बरामदे में सोया है।
चाचा - आज तुमसे कुछ कहना है तुम माना तो नहीं करोगी। बहुत दिन के बाद मेरा दिल आज तुम्हारे लिए तड़प रहा है।
चाची - मै भी आपको याद करती हूं, बोलिए मना नहीं करूंगी क्या कहना चाहते हैं आप।
चाचा - पक्का बोल रही हो वादा करो।
चाची - हा ठीक है वादा है।
चाचा - आज हमारा पानी निकालने का मन करता है।
 
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चाचा - आज हमारा पानी निकालने का मन करता है। तभी चाची ने मोबाइल का आवज बंद कर के कान से लगा लिया, और बोली कि निकाल लीजिए इसमें मै क्या कर सकती हूं। मै चाची को आवाज बढ़ाने के लिए बोला तो उसने मना कर दिया। चाचा ने उधर से कुछ बोला था। चाची ने बोला कि नहीं मेरा मन खराब हो जाता है। मै चाची से चिपक कर लेट गया और मोबाइल से अपना कान लगा कर सुनने लगा। उधर से चाचा बोल रहे थे कि पहले तुम हमेशा बोलती थी इस तरह की बात करने के लिए तो मेरे रूम में बहुत आदमी रहते थे और आज कोई नहीं है तो मेरा भी दिल किया तुमसे इस तरह की बातें करने के लिए तुमने वादा किया है मेरे साथ।
चाची ने कहा कि ठीक है पर जल्दी से खतम कर देना। और चाची ने मोबाइल अपने दूसरे कान पर लगा लिया। मैंने चाची के कान में बोला की नहीं सुनने दोगी तो मै हाला करने लगूंगा। चाची ने मोबाइल को दूर कर के हमसे बोली नहीं तुम कुछ नहीं बोलोगे और कोई हरकत नहीं करना और किसी को भी इस बात को नहीं बतलाना। मैं हा बोल दिया। चाची ने आवाज बढ़ा दिया।
चाची - क्या बोल रहे थे आवाज कट गई थी।
चाचा - क्या कपड़ा पहनी हुई है
चाची - अभी शाम को नहा कर नाइटी पहन रखी है
चाचा - वाह मेरी जान क्या बात है अब तुम महसूस करो की मै तुम्हे क्या क्या करने जा रहा हूं।
चाची - ठीक है लेकिन जल्दी करना।
चाचा - बहुत दिनों से तम्मना है कि मै तुम्हे गर्म करके अपना पानी निकाल दू
मै समझ गया की अब क्या होने वाला है मै इस मौके को हाथ से गवाना नहीं चाहता था। चाची अब खुल कर बात करने लगी थी।
चाची - मेरा भी बहुत दिल कर रहा है
चाचा - आज तेरी मुनिया रोएगी। मै अपना हाथ तुम्हारे पेट पर रख कर घुमा रहा हूं।
मै भी अपना हाथ उसके पेट पर रख दिया और घुमाने लगा तब चाची ने मेरा हाथ पकड़ लिया।
चाचा - अब मै अपना हाथ तुम्हारी चूचियों की तरफ धीरे धीरे सहलाते हुए बढ़ रहा हूं।
मै भी अपना हाथ उसके हाथो से खींचते हुए चूचियों के तरफ बढ़ने लगा और बूब्स पर रख दिया। इसने ब्रा नहीं पहनी हुई थी मै हाथ में उसकी एक चूची पकड़ लिया। चाची ने फिर मेरे हाथ रोक लिए।
चाचा - अब मै तेरी चूचियों को हल्के हल्के मसल रहा हूं।
चाचा जैसे बोल रहे थे मै उस की बात पर अमल करते हुए चाची के ऊपर ट्राय कर रहा था एक तरह से चाचा हमको गाइड कर रहे थे। मै हल्के हाथो से बूब्स मसलने लगा चाची हमे रोकना चाहा पर मै अपना काम जारी रखा।
चाचा - मै अब तुम्हारी बूब्स को चूसना चाहता हूं चाट चाट कर लाल कर दूंगा
मै भी मम्मे को बाहर निकालने लगा इस बार चाची हमे नहीं रोकी बल्कि आत्मसमर्पण कर उसने खुद दूसरी को बाहर निकाल दिया दोनों मम्मे को बारी बारी से सहलाने लगा।
चाचा - तुम कुछ नहीं बोल रही हो जाने मन। नहीं बोलोगी तो हमे माजा कैसे आएगा।
चाची - ठीक है अब बोलूंगी।
चाचा - केवल हा हूं बोलो मै तुम्हारे ऊपर आकर तुम्हारी बूब्स को चुसुंगा।
चाची - ठीक है मेरे राजा जल्दी से मेरे चूचियों को चूस कर लाल कर दो।
अब मै जल्दी से उसके ऊपर चढ गया और एक चूची को मुंह में भर कर चूसने लगा और दूसरा हाथ से पकड़ कर मसलने लगा दोनों को बारी बारी से चूस रहा था।
चाचा - मेरी जान मजा आ रहा है न। मैंने चाची के निप्पल को जोर से दबाया तो उसके मुंह से आह निकल पड़ी
चाचा - मेरी जान लगता है की तुम भी सुरु हो गई है, अब मै तेरी बिना बालो वाली चू त को चाटने का मन कर रहा है तेरी नमकीन पानी चाट चाट कर साफ कर दूंगा।
मै भी अब नीचे की तरफ खिसका तो चाची ने हमे पकड़ लिया ओ हमे चू त के तरफ नहीं जाने देना चाहती थी पर मै नहीं छोड़ना चाहता था और मैं बैठ कर उसकी नाइटी को कमर तक उठा दिया। नीचे चड्डी भी नहीं थी। सायाद उसने नहाने के बाद नहीं पहना था। मै उसके चू त पर हाथ रखा ये मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा सबसे हसीन पल को याद कर लेना चाहता था क्यो की मेरा पहला सेक्स अनुभव होने वाला था।
चाचा - मै तुम्हारी दोनों टांगे फैला कर अपना मुंह चू त के ऊपर रख कर जुबान से जल्दी जल्दी चाट रहा हूं।
अब चाची की आवाज तेज होने लगी थी उसकी सिसकियां साफ सुनाई दे रही थी। मै भी दोनों टांगे खोल कर अपना जीभ से एक बार पूरा नीचे से ऊपर तक चाट लिया इसका नमकीन और कसैला स्वाद से मै मदहोश हो गया, उसका पूरा बदन हिल गया और उसने मेरे सर को पकड़ लिया पर मै दुबारा अपना जुबान उसकी चूत की पंखुड़ियों के बीच में लगा दिया और कुत्ते की तरह चाटने लगा अब चाची मेरा सर पकड़ कर अपने जांघो के बीच दबाने लगी हमे ऐसा लगा कि मेरा सर अपने अंदर घुसा लेना चाहती हो उसकी पानी पूरी चाट कर साफ कर दे रहा था मै। तभी चाचा ने बोला मेरी प्यारी रानी तेरा पानी बहुत निकाल रहा है तेरा चुत बहुत गीला हो चुका है अब अपना लन्ड डालूंगा। चाची ने कसमसाते हुए कहा कि अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है अब अपने लन्ड से मेरी प्यास बुझा दो मेरी जन मेरे राजा। मै भी अपना लोवर निकाल कर उसके ऊपर लेट गया और उसने तरफ देख कर मुस्कुराया उसने मेरा सर पकड़ कर अपने होठ मेरे होठ से लगा लिया उसकी चुत की पानी मेरे मुंह में लगा हुआ था अब आे मेरे चाट रही थी मै भी उसके होठ चूस रहा था। उसने मेरा जुबान अपने मुंह में डाल कर चूसने लगी। मै अपने लन्ड को सेट करने लगा पर जगह पर नहीं जा रहा था तभी उसने मेरा लन्ड पकड़ कर अपनी रसभरी बूर में डाल कर अपने दोनो हाथों से मेरे चूतडों को दबा कर पूरा लौड़ा अपने अंदर घुसा लेना चाहती थी। मै भी पूरी ताकत से अपना लन्ड उसके योनी में गहराइयों तक उतार दिया। उस समय मुझे जन्नत का सुख मिल रहा था। मै अपनी आंखे बंद करके उस अनुभव पूरा का आनंद उठा रहा था। उसकी गीली गर्म बुर ऐसा लग रहा था कि जैसे गर्म घी में अपना लन्ड डाल रहा हूं मै अपना लन्ड धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा, तभी मेरा लन्ड फिसल कर बाहर निकल आया। चाची ने फिर तेजी से पकड़ कर अपने अंदर घुसा दिया। मै आगे पीछे करने की कोशिश करता तो बाहर निकल जाता। अब चाची को गुस्सा आ गया और उसने मुझे नीचे पटक कर मेरे ऊपर चढ़ कर मेरे लन्ड पर बैठ गई। तभी चाचा का आवाज आई मेरी जान मै निकालने वाला हूं तुम्हारा क्या हाल है। चाची भी घुटी घूटी आवाज में बोली, मेरे राजा मेरा बलाम मेरा बुर भी पानी छोड़ रही है, गरम गरम पानी निकाल रहा है मेरे बुर से मेरे राजा और चाची सिसकी ले कर मेरे लन्ड पर हिलने लगी। चाचा का आवाज आई मेरी जान मै अब निकल गया थोड़ा रुक कर फोन करता हूं चाची ने जल्दी से फोन कर कर मुझे देखते हुए कहा कि, साले, माधरचोद चोदने का ढंग नहीं था तो मेरे बुर में अपना लन्ड क्यो डाला। ऐसा बात सुन कर मेरे अंदर भी जोस आ गया और मै उसके दोनों बूब्स पकड़ कर जोर जोर से मसलने लगा तब आे जोर जोर से सीत्कार निकल कर मेरे लन्ड पर हिलने लगी आह मेरा बेटा आज तक तू कहां था कितने महीनों से मै अपनी बुर में उंगली डाल कर अपनी रस निचोड़ रही थी। आह आह मेरे राजा मेरी प्यास बुझा दो और आे मेरे ऊपर लेट गई उसका बदन ढीला पड़ने लगा ओ जोर जोर से हाफ रही थी मुझे भी अब जोश आ गया था अब मै उसे नीचे कर दिया और उसके ऊपर लेट गया और उसकी चूची अपने मुंह में लेकर चूसने लगा उसकी रसभरी बुर में अपना लन्ड अन्दर बाहर करने लगा। चाची मेरे चूतड़ों को अपने हाथ से पकड़ कर सहारा दे रही थी कि उसकी गीली गर्म बुर से मेरा लन्ड बाहर नहीं निकल पाए मै धीरे से बाहर अपना लन्ड निकलता और तेजी से भीतर पेल देता साथ में उसकी आह की आवाज निकल रही थी कुछ ही मिनट बाद मेरा बदन अकड़ने लगा मै अपना बदन चाह कर भी नहीं हिला पा रहा था चाची मुझे अपनी बाहों में कस कर पकड़ लिया और मेरे होंठों को चूसने लगी। मेरा लन्ड ठुनक ठुनक कर अपना गर्म लावा उसके रसभरी बुर में छोड़ दिया। मेरा बदन अब सिथिल होकर उसके ऊपर पड़ा था मेरा लन्ड भी उसके बुर में था उसने अभी तक मुझे कस कर अपनी बाहों में जकड़ा था। बहुत देर तक हम लोग इसी हालत में सोए रहे। तब उसने मुझे नीचे उतार कर बाहर निकल गई। मै अभी तक अपने आप को संभाल नहीं पाया था और बेसुध नंगा पड़ा था। करीब आधा घंटा तक इसी तरह रहने के बाद मै उठा चाची अभी तक नहीं आई थी। मै बाथरूम जाकर पिसाब किया और चाची को आवाज लगाई। कोई जवाब ना पाकर मै उसे ढूंढने लगा। नीचे चारो तरफ देख लिया कहीं दिखाई नहीं दिया आवाज भी लगाई कोई जवाब नहीं मिला। मै अब डर गया कि चाची कहा गई नाराज तो नहीं हो गई। मै अब ऊपर जाने लगा देखने के लिए। ओ सीढ़ियों पर बैठी हुई थी। यहां क्यो बैठी हो। ओ दुखी होकर बोली कि अब तुम जाओ। मुझे अकेला छोड़ दो। क्यो अकेला छोड़ दू तुम्हे, बोल कर मै उसके पास बैठ गया। उसने तुरन्त उठ कर ऊपर चली गई। और ऊपर कमरे में जाकर लेट गई। मै भी पीछे पीछे गया और उसके पास बैठ गया। क्या हुआ तुमको क्यो नाराज हो गई। तुमने मेरे साथ अच्छा नहीं किया अब मै तुम्हारे चाचा को कैसे मुंह दिखाऊंगी। मेरे कदम बहक गए थे। और रोने लगी। मै भी डर गया कि ये कोई गलत कदम उठा लिया तो मुश्किल हो जाएगा। मै उसको उठा कर बैठाया और बोला कि आपने हमसे वादा किया था कि आप हमारे चलते आसू नहीं निकलेगी। नहीं बेटा तुम्हारा कोई गलती नहीं है सारी गलती मेरी है,मेरे ही कदम बहक गए थे। नहीं मेरी जानू तुम्हारी कोई गलती नहीं है सारी गलती मेरी है, मेरी अन्दर वासना की आग दहक रही थी और मैं तुम्हारा गलती का फायदा उठा लिया। अब मुझे जीने का कोइ अधिकार नहीं है अगर मेरे मरने से आपकी संतुष्टि मिलती हैं तो मै मरने के लिए तैयार हूं। चाची ने मेरे मुंह पर हाथ रखकर बोली नहीं मेरे लाल किसी के मरने से कोई फायदा नहीं होगा। तो आप दुखी क्यो है मै उसका आसू पोछते हुए कहा। कुछ नहीं अगर ये सब बात किसी को पता चल गया तो मेरी जिंदगी बर्बाद हो जाएगा। मै किसी को मुंह दिखाने के लायक नहीं रहूंगी। कैसे किसी को पता चलेगा अगर हम में से कोई नहीं बताएगा तो मैंने उसे समझाया। अगर तुम किसी को भी बता दिया तो उसने सक की नजर से देखते हुए कहा। मै किससे कहूंगा कि मै अपने चाची को चोदा हूं, अम्मी से, या अब्बू से, या दादा से, या चाचा से, या मोहल्ले वालो से किससे कहने वाली बाते है। तुम हमारे अपने हो और अपनों का कोई इज्जत लूटता है नहीं ना। तुम मेरी पहली प्यार हो आज तक मै किसी लड़की या औरत को इस नजर से नहीं देखा बस रूम ही मेरी पहली प्यार हो और अपने पहले प्यार की कसम मै तुम्हे कभी किसी तरह की तकलीफ नहीं होने दूंगा। आई लव यू जान मै तुमसे बहुत प्यार करता हूं। अब चाची थोड़ा सांत हुई और बोली कि क्या तुम सच बोल रहे हो, इसके पहले तुमने किसी से प्यार नहीं किया। नहीं चाची मै तुम्हारी कसम खा कर कह रहा हूं कि आप ही मेरी पहली प्यार हो। अब उसे बिस्वास हो रहा था। आज वादा करो कि अगर तुम्हारी जान भी जा रही होगी तब भी हमारे प्यार के बारे में किसी को पता चलने नहीं दो। मै अपनी जान की जान का कसम खाकर कहता हूं कि मै मरते दम तक किसी से अपने प्यार के बारे में नहीं बताऊंगा, लेकिन दो सर्त है मेरी। उसने चौकते हुए कहा अब कौन सा सर्त है। वहीं पुराना वाला। कौन पुराना वाला। एक कि आप आसू नहीं निकलेगी, और दूसरी कि मेरा बदला पूरा नहीं हुआ है। भक्क पागल तूने मुझे डारा दिया था, और मुझे अपने सीने से चिपका लिया। मै उसे वहीं लिटा कर उसके बदन से चिपक कर उसके पूरे बदन पर हाथ फिराने लगा। ओ बस मुझे देख रही थी। मैंने पूछा कि मै अपना बदला पूरा कर लूं। उसने बोला कि होठ पर निशान नहीं आनी चाहिए। दूसरी जगह तो निशान दे सकता हूं। ओ मेरा इसारा समझ लिया और बोली कि ठीक है लेकिन काटना नहीं देना मैंने तुम्हे काटा नहीं था। ठीक है बोल कर मै उसके दोनों बूब्स पकड़ कर मसलने लगा और उसके निप्पल चूसने लगा। मै एक चूची मुंह से चूस रहा था और दूसरी एक हाथ से पकड़ रखा था और मेरा एक हाथ उसकी कमर पर चल रही थी धीरे धीरे सहलाते हुए उसकी बुर पर मेरी हाथ पहुंच गई तो उन्होंने अपने दोनो टांगे फैला दी मै इसरा समझ कर अपना एक उंगली उसके बुर में डाल दिया। चाची का बदन एक बार फिर तड़प उठा।
 
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मेरा लन्ड खड़ा हो गया। मै उसका हाथ पकड़ कर अपने लन्ड पर रख दी। उसने अपने नरम नरम हाथो से मेरा गर्म और कड़क लन्ड पकड़ लिया। मेरा लन्ड फिर उसके फुली हुई रसदार बुर में जाने के लिए तड़प उठा। एकाएक उसने मुझे हटा कर खड़ी होकर बोली अब नहीं। मै उसका हाथ पकड़ लिया और बोला क्यो नाराज हो गई आप। नाराज नहीं हूं, लेकिन ये सब ठीक नहीं है, और हाथ छुड़ाने लगी। मै भी खड़े होकर उसके करीब जाने लगा, उसने कोई विरोध नहीं किया तब मै मौन स्वीकृति पाकर उसको पीछे दीवाल पर टिका कर उसके मुंह में अपना जीभ डाल दिया। उसने मेरे जीभ से खेलने लगी, मै मौका देख कर अपना लन्ड आजाद किया और उसके पाव रोटी जैसे फुली हुई बुर में जगह बनाने लगा मुझे मै काफी कोशिश किया पर अपना लन्ड घुसाने के लिए लेकिन अन्दर नहीं जा रहा था मै उसका हाथ पकड़ कर अपने लन्ड सेट करने के लिए इशारा किया और अब मै उसके जीभ अपने मुंह में डाल दिया तभी उसने अपना हाथ से मेरा लन्ड पकड़ कर अपने चुत पर सेट किया और फिर मैंने उसकी सुखी हुई बुर में अपना लन्ड पेल दिया और उसके मुंह से एक आह निकल पड़ी। उसने मुझे कस कर पकड़ लिया और कहा अभी सुखी हुई थी। पर मेरा लन्ड अपने बुर में डाले रखा बाहर नहीं निकाला। थोड़ी देर बाद वो हिलने का इशारा किया मै अपना लन्ड आगे पीछे करने लगा मुझे बहुत मजा आ रहा था उसकी बुर रस छोड़ने लगी मेरा लन्ड उस गरमा गर्म पानी में फच फ़्फ़ाच का आवाज करने लगा। कुछ देर बाद उसने मुझे नीचे जमीन पर सुला कर ऊपर से मुझे चोदने लगी जोर जोर से जल्दी जल्दी अपनी कमर चला रही थी इस बार उसने मुझे ऊपर नहीं आने दिया। कभी कभी मेरा उसके अंदर से बाहर निकल जाता तो उसने तेजी से पकड़ कर अपने अंदर घुसा लेती। लगता है कि उसने अपना महीनों की प्यास बुझा रही हो। बहुत देर उसने मुझे चोदा जब उसका बदन ढीला होने लगा तब उसने अपनी बुर को मेरे लन्ड पर दबा दिया तब मै भी अपना गरमा गर्म लावा उसके गर्म बुर में छोड़ दिया। कुछ देर इसी तरह पड़े रहे उसके बाद मेरे ऊपर से उठ कर मुझे उठाया मै वहीं बेड़ पर लेट गया चाची नीचे चली गई। मेरी आंख कब लग गई मालूम नहीं चला। सुबह मेरी आंख खुली तो मै नीचे आया चाची नीचे जमीन पर बैठ कर कुछ सोच रही थी। जब मै उसके सामने गया तो उन्होंने मुस्कुराया और अपनी आंखे नीचे कर लिया और कुछ बोली नहीं। मै बोला केन दो दूध लेकर आता हूं बोल कर बाथ रूम गया। हमारा पीसाब धीरे धीरे निकल रहा था और मेरे लन्ड में जलन हो रही थी। मै हाथ मुंह धोकर दूध लेकर आया चाची ने चाय बनाया और हम लोग बैठ कर चाय पीने लगे। चाची मुझसे नज़रे चुरा रही थी। कोई किसी से नहीं बोल रहा था। मै चुप्पी तोड़ते हुए पूछा, चाची मुझे पेशाब करने पर दर्द हो रहा है। चाची धीरे से कहा मै मना किया था तुमने नहीं माना। मै भी अपनी सफाई में कहा, मै तो धीरे धीरे कर रहा था तुमने जोर जोर से धक्का दे रही थी। हा अब सारा इल्जाम मेरे ऊपर लगाओगे उसने तिरछी निगाहों से देख कर बोली। मै बोला कि जाने दो जो भी हुआ ठीक हुआ अब मेरा क्या होगा सुबह से सूसू नहीं आया। हल्दी डाल कर दूध देती हूं ठीक हो जाएगा। तब मै पूछा कि तेल लगाने से लाभ होगा। लगा कर देखो उसने कहा। मै तेल का सिसी लेकर दिया उस और लगाने के लिए बोला। उसने बोला की अपने हाथ से मालिश कर लो। तब मैने जिद करने लगा कि आप लगाओ उसने। मुझे बेड पर आने को बोला तो मैं जल्दी से कपड़े उतार दिया और बेड़ पर लेट गया। उसने अपने नरम नरम हाथो से मेरे लन्ड को मालिश करने लगी। अब मेरा लन्ड खड़ा होने लगा। मै उसे इशारा किया कि वह अपने चुत में मेरा लन्ड डाले पर उसने साफ मना कर दिया बोली कि अभी नहीं मेरा भी दर्द कर रहा है। मेरा भी दर्द कर रहा था इसलिए कुछ नहीं किया। उसने हल्दी डाल कर दूध दिया। मै दूध पीकर बरामदे में बैठा था तभी चाचा गुड़िया बुआ को लेकर आए। चाचा नहा कर चाय पीकर चले गए। मै बुआ से पूछा कि वे लोग कब तक आएंगे। बुआ ने कहा, कल शाम तक आएंगे। चाची खाना खाने के लिए बोला तो मैं खाना खाने बैठ गया। तभी बुआ चाची से बोली कि मै नहाने जा रही हूं आप हमारे पीठ पर साबुन लगा देना। बुआ जब चल रही थी तो उसके हिलते हुए मम्मे देख रहा था उसकी गोल गोल चूतड़ को भी घुर रहा था। चाची ने मुझे उसके मम्मे घूरते हुए देख लिया। जब बुआ नहाने चली गई तो चाची ने कहा कि तुम्हारा नजर कहा था। मै कुछ नहीं बोला, मेरे मन में आइडिया आया अगर चाची को माना लिया तो बुआ के नहाते हुए देख सकता हूं। मै चाची को आवाज लगाई। मै बोला कि अगर आप हमारा एक काम कर दो आपकी बहुत मेहरबानी होगी। चाची ने पूछा कि क्या काम है। मैंने कहा कि मै बुआ को नहाते हुए देखना चाहता हूं। चाची ने माना कर दिया पर मै जिद करने लगा तब वो बोली ठीक है लेकिन जब मै उसे मुंह पर साबुन लगा कर बुलाऊंगी और तुम जल्दी से हट जाना नहीं तो मुझे बात सुननी पड़ेगी लेकिन हमको क्या मिलेगा। आपका भी एक वादा पूरा करूंगा उसने बोला ठीक है। मै अब इंतजार करने लगा कब मुझे उसकी भीगी हुई जवानी देखने को मिलेगा। इंतजार की घड़ियां खतम हो गया। चाची के इशारा मिल गया मै दबे पांव बाथ रूम तक गया और देखा भी लेकिन जितना सोचा था उतना नहीं मिला। बुआ ने चड्डी और ब्रा पहन कर नहा रही थी। मै चाची से इशारा किया कि ब्रा खोल दो पर चाची राजी नहीं हुई। चाची ने मुझे जाने का इशारा किया पर मै नहीं हटा। तब चाची बुआ को बोली कि आपके कपड़े मै अपने बेड़ पर रखी हू आप वही आ जाना और उसने निकल कर मेरा हाथ पकड़ कर वाहा से हटा दिया। मै बोला कि आप नहीं देखने दिया आप चाहती तो दिखा देती। चाची बोली कि तुम पागल हो गए हो अगर मालूम चल गया तो हम दोनों की शामत आ जाएगी। और उसने अपने रूम में चली गई मै भी उसके पीछे पीछे उसके कमरे में जाकर उसको पीछे से पकड़ लिया और उसके दोनों बूब्स पकड़ कर मसलने लगा अपनी और अपना लन्ड उसके गदराई हुई गांड़ में रगड़ने लगा। ये क्या कर रहा है गुड़िया देख लेगी और चाची छुड़ा कर बेड़ पर बैठ गई। मै नाराज होने का नाटक करने लगा। तब चाची ने मुझे मनाते हुए कहा कि मेरे राजा नाराज नहीं होना मै अपना दिखा दूंगी। मै भी नाराज होकर बोला जाने दो मेरा एक काम तो किया ही नहीं। तभी चाची ने कहा कि तुम देखना चाहते हो तो अब भी देख सकते हो मै पूछा कि कैसे। चाची ने कहा कि मुझे कैसे देखा वैसे ही। हम लोग ने प्लान बनाया और मै टीवी चालू कर के बेड़ पर बैठ कर देखने लगा चाची कुर्सी पर बैठी हुई थी। करीब पंद्रह मिनट बाद बुआ नहा कर टावल लपेट कर आई और अपना कपड़ा उठा कर मुझको कमरे से बाहर जाने के लिए बोला उसकी नंगी जांघे दिख रहा था मै चुप चाप उतरने लगा तभी चाची चूहा चूहा बोल कर चिलाने लगी। बुआ चूहा से बहुत डरती थी मै अभी बेड़ पर ही था तभी चाची चूहा चूहा बोल कर कूदने लगी और बुआ भी कहा है कहा है बोली तभी चाची ने मोका देख कर उसका टावल खींच दिया और चूहा चूहा बोल कर कमरे से भाग गई। अब बुआ बिल्कुल नंगी हो गई बुआ की बूब्स चाची से भी बड़े बड़े और गोल गोल मेरे आंखो के सामने आ गए उसकी गोरी गान्ड उभरी हुई बिल्कुल कटे हुए तरबूज की तरह लग रहा था। मै भी जल्दी से उतरने लगा तो मै पैर उसके टावल पर रख दिया और मै अनजाने में ही उसके नंगी बदन को छू कर निकल गया।
 
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शाम तक मै बाहर ही रहा। बाद में चाची का फोन आया कि चाय पीने आ जाओ मै बोला कि बुआ से डर लगता है। तभी चाची ने कहा, गुड़िया मुन्ना को क्या दिखया है कि वह डर गया है घर में नहीं आ रहा है जाकर ले आओ मुन्ना को, शायद बुआ चाची के पास ही इसलिए मुझे भी सुनाई दी। मै बरामदे मै बैठा था तभी बुआ आई उसने कहा कि मुन्ना चल चाय पीले। मैं कुछ नहीं बोला। कुछ देर बाद उसने चाय रख कर चली गई मै चाय पीकर दोस्तो से साथ खेलने चला गया। रात में हम लोग खाना खा कर सोने जा रहे थे तभी चाचा आ गए उसने कहा कि डॉक्टर ने कहा कि जब तक पट्टी नहीं खुलता तब तक यही रहना पड़ेगा तो कपड़ा और बिस्तर लेकर जाना पड़ेगा । मै दादी के बेड़ पर सो गया चाचा बाहर सोए हुए थे। मुझे करीब दो बजे रात को नींद खुल गया मुझे दादी के बेड़ पर उलझन महसूस हो रहा था। मै ऊपर वाले कमरे में सोने के लिए सोचा। क्यो की अम्मी के कमरे में बुआ सो रही थी। मै सीढ़ियों से ऊपर चढ़ने लगा। तभी मैंने किसी के कराहने कि आवाज सुनाई दिया मुझे लगा कि कोई रो रहा है। मै ख्याल किया तो बुआ की आवाज आ रही थी। मुझे लगा कि दोपहर में जो कुछ हुआ उसी के वजह से बुआ रो रही है। तभी मुझे एक और आवाज सुनाई दिया आह मेरी जान मजा आ रहा है। बुआ भी सिसक उठी और बोली मेरे भाई मेरे जान कई दिन से मुझे मोका नहीं मिल रहा था आज मेरी प्यास बुझा दो मेरी जान। जब मै ये सब सुना तो मुझे अपने कानो पर विश्वास नहीं हुआ। मै ऊपर जाकर देखने लगा। दीवाल मै बम्बू लगाने के लिए छेद छोड़ा जाता है मै उसी छेद से देखने लगा। दोनों नंगे एक दूसरे में लिपटे हुए थे। चाचा नीचे बैठा था और बुआ उसके लन्ड पर बैठ कर हिल रही थी दोनों के होठ आपस में ज़बाब सवाल कर रहे थे। चाचा बुआ के गान्ड पकड़ कर अपने लन्ड पर दबा रहा था। बाद में दोनों पोजीसन बदल कर नीचे ऊपर हो गए। चाचा ऊपर से लगतार धक्के मार रहा था बुआ की आवाज तेज होने लगी मेरा लन्ड खड़ा हो गया था। मुझे ये सब देख कर बहुत मजा आ रहा था। अब चाचा उसे घोड़ी बना कर चोद रहा था। मै देख कर नीचे आ कर सो गया। कुछ देर बाद दोनों आए। चाचा ने मुझे जगाया और बोला कि मै चार बजे जाऊंगा तुम सामान रखने में मेरी मदद करो। बुआ सामान बांध रही थी मै उसके हिलते हुए मम्मे देख रहा था उसने ब्रा नहीं पहनी हुई थी। उसके निपल चाचा ने चूस कर बड़ा बड़ा कर दिया था। उसके बदन महक मुझे मदहोश कर दिया। मै सब सामान रख दिया। चाचा नहा कर चले गए। बुआ सोने चली गई मै बाहर से सब दरवाजे बंद कर के अम्मी के कमरे में गया वाहा बुआ सो रही थी मै लाइट चालू किया तो बुआ ने कहा कि क्या हूं मुन्ना। मैंने कहा कि अम्मी की याद आ रही है। उसने कहा कि भाई जान दुबारा आएंगे तो तुम उनके साथ जाकर मिल आना अब जाकर सो जाओ। मै यहां सो जाऊ मै बेड़ पर बैठ कर बोला। ठीक है तुम यहां सो जाओ मै ऊपर चली जाती हूं। नहीं अकेले नहीं मुझे आपके साथ सोना है। उसने कुछ सोच कर बोला ठीक है आ जाओ। मै भी साइड में लेट गया। कुछ देर सोने के बाद मै बोला कि, बुआ आपसे एक बात बोलूं गुस्सा तो नहीं करोगी। उसने कहा कि गुस्सा वाली बात होगी तो जरूर गुस्सा करूंगी। मै बोला कि दोपहर में जो कुछ भी हुआ उसमे मेरी गलती नहीं है मै तो चुप चाप जा रहा था। उसने मेरे सर पर हाथ रख कर बोली कि मेरे लाल मै तुमको कुछ बोली नहीं न लेकिन ये सब बाते किसी के सामने बोलना नहीं चाहिए। मै उसके तरफ घूम कर बोला कि यानी आप उस बात के लिए गुस्सा नहीं हो। नहीं हूं पक्का बोल रही हूं। तब मै कहा कि आप बहुत सुंदर हो। तब उसने हस कर बोली, धत् पागल ऐसा नहीं बोलते मै तुम्हारी बुआ हूं। तब मैंने कहा कि सचमे आप बहुत सुंदर नहीं हो। तब उसने थोड़ा नाराजगी जताते हुए कहा कि रुक आने दे भाभी को बताती हूं कि कितना बदमाश हो गया है। मै क्या बदमाशी कर रहा हूं आपके साथ बोल कर मै उसको गुदगुदी कर दिया। मै ज्यादा समय बर्बाद नहीं करना चाहता था और सीधे मुद्दे पर आ गया बोला कि मै आपको फिर देखना चाहता हूं। उसने मुझे डराते हुए कहा कि तू बहुत बदमाश हो गया है अब तेरे अम्मी को सब बताना पड़ेगा। मै भी धमकी दिया मै अभी चाची को बताता हूं। क्या बतायेगा उसने चौकते हुए पूछा। मै उसके पास जाकर धीरे से कहा कि चाचा और तुम ऊपर कमरे में मै आज देखा कैसे तुम आह उह आह कर रही थी। अब उसका सिट्टी पिट्टी गुम हो गया ओ डर गई। उसने कहा कि ये गलत है मै कुछ नहीं किया और अपनी सफाई देने लगी। मै उसकी बातो को अनसुना करते हुए बोला की अब दिखा दो उसका गला भर आया और वे रोने लगी मै कुछ नहीं बोला और वाहा से निकल गया और सोचा कि अब क्या करना चाहिए। मै सीधे चाची के कमरे में गया चाची जाग रही थी मै उसे धीरे से ऊपर कमरे मै आने के लिए बोला। उसने पूछा कि क्यो मैंने कहा कि आपको एक राज की बात बतानी है। चाची को सब कुछ बताया उसको ये भी बताया कि मै उसको बताया कि मै देख चुका हूं तो आे रो रही हैं। मै पूछा की अब क्या करना चाहिए मुझे बुआ को भी करना है आप बताओ। तभी सीढ़ियों पर किसी के आने की आवाज आई मै समझ गया कि बुआ आ रही है। मै वहां से निकालना चाहता था पर बुआ कमरे में आ गई। उसके आंखो मै आंसु निकल रहा था। वो हम दोनों को देख कर समझ गई कि चाची को सब बता दिया हूं।
 
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वो वापस जाने लगी तब चाची उसे आवाज लगाई और बुला कर अपने पास बैठा लिया और उसके आंखो में आंसुओ को देख कर बोली कि मेरी गुड़िया रानी के आंखो में आंसू क्यो निकल रही है। बुआ ने सिसकते हुए कहा कि मुन्ना आपको क्या बोल रहा था। चाची ने कहा कि मुन्ना बोल रहा है कि उस समय बुआ को देख लिया और आे नाराज है। चाची ने मुझे समझाते हुए कहा कि ये सब घर की बाते है। किसी के सामने नहीं बोलना नहीं तो हम सभी लोग बदनाम हो जाएंगे। चाची ने बुआ कि आंखे पोच्छते हूं मुझे आंख मारी मै भी आंख मारी एक बार और दिखाने के लिए इशारा किया। मै चाची को बिस्वास दिलाया कि मै किसी से नहीं बोलूंगा लेकिन एक बार और देखना चाहता हूं। चाची ने कहा को बात नहीं फिर कभी दिखा देगी। मै पूछा की कब तो चाची ने कहा कि आज जब नहाने जाएगी तब देख लेना। बुआ सोच मै पड़ गई की क्या कर रहा है हम तीनों नीचे आए । सुबह हो गई थी तो मै बाहर सफाई किया। और दूध लेकर आया और हम लोग चाय पिए। चाचा रात को कपड़ा लेकर आए थे उसे धोने के लिए बुआ चली गई। चाची ने मुझे इशारा कर के बुलाया उसने मुझे अपने कमरे में लेकर गई और मुझे अपना प्लान बताया उसने कहा कि हमको भी उसके बदन का मजा लेना है। मै बोला कि तो चलो सुरु हो जाओ। चाची और भी कपड़े धोने के लिए कम्बल चादर और भी निकाल दिया। और मुझे बोली कि लेकर चलो धोने के लिए। मै सारा कपड़ा डाल दिया और चाची के बुलाने का इंतजार करने लगा। प्लान के मुताबिक। चाची ने बुआ के कपड़े निकलवा दिया और उसके बदन पर दुप्पटा लपेट दिया। चाची भी नंगी होकर दुप्पटा लपेट लिया। अब चाची ने मुझे आवाज लगाई मुन्ना हमारी मदद करो कपड़े धोने में। मै इसी आवाज का इंतजार कर रहा था। मै जल्दी से अन्दर घुस गया। बुआ चाची को बोली कि इसको क्यो बुलाया हम लोग धो देंगे। चाची ने मुझे एक कातिल मुस्कान देकर बोला रहने दो पानी चलाएगा। बुआ अपने आपको छुपा रही थी पर उसकी अधनंगी बदन मेरे आंखो के सामने था। चाची मुझे चापा कल से पानी निकलने को बोला मै पानी निकालने लगा तभी चाची ने कहा कि तुम भी अपना कपड़ा निकालो धो देती हूं। मै अपना कपड़ा निकाल दिया और चड्डी पर हो गया। तभी मै प्लान के मुताबिक चाची के ऊपर पानी फेक दिया चाची ने भी जग में पानी लेकर मेरे ऊपर फेंकने फेक दिया लेकिन सरा पानी बुआ के ऊपर गिरा क्यो की बुआ बीच में बैठी हुई थी। दुपट्टा गीला हो गया। अब बुआ का मदमस्त जवानी बाहर झलकने लगी। अब मेरा लन्ड अकड़ कर सलाम करने लगा। मेरा दिल कर रहा था कि अभी बुआ के पटक कर चोद दू। पर चाची के प्लान के मुताबिक चल रहे थे। चाची कम्बल धो रही थी उसने एक के ऊपर एक नीचे तीन कम्बल बिछा दिया। और ब्रस मारने लगी हमारे प्लान के मुताबिक बुआ को गुस्सा दिलाना था। मै फिर पानी चाची के मुंह पर फेका। चाची ने भी मुझ पर पानी फेक दिया। हम दोनों के तकरार में बुआ पूरी भीग गई। तब गुस्सा आ गया उसने पूरी बाल्टी उठाई और चाची के ऊपर डाल दिया। चाची ने उसके दुप्पटा खींच दिया। बुआ बिल्कुल नंगी हो गई उसने। अपने हाथो से अपनी दोनों बूब्स पकड़ कर बैठ गई। अब चाची बदन को सहलाने लगी। बुआ ने चाची से बोली गुदगुदी हो रही है मत करो। तब चाची ने बुआ को कम्बल पर गिरा दिया और मुझे इशारा किया। मै अपना कड़क लन्ड आजाद किया और बुआ के बदन से चिपक गया। चाची प्लान के मुताबिक नीचे कम्बल बिछा दिया था जिस पर मै अपना लन्ड बुआ के गांड़ मै फसा कर उसके गदाराई हुई जवानी के मजे ले रहा था। चाची भी नंगी होकर बुआ के आगे चिपक गई। तभी चाची ने बुआ के चूचियों पर से उसका हाथ हटाने लगी और बोली मेरी रण्डी रानी अपनी चुत का दरवाजा खोल कर दिखाओ कैसा है केवल अपने भाई को दिखायेगी हमको भी दिखाओ और मौका देख कर बुआ को अपने ऊपर खींच लिया। अब मुझे भरपूर मौका मिल गया मै उसकी चुत मै अपना लन्ड पेल दिया और धक्के लगाने लगा। चाची उसकी चूचियों पर धावा बोल दिया। चाची मुझे आगे से पेलने के लिए इशारा किया। मै दोनों के बीच में आ गया और बुआ के रसदार बुर चोदने लगा। बुआ आह आह उह उह कने लगी। चाची अपनी बूब्स मेरे पीठ पर रगड़ने लगी। अब बुआ अपनी चूतड़ उछाल उछाल कर साथ दे रही थी। उसके बाद चाची ने मुझे अपने ऊपर खींच लिया। और मेरा लन्ड अपने पनियाई बुर में घुसा लिया चाची के ऊपर मै धक्के मारने लगा तभी बुआ उठ कर जाने लगी चाची उसकी पैर पकड़ लिया और मेरे ऊपर खींच लिया। बुआ जब खड़ी हो गई तो मै उसे चाची के ऊपर गिर दिया। अब बुआ भी साथ देने लगी मै अपना लन्ड उन दोनों के बुर के बीच में घुसा दिया उनकी चुत मचलने लगी। चाची बुआ के गुलाबी निप्पल अपने अपने मुंह में लेकर चूस रही थी। बुआ कि बदन मछली की तरह मचलने लगा। अब मै नीचे लेट कर बुआ को अपने ऊपर खींच लिया उसकी गोरी गोरी चूचियां अपने मुंह में डाल कर पीने लगा दूसरा दबा रहा था बुआ अपने हाथ से मेरा लन्ड अपने बुर में डाल कर मुझे चोदने लगी। उसकी आवाज तेज होने लगी और झड़ गई। अब मै चाची को भी चोद कर उसकी बुर में अपना गर्म लावा बहा दिया। मै गीले कम्बल पर थक कर लेट गया। मेरे दोनों बगल दो नंगी गर्म चुत लेटी हुई थी।
 
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इस धुआधार चूदाई के बाद तीनो थक गए थे। दोनों रण्डी की तरह नंगी लेटी हुई थी। मै उठने के कोशिश किया लेकिन दोनों रण्डी मुझे अपने बीच में दबा कर मुस्कराने लगी जब चाची और बुआ की नजर आपस में मिला तो बुआ सरमा गई। और उठ कर जाने लगी तभी चाची ने मेरे कान में कहा कि इस रण्डी रानी को जाने मत देना अभी उसकी बुर का पानी तुम्हे चाट चाट कर पीना है। मै कभी बुर का पानी नहीं पिया था तो मै जल्दी से खड़ा हो कर बुआ के बाह पकड़ कर चाची के गोद में बैठा दिया। चाची अपनी जीभ उसके मुंह में डाल दिया और उसकी चूचियां मसलने लगी। बुआ आराम से चाची कि जीभ से खेलने लगी। चाची ने मुझे इशारे से बुआ के बुर चाटने के लिए बोली। मै झट से बैठ कर उसकी दोनो टांगे फैला दिया उसकी गुलाबी चुत खुल कर मेरे सामने आ गई। बुआ के बुर के मोटे मोटे होठ और लाल लाल दाने को अपनी जीभ से चाटने लगा बुआ ने इस के लिए तैयार नहीं थी और मुझे हटाने लगी। चाची उसकी हाथ पकड़ कर उसी के बूब्स पर दबाने लगी मुझे टाइम मिल गया मै कुत्ते की तरह उसकी बुर चाटने लगा। उसकी बुर के नमकीन स्वाद मुझे मदहोश करने लगा। जब बुआ मचलने लगी अपने हाथो से अपनी दोनों बूब्स पकड़ कर मसलने लगी तब चाची उसे नीचे सुला दिया और उसके मुंह पर अपना चुत रख दिया और जोश में आकर बोली मेरी रण्डी रानी अब मेरी चुत की पानी का स्वाद बता। बुआ चाची के चुत चाटने लगी। चाची की आवाज तेज होने लगी उसने कहा आह मेरी छीनाल रण्डी कहा से सिखा है चुत चाटने का आह अपनी जीभ मेरे बुर में डाल कर मेरे मुन्ना का पानी भी चाट ले एक ही चुत में के लन्ड के पानी का स्वाद भी मिलेगा मेरी रण्डी रानी। तभी चाची मुझे अपना लन्ड देने को बोला। मेरा लन्ड अभी तक खड़ा नहीं हुआ था उसे चाची ने एक रण्डी की तरह चूसने लगी मानो लन्ड चूसने का कोर्स किया हो दो मिनट में मेरा लन्ड चूस कर खड़ा कर के बोला इस छिणाल रण्डी के बुर में अपना लन्ड पेल दो और सारी गर्मी निकाल दी। मै अपना लन्ड एक बार में पूरा अन्दर तक पेल दिया और उस रसमलाई जैसी बुर पेलने लगा। चाची मुझे अपनी जीभ मेरे मुंह में डाल दिया। मुझे बहुत मजा आ रहा था इस बार चाची कुछ बोलना चाहा पर मै उसकी जुबान अपने मुंह में दबा दिया उसकी आवाज गोगो कर के रहा गया। अब चाची घोड़ी बन गई और मुझे अपना बुर आफर किया चोदने के लिए मै बुआ को छोड़ कर घुटनों के बल बैठ गया और अपना लन्ड चाची के चुत पर सेट करके धका दिया बुआ के थूक से गीली होने के कारण बिना रोकटोक अन्दर चला गया अब चाची बुआ के पैर पकड़ कर खींच लिया और उसके पानियाई हुईं बुर में अपनी मूह लगा कर उसका पानी चूसने लगी मै चाची के बुर अपना लन्ड पेल रहा था। बुआ गर्म हो कर पानी छोड़ने लगी और चाची को गन्दी गन्दी गालियां देने लगी। साली रण्डी भाभी साली कितनी छिनार है रण्डी अपने साथ मुझे भी रण्डी बना दी। साली कितने लन्ड चूसने के बाद तेरा मना भरता है साली मुझे अपनी चुत का पानी पिलाया रण्डी साली आह चाट मेरी भी बुर चाट और सारा पानी चाट ले रण्डी। चाची उसकी बुर चाटने में और मेरे लन्ड से चुदाने में लगी थी। मै अब चाची के गर्म बुर बर्दाश्त नहीं कर सकता था मै छुटने वाला था तब चाची को बताया कि मै छुटने वाला हूं चाची ने रुकने को बोला और जल्दी से बुआ के बाल पकड़ कर उठा लिया और मेरा लन्ड उसके मुंह गले तक घुसा दिया। और मेरे जीभ अपने मुंह में लेकर चूसने लगी मेरा पूरा बदन अकड़ गया और मैं अपना लन्ड बुआ के मुंह में पेलने लगा और सारा माल निकाल दिया उसके मुंह में अब चाची मेरा मुंह छोड़ कर बुआ के मुंह चाटने लगी मेरा पानी बुआ के मुंह से निकाल कर चाटने लगी उसके बाद मेरा लन्ड को भी चाट कर साफ कर दिया। उसके बाद हम लोग नंगे कपड़े धोने लगे।
 
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चाची ने बुआ से पूछा कि मेरी रण्डी रानी कब से अपना भाई का लन्ड खा रही है। बुआ ने कहा कि मुन्ना आपको बता दिया था। हा बता दिया था लेकिन तुमसे नहीं बताया कि हमको तुम्हे जबरजस्ती चोदना था। अगर तुम आना कानी करती तब तुम्हे बताती। लेकिन तुम्हारे बुर में इतना आग लगा था कि कुछ बताने की जरूरत नहीं पड़ा। कब से चक्कर चल रहा है भाई जान से और किसके साथ मरवाई हो रण्डी रानी। बुआ ने शरमाते हुए बोली कि बस सात बार किया है भाई जान के साथ और किसी के साथ नहीं किया, लेकिन आप मेरे भांजे के साथ कब से करवा रही हो मेरी रण्डी भाभी। मेरे तो मुन्ना के साथ कल से सेटिंग हुआ है और तुम कैसे अपने भाई से सेट हो गई। बुआ ने कहा कि फिर कभी बताऊंगी अभी नहीं मै बुआ की दोनों चूचियां दबाने लगा तो उसने मुझे मना किया और बोली अब नहीं बेटा अब दर्द हो रहा है। हमलोग नहा खा कर सो गए। दोपहर को मै चाची के कमरे में गया तो वाहा दोनों सो रही थी। बुआ सलवार कमीज़ और चाची नाइटी पहन कर सो रहे थे। मै चाची का नाइटी ऊपर उठा दिया उसने अन्दर चड्डी नहीं पहनी हुई थी। मैं चाची के बुर का स्वाद चखना चाहता था। मै बेड़ पर चढ गया और उसके टांगों को फैला कर अपना हाथ उसके चुत को फैला कर अपने जीभ से उसके बुर को चाटने लगा। मेरी जुबान का स्पर्श से उसकी नींद खुल गई उसने मुझे देख कर बोली ये क्या कर रहा है। आपकी चुत का रस पीने के लिए मै बेताब हो रहा हूं। अभी नहीं बेटा बाद ने पी लेना मेरा दर्द कर रहा है। मै उसकी बातो को अनसुना करते हुए छेद में अपना जीभ घुसा कर अन्दर बाहर करने लगा। उसने मेरा सर पकड़ कर मजा लेने लगी। बुआ जाग गई उसने जब मुझे चाटते हुए देखा तो। बोली मेरी रण्डी भाभी तुम्हारे बुर में कितनी गर्मी है। आज तुम्हारी गर्मी हम लोग निकाल देंगे और उसने चाची को नंगा कर दिया और उसके चूचों पर धावा बोल दिया मै बुर चाट रहा था और बुआ बूब्स चूसने लगी। चाची इस दोनों हमले को बर्दास्त नही कर पाई ओर अपना रस छोड़ने लगी। मै सारा पानी पी लिया और मेरे चाटने के बाद बुआ चाटने लगी मै अपने लन्ड चाची के मुंह में डाल दिया उसने मेरा लौड़ा चूसने लगी। मै भी झड़ गया। बुर चटाई मै मुझे बहुत मजा आया उसके बाद मै बाद मै मार्केट चला गया। कुछ सामान लिया और एक ब्लू फिल्म की सीडी कैसेट लेकर आया। बुआ खाना बना रही थी। मै पीछे से उसके बूब्स पकड़ कर अपना लन्ड उसकी गांड़ पर घिसने लगा। वो कसमसा उठी और बोली अब तुम मुझे काम करने दो जाओ बाद में मजा लेना मै पूछा कि बुआ आपको मजा आया मेरे साथ। उसने मुझे किस किया और बोली हा मुझे तेरे साथ बहुत मजा आया। पर किसी को मालूम नहीं चलेगा तो हम लोग आगे भी मजा लेते रहेंगे। रात में खाना खाने के बाद तीनो चाची के कमरे में आ गए। मै कैसेट लगा दिया। हम तीनो देख रहे थे उसमे एक लड़की अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ अपने घर में सेक्स कर रही थी। तभी लड़की का भाई बाहर से आता है और देख लेता है। और दोनों को मारने के लिए आता है। लड़की का बॉयफ्रेंड डर जाता है। और उसे हाथ जोड़ कर माफी मांगने लगता है। लड़की का भाई बोलता है की तुमने हमारी बहन को चोदा है मै तुम्हे कैसे माफ कर दू। तब लड़की का बॉयफ्रेंड बोलता है कि मेरी बहन को तुम चोद लो हिसाब बराबर। लड़की का बॉयफ्रेंड फोन करके अपनी बहन को बुलाता है और सारा बात बताता है और बोलता है कि अगर तुम उसके साथ सेक्स नहीं करोगी तो आे हमे मारेगा। उसकी बहन मान जाती है। पहली वाली लड़की को उसका भाई कमरे से निकाल देता है। तभी उसका ब्वॉयफ्रेंड जाने लगता है तो पहली लड़की का भाई उसे रोक लेता है और बोलता है कि तुम बाहर जाकर फिर मेरी बहन को चोदेगा। उसको सोफे पर बैठने को इशारा करता है। इधर दूसरी लड़की उसका लौंडा निकाल कर चूसने लगती है। उसके बाद उसको नीचे सुला कर उसके लन्ड पर बैठ कर चुदाने लगती है। उसका भाई अपनी बहन की गांड़ देख कर अपना लन्ड मसलने लगता है। इधर चाची और बुआ एक साथ सोफे पर बैठ कर देख रहे थे और मै बेड़ पर बैठा हुआ था। जब मै गर्म होने लगा तब मै उठ कर दोनों के बीच में बैठ गया। उधर दूसरी लड़की अपने भाई को अपना लन्ड मसलते हुए देख कर अपने पास बुलाया और उसका लन्ड अपने मुंह में डाल कर चूसने लगी। उसके बाद लड़की ने अपने भाई को अपने गांड़ में पेलने के लिए बोला। उसका भाई अपनी बहन के गांड़ मै अपना लन्ड पेल दिया एक लौंडा चुत में दूसरा गांड़ में दोनों का लन्ड एक साथ ले रही थी। तभी पहली वाली लड़की दरवाजे पर खड़ी होकर अपना चुत मसल रही थी। दूसरी लड़की उसे बुला कर उसके भाई से चुत चटवाने के लिए बोला। इधर चाची ने हमसे बोली कि मुझे भी दो लन्ड से अपना चुत और गांड़ एक साथ मरवानी है। मै अपने लन्ड आजाद किया और बोला कि पहले एक से खाओ। बुआ ने कहा कि मुझे भी गांड़ मरवाने का दिल कर रहा है। मै बुआ को कमीज़ उतार दिया और उसके ब्रा के ऊपर से ही दूध दबाने लगा। फिल्म देख कर वो गरम हो गई थी उसने जल्दी से अपनी सलवार निकाल कर मेरे लन्ड को अपने चुत पर सेट करके बैठ गई उसकी गर्म हो चुकी चुत में मेरा लन्ड आराम से चला गया उसने अपना कमर तीन चार बार आगे पीछे किया और झड़ गई। अब चाची ने मुझे उसके गांड़ मारने के लिए बोला तो बुआ भी तैयार हो गई चाची नंगी होकर बेड़ पर लेट गई और अपनी पनीयाई बुर बुआ के हवाले कर दिया बुआ चाची के बुर नीचे खड़े होकर चाटने लगी मै गांड़ में अपना लन्ड डालने जा रहा था कि चाची ने मुझे क्रीम लगाने के लिए बोला मै अपने लन्ड पर क्रीम लगा कर और बुआ के गांड़ के सुराख में क्रीम का मुंह डाल कर दबा दिया उसके गांड़ मै पूरा क्रीम भर गया अब मै अपना लन्ड उसके गांड़ के सुराख पर सेट किया और दबा दिया मेरा लन्ड का मुंडी घुस गया बुआ ने चिलाना चाहा पर चाची ने उसका सर अपने चुत पर दबा दिया उसकी आवाज घूट कर रह गई। मै एक जोर का धक्का लगाया और मेरा पूरा लन्ड उसके गांड़ के गाहराई तक पेल दिया इस पर बुआ जोर से आह कर दिया। पर चाची उसके मुंह मे अपना जीभ डाल कर किस करने लगी उसके बूब्स सहलाने लगी। मै अपना लन्ड आगे पीछे करने लगा अब बुआ भी साथ देने लगी उसके बाद चाची के भी गांड़ मारी दोनों को चोदने के बाद हम तीनो थक गए। वे दोनों रण्डी नंगी वहीं सो गई और मै बाहर निकल आया और बाहर से दरवाजा बंद कर के बरामदे में सो गया। करीब चार बजे गाड़ी के आवाज से मेरी नींद खुली तो देखा चाचा गाड़ी खड़ी कर रहे थे। मै नींद मै ही सलाम किया उसने भी सलाम किया और बोला कि मै नहा धो कर जाऊंगा तुमको भी चलना है तो साथ चलना। मै ठीक है बोल कर और दरवाजे की चाभी दे दिया। तब याद आया की दोनों रण्डी नंगी सो रही थी और चाचा अन्दर चले गए। मै दबे पांव अन्दर आया और देखने लगा। चाचा अपनी मोबाइल का टार्च जला कर उन दोनों को देख रहे थे। कुछ देर देखने के बाद चाचा वाहा से आने लगे मै जल्दी से जाकर सो गया। चाचा मेरे पास आकर बोले मुन्ना मुन्ना पर मै कुछ ना बोला तब चाचा निश्चिंत होकर अन्दर चले गए। फिर मै देखा चाचा चले गए तो मै धीरे से घर में घुस गया लेकिन आवाज बाथरूम से आ रही थी तो मै चाची के रूम में आ गया और कहीं छुपने के लिए जगह ढूंढने लगा बेड़ के पास एक सीमेंट का अलमारी थी उसमें पर्दे लगे हुए थे मै उस पर्दे के पीछे खड़ा हो गया। चाचा बाथरूम से आकर और मोबाइल का टार्च जला कर देखने लगे उसने चाची के फुली हुई रसदार बुर देख रहे थे। फिर उसने चाची के मम्मे दबाए उसके पेट सहलाए और चुत को सूंघने लगे। मै पर्दे से सब कुछ देख रहा था। उसके बाद उसने बुआ के चूचियों को सहलने दबाने लगे बुआ की नींद खुल गई उसने धीरे से उसे नीचे उतरने के लिए बोला। बुआ जैसे खड़ी हुई चाचा ने उसे पकड़ कर चूमने लगे उसकी बूब्स मसलने लगे। बुआ भी साथ देने लगी। उसके बाद उसने बुआ को गोद में उठा कर बाहर निकल गया। उसने चाचा उसे मेरे अम्मी के कमरे में ले गया। मै बाहर निकल कर चाची को जगाया और सारी बात बता दिया और बोला आप को भी चाचा के साथ मजा लेना है तो जाओ लेकिन मेरे बारे में नहीं बताना। और लाइट चालू कर देना मुझे देखना है। चाची जाने लगी तब मै उसकी चूचियों पर हाथ रख दिया और बोला कल दोनों छेद में चाचा भतीजा डालेंगे आज अकेले मजा लो। मै उसे बताया कि चाचा के साथ मै आज हॉस्पिटल जाऊंगा और रात में वापस आने के बाद प्लान बनाएंगे कि आगे कैसे क्या करना है। चाची नंगी अपनी बड़ी गांड़ मटकाती हुई जाने लगी। मै उसका पिछ्वाड़ा देख कर जी में आया कि साली रण्डी चाची को पहले अपना लन्ड उसके गांड़ में डाल दूं। चाची दरवाजे पर खड़ी होकर अन्दर का माहौल पता करने लगी। मै भी उसके पास जाकर उसके गांड़ सहलाने लगा। चाची अन्दर जाकर लाइट चालू कर दिया चाचा बुआ के ऊपर नंगे पड़े थे। चाची ने कड़क आवाज में बोली ये क्या हो रहा है भाई बहन मै शर्म नहीं आती तुम दोनों को। मै दरवाजे पर खड़े होकर देख रहा था बुआ की नजर हम पर पड़ गई मै उसे चुप चाप रहने का इशारा किया। चाची की कड़क आवाज सुन कर चाचा डर गए लेकिन बुआ रण्डी की तरह मुस्कुरा कर वाहा से निकाल आई। मै बुआ को दरवाजे पर रोक लिया और चुप चाप देखने के लिए बोला। अंदर चाची ने चाचा को खड़ा होने के लिए बोला चाचा का लन्ड डर से सिकुड़ गया। मेरी चाची नंगी रण्डी की तरह अपने देवर मुर्झाया हुआ लन्ड पकड़ लिया और बोला जो मजा बहन में आता है वैसा भाभी मै नहीं आएगा क्या। चाचा उसकी बात समझ लिया और बोला आपने कभी मौका दिया ही नहीं। मै तो कब से तैयार हूं। चाची ने अपनी रंडिपना दिखाते हुए कहा अब तो मोका मिल गया न मारो चौक। चाचा ने उसे अपनी मजबूत बाहों में भर लिया और बोला आज चौक नहीं छक्का लगाऊंगा।
 

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