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चाची को मालूम था कि हम दोनों देख रहे हैं उसने हमारी सुविधा के लिए पर्दा गिरा दिया। चाची ने चाचा को बेड़ पर गिरा दिया और उसके लन्ड को बड़े प्यार से सहलाते हुए अपने मुंह में लेकर चूसने लगी। चाचा मचलने लगे। मैंने बुआ से पूछा कि क्या तुम चाचा का लन्ड मुंह में लिए हो बुआ ने बताया कि मै पहली बार तुम्हारा मुंह में लिया और उसका पानी पिया। चाचा आह उह आह करने लगे तभी चाची घूम कर अपनी चुत चाचा के मुंह पर लगा दिया चाचा चुत में उंगली डाल कर हिलाने लगे। चाची हमारे तरफ देख कर मुस्कुराई और पलट कर उसका लन्ड अपने चुत पर सेट करके दबा दिया। मेरा लन्ड झटका मारने लगा तब मै बुआ को दरवाजा के दोनों साइड पर हाथ रखा और झुका कर अपना लन्ड उसके बुर में घुसा दिया उसकी गीली चुत में मेरा लन्ड सरसरा कर घुस गया। चाची के सिसकारियों से मेरा जोश दुगुना हो रहा था मै जोर जोर से धक्का मारने लगा लगा बुआ अपने आपको रोक नहीं पाई और आह आह स्स आह करने लगी। मै जल्दी से उसके अंदर झड़ गया। और वाहा से आकर अपने बेड़ लेट कर चाचा के इंतजार करने लगा। आधा घंटा के बाद चाचा ने मुझे आवाज दी। मै उठ कर ऐसे बैठा जैसे अभी नींद से उठा। मै बोला कि आप नहा लिया। चाचा ने कहा अभी नहीं अब नहाने जा रहा हूं तुमको चलना है तो तैयार हो जाओ बोला कर चाचा चले गए। मै भी अन्दर चाची के कमरे में गया वाहा दोनों लेटी हुई थी दोनों ने कपड़े पहन लिए थे। मै चाची से बोला माजा आया मेरी प्यारी चाची। उसने बोला की जब तुम दोनों एक साथ मुझे चोदोगे तब माजा आएगा। मै अपना प्लान बताया कि शाम को हमलोग वापस आएंगे और तुम दोनों को उसके साथ करते हुए पकड़ लूंगा और फिर तुम चाचा को बोलना कि इसे भी ग्रुप मै शामिल कर लेते नहीं तो किसी को बता देगा। और उसके बाद हम चाचा भतीजा दोनों एक साथ तुम्हारे आगेपीछे दोनों मारेंगे। तभी बुआ बोली कि मेरा सुखी रहेगी। मै बोला कि तुम्हें तो रण्डी की तरह चोदेंगे बुआ ने कहा मुझे तेरे साथ बहुत मजा आता है मै तो तेरी रण्डी बनने के लिए तैयार हूं। मै बोला ठीक है अपना अपना तैयार कर के रखना आज रात में माजा आएगा। और मैं तैयार होकर चाचा के साथ चला गया। हॉस्पिटल में सुबह सुबह हम लोग पहुंच गए वाहा अम्मी और मेरी बहन दादी के पास बैठी हुई थी। मै सबको सलाम दुआ करने के बाद दादा के बारे में पूछा अम्मी ने बताया की वो नाश्ता लेने के लिए गए है। हमलोग वहीं बैठ कर बाते करने लगे। दादा नाश्ता लेकर आए। उनको नहीं मालूम था की मै भी आऊंगा मुझे देख कर वे बहुत खुश हो गए और उन्होंने मुझे कहा कि चल तुझे मिठाई खिलता हू। मै और दादा बाहर मार्केट चले गए हमलोग नाश्ता किया और मुझे दादा सहर भी घुमाए। बाद में हमलोग वापस आ गए उसके बाद दादा डॉक्टर से मिलने के लिए चले गए। मै दादी के पास बैठ कर बाते करने लगा दादी बुआ के घर के बारे में बात कर रही थी कि कैसा है वे लोग। एक घंटे के बाद दादा आए और उन्होंने बताया की डाक्टर साहब ने बोला है कि अब सब ठीक है। यहां आप लोग परेशान हो रहे थे तो आप लोग घर जाइए और चार दिन बाद पट्टी खोलना है तो उस दिन सुबह दस बजे आप मरीज को लेकर आ जाना। दादा ने कहा कि खाना खा कर चलेंगे। अम्मी ने कहा नहीं घर पर चल कर खाना खाया जाएगा होटल का खाना बहुत खा लिया आज घर का खाना खायेंगे। अम्मी ने दादा को बोला कि आप छोटी के पास फोन करके बोल दीजिए कि वह खाना बना ले। मै जाने वाला बात सुन कर खुश नहीं था क्योंकि मेरा प्लान फेल हो गया। अब सोचा हुआ काम नहीं होगा। मै मन मसोस कर रह गया मै सोचा था कि चार पांच दिन जम कर करेंगे पर। तभी अम्मी ने कहा कि कहा खो गया चल सामान रखो गाड़ी में। मै सामान रख दिया और चाचा के साथ मोटरसाईकल से आ गया दादा उन लोगों को गाड़ी से लेकर आए। हमलोग खाना खाने के बाद आराम करने लगे। अब क्या किया जाए मै चाची के पास जाकर उनसे राय मांगी तो उसने मुझे बताया कि तेरी अम्मी को सेट करके काम हो सकता है। चाची ने कहा कि तेरी अम्मी के बदन में ज्यादा गर्मी है उसको भी अपना लन्ड पर बैठा ले उसके बाद काम हो जाएगा। मैंने कहा ऐसा हो सकता है मेरी अम्मी मेरा लन्ड अपने चुत में लेगी। चाची ने कहा कि एक बार आजमा कर देखो नहीं तो उसको किसी दिन कहीं भेज देंगे और पूरी रात मजे करेंगे। मै बोला ठीक है लेकिन अगर मामला गड़बड़ हो गया तो संभाल लेना ठीक है। और मै आगे क्या करना है सोचने लगा। करीब चार बजे अम्मी किचन में चाय बना रही थी। मै उसको पीछे से उसके पेट पकड़ कर उसके गांड़ में अपना लन्ड दबा दिया। मै सोचा अगर अम्मी यहां कुछ बोलती है तो दूसरा तरीका अपनाएंगे नहीं तो एक बार कोशिश जरूर करूंगा। अगर अम्मी को सेट कर लिया तो जब चाहे तब तीनो मै किसी को चोद सकता हूं। मेरा लन्ड उसके गांड़ के दरारों के बीच सटते ही हरकत करने लगा। मै उसके पेट सहलाते हुए कहा अम्मी क्या कर रही हो। उसने बोला तेरे दादा के लिए चाय बना रही हूं। मै उसके गांड़ में अपना लन्ड कस कर दबाते हुए कहा मुझे भी चाय पिलाओ। उसने कहा कि अब हट बनाती हूं तो देती हूं और मुझे छुड़ाने के लिए अपने कमर को पीछे धक्का लगाया। तभी उसका गांड़ खुल गया और मेरा लन्ड उसके गांड़ में दब गया उसके गांड़ बहुत नरम लगा।
 
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मुझे लगा कि अब मेरी पिटाई तय है। लेकिन अम्मी शांत हो गई। मेरा लन्ड अब भी उसके गांड़ के दरारों में फसा हुआ था। अम्मी मेरे हाथ को छुड़ाकर बोली चल मै लाती हूं तुम बाहर जाकर बैठो मै आराम से अपना लन्ड खींच लिया उसकी कमीज़ उसकी गांड़ में फसी हुई थी। मै बाहर आकर बैठ गया उसने मुझे चाय दे दिया और मेरी बहन से दादू के लिए भेज दिया। उसके कमीज अब भी उसके गांड़ में फसी हुई थी। अब आगे क्या करना है सोच लिया मै चाची को बताया कि मेरी बहन को तुम अपने पास सुला लो और मै अम्मी के पास। रात में मै खाना खा रहा था। मै अम्मी से बोला तुम इतने दिन तक नहीं थी तो मुझे अच्छा नहीं लगता था आज बहुत अच्छा लग रहा है। अम्मी ने कहा हा मुझे भी अच्छा नहीं लगता था। मै बोला कि मै आज आपके पास सोऊंगा। चाची बोली कि आज मेरी बेटी मेरे पास सोएगी क्या बेटी सोएगी न उसने मेरी बहन से पूछा। मम्मी ज़बाब में कुछ नहीं बोली। मै खाना खा कर अम्मी के कमरे में जाकर सो गया। मुझे कब नींद आ गई पता ही नहीं चला। रात को मेरी नींद खुली तो मै टाइम देखा एक बज चुके थे। मै मोबाइल का टार्च जला कर देखने लगा। अम्मी सीधी सो रही थी मै टार्च बंद कर दिया और उसके बदन से चिपक गया और अपना पैर उसके जांघो पर रख का अपना लन्ड उसके कमर पर दबा दिया। मै उसके पेट को सहलाने लगा। अब मै उसकी कमीज़ ऊपर खींच कर उसका पेट नंगा कर दिया। उसकी पेट बहुत मुलायम और चिकना था। लगता था की उसके पेट पर तेल लगा दिया गया हो। मै उसके मम्मे दबाने लगा उसकी चूचियां भी बहुत मुलायम थी। मै उसके कमीज के अंदर हाथ डाल कर बूब्स पकड़ कर मसलने लगा। मेरा लन्ड तन कर सलाम करने लगा। मै अपना लन्ड बाहर निकाल कर उसके नंगे कमर पर रगड़ने लगा। इतना सब करने के बाद भी उसने कोई हरकत नहीं किया अब मेरा हिम्मत बढ़ गया और मैं उसके सलवार के अंदर से उसके बुर के तरफ अपना हाथ बढ़ा दिया। मेरा हाथ ज्यादा अंदर नहीं गया लेकिन उसके बुर के बाल तक मेरा हाथ पहुंच गया तो मै उसके बालो को सहलाने लगा। इधर उसके चिकनी कमर पर मेरा लन्ड बर्दास्त नहीं किया और अपना माल निकाल दिया। मै थोड़ा डर गया और एक कपड़े से साफ कर के मै सो गया। सुबह मेरी नींद देर से खुली मुझे डर लग रहा था कि कहीं अम्मी को पता नहीं चला तभी अम्मी आ गई ने बोली कि नींद पूरा हो गया है। मैंने कहा हा हो गया हो तो कॉलेज जाना चाहिए। मुझे अपनी बहन को लेकर जाना पड़ता था तो मै तैयार हो कर का चला गया शाम को वापस आने के बाद मै चाची को सब बताया। चाची ने कहा कि आज कुछ आगे करना मामला फीट हो सकता है। आज रात मै जल्दी खाना खा कर अम्मी के बेड़ पर लेट कर उसका इंतजार करने लगा। एक घंटे बाद अम्मी आई और दरवाजा बंद किया उसके बाद उसने मुझे आवाज लगाई मै कुछ नहीं बोला और सोने का नाटक करने लगा। उसके बाद अपनी सलवार कमीज़ उतार कर नाइटी पहन ली। मै अधखुले आंखो से उसकी नंगी गांड़ देख रहा था। पहले भी कई बार देखा ही नाइटी पहनते हुए उसने पहले कमीज़ निकलती उसके बाद नाइटी पहन कर सलवार निकलती। लेकिन आज उसने सलवार निकालने के बाद नाइटी पहनी ये मुझे दिखाने के लिए था या और कुछ मै समझ नहीं पाया। उसके बाद उसने बेड़ पर लेट गई पहले उसने किनारे पर सोती लेकिन आज मेरे काफी करीब सोई हुई थी। उसकी बड़ी गांड़ देख कर मेरी नींद उड़ चुकी थी। मुझे लगा कि अब वह सो गई तो मै उसके तरफ घूम गया उसने सीधी लेटी हुई थी। मै उसके उसके नाइटी धीरे धीरे कमर तक उठा दिया और उसके जांघो पर हाथ फिराने लगा उसकी जांघो बुआ और चाची के जांघो से मुलायम और नरम लग रहा था। मै धीरे धीरे अपना हाथ उसके पेट पर से झाटो तक फिराने लगा। मेरा लन्ड खड़ा हो गया और मैं अपना लन्ड आजाद करके उसके बदन से सटा दिया। मै अपना हाथ उसके बुर पर रख दिया और महसूस करने लगा उसकी बुर से एक पतला चमड़ा लटक रहा था जो की एक इंच से अधिक लंबा था। मै सोचने लगा कि ये क्या है उन दोनों के बुर में तो इस तरह की कुछ भी नहीं है। और मै अपनी उंगली से मसलने लगा तभी अम्मी ने एक अंगड़ाई लेकर घूम गई मै तो थोड़ा डर गया लेकिन उसने मेरी तरफ अपनी गांड़ कर के सो गई। मै थोड़ा रुक गया देखा अब कोई हरकत नहीं किया तब मै उसका नाइटी गांड़ से ऊपर तक उठा दिया। उसके बाद मै उसका पेट पकड़ कर अपना लन्ड उसके गांड़ में दबा कर हल्के हल्के रगड़ने लगा उसकी मखमली नरम गांड़ मै मेरा लन्ड फूल टाईट हो कर मै अपनी अम्मी के गांड़ में अपना लन्ड पेल दिया सोच कर अपना माल गिरा दिया और बिना साफ किए पना पैंट ऊपर कर के सो गया।
 
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सुबह अम्मी ने मुझे उठाते हुए कहा आज कल बहुत ज्यादा सोता है। मै उठ गया और अम्मी बिस्तर सही करने लगी मै उसको पीछे से हग किया उसने थोड़ा झुक कर बिस्तर सही कर रही थी इसलिए मेरा खड़ा लन्ड उसके गांड़ के दरारों में फिट हो गया उसने मेरा लन्ड महसूस किया और खड़ी हो गई। मेरा लन्ड गांड़ में दब गया। उसने बोला आज कल अम्मी पर बहुत प्यार आ रहा है। मैंने बोला आप जैसी अम्मी प्यार करने के लिए होती है आप बहुत अच्छी हो। उसकी गांड़ फूल पिचक रही थी मेरा लन्ड महसूस करके झटके मारने लगा। उसने भी मेरे लन्ड के झटके जरूर महसूस किया होगा। उसने मुझे कुछ नहीं कहा और तकिया उठाने के लिए झुकी तब मै उसकी राजीनामा समझ कर अपना लन्ड और अन्दर तक कर दिया। उसकी एक धीमी आह निकल पड़ी उसने तुरंत सीधी होगी और मुझे अलग करते हुए कहा। अब बहुत हो गया प्यार व्यार अब तैयार हो जा पढ़ने जाने के लिए। मै अपना खड़ा लन्ड लेकर सीधा बाथरूम में जाकर फ्रेस होकर कॉलेज चला गया। शाम को हम और मेरी बहन जल्दी खाना खा कर पढ़ने बैठ गए। आज मुझे कालेज के नोट्स बनाने थे, जो मै करीब दस दिन से पढ़ाई नहीं किया था तो मै ज्यादा पीछे हो गया था। मै और मेरी बहन बाहर बरामदे में पढ़ रहे थे। चाचा और दादा बाते कर रहे थे। कुछ देर बाद चाचा अन्दर चले गए। मै सोच लिया कि किसी ना किसी को बजाएंगे। मै अपने नोट्स बनाने में मसरूफ हो गया। अचानक मेरी नजर अपनी बहन की ओर गया उसने भी अपनी बाकी काम कर रही थी। उसके कुर्ती के अंदर से उसके नींबू जैसे बूब्स झाक रहे थे। उसके मटर जैसे निप्पल भी दिख गए। मै अपनी नोट्स पर ध्यान देने लगा। मेरी बहन अपनी पढ़ाई पूरी कर और मुझे सोने के लिए चलने को बोला। मै अपना किताब कॉपी रख कर सोने के लिए अन्दर चला गया चाचा दिखाई नहीं दे रहे थे मै समझ गया कि आज बुआ की ठुकाई हो रही है। मेरी बहन को टीवी और चाची दोनों टीवी देखने का शौक था टाइम नौ बज चुके थे। कोई सीरियल आने वाला था इसलिए वो जल्दी से चाची के कमरे में चली गई। मै भी चाची के कमरे में चला गया चाची भी टीवी देख रही थी। मै वहीं बैठ कर मुन्नी को पानी लेने के लिए बोला मेरी बहन पानी लेने के लिए चली गई। मै चाची को बोला कि आज मुझे आपको चोदने का दिल कर रहा है। चाची ने कहा कि आज से दस दिन तक नहीं क्योंकि मेरा पीरियड चालू हो गया है, तुम बुआ के पास चले जाओ। मैंने बताया की बुआ के पास चाचा गया है। ओ बिजी है,तभी छोटी पानी लेकर आई। मै पानी पी कर चाची को बोला देखता उसके बाद मै जाता हूं। बोल कर मै बाहर निकाल आया देखा कि चाचा सीढ़ियों से नीचे आ रहे है। मै थोड़ा इंतजार करने लगा मुझे भी करने का दिल कर रहा था। तभी बुआ नीचे आ गई। मै उसके पास जाकर धीरे से कहा कि आज मेरी भी प्यास बुझा दो। अभी तेरे चाचा का लन्ड लेकर आई हूं, आज उसने आगे पीछे दोनों बजाया है। तुम रात में दो तीन घंटे के बाद आना मै तेरे दादी के पास रहूंगी। मेरे लन्ड पर पानी फिर गया। मै मन मसोस कर सोने चला गया अम्मी अभी तक जाग रही थी। उसने मुझे देख कर बोली क्या कर रहा था इतनी देर तक मेरा बेटा। मै बोला पढ़ाई कर रहा था बहुत दिन से छूट हुआ था उसी को पूरा करना है। मेरा आवाज भारी लग रही थी क्योंकि मेरा लन्ड पर पानी फिर गया था। अम्मी ने पूछा कि आज तुम्हारा चेहरा क्यो उतरा हुआ है। मैंने बोला कि नींद बहुत तेज आ रही है। आजा तेरे माथे पर तेल मालिश कर देती हूं। उसने मेरे माथे पर तेल लगाने लगी आज उसने अपने कपड़े से इतर का सुगंध आ रही थी। उसकी मीठी मीठी गुलाब की खुसबु मुझे मदहोश कर दिया। तेल लगाने के बाद मै सो गया। अम्मी आज भी सलवार कमीज़ उतार कर नाइटी पहनी लेकिन आज सलवार नाइटी पहनने के बाद उतरा इसलिए उसकी गांड़ नहीं दिखा। उसने आज फिर दरवाजा बंद करके पानी पिया और नाइट बल्ब जलाकर सो गई। और दिन लाइट नहीं जलाती लेकिन आज लाइट जलाया। मेरे सिर में तेल मालिश किया इसलिए मुझे जल्दी नींद आ गई। रात में मुझे प्यास लगी तो उठ कर पानी पिया और टाइम देखा बारह बजने वाले थे। मै बुआ को चोदने को सोचा और बाहर निकल आया। देखा कि बुआ सो रही थी और दादी जाग रही थी। उसने मुझे पूछा कौन है। मै बोला दादी मै हूं। उसने बोला क्या बात है। मैंने बोला बाथरूम जाना जा रहा हूं। इस समय भी मामला फेल हो गया। मै बाथ रूम से आकर अम्मी के पास लेट गया। कुछ देर सोचने के बाद मै आज अम्मी पर कोशिश करने के लिए तैयार हो गया, अब जो होगा देखा जाएगा अगर अम्मी को ऐतराज होगा तो सुबह बोल देती। मै उठ कर बैठ गया और अम्मी की नाइटी ऊपर बूब्स तक उठा दिया। नाइट बल्ब की लाल रोशनी मै अम्मी का बदन चमक उठा। उसकी चमकती हुई बुर देख कर मै चौक उठा। आज उसकी बुर सफाचट है। उसने अपनी बार साफ कर लिया था। उसकी चमकती हुई बुर देख कर मेरा लन्ड झटका मारने लगा। मै धीरे से उसके टांगों को फैला दिया तब उसके बुर खुल गई। उसमे लंबी चमड़ी निकली हुई थी मै उसे लाइट मै देखा चूम लिया। मै उसके बुर के चमड़ी को अपने मुंह में डाल कर चूसने लगा। उसके बुर नीचे से ऊपर तक चाटने लगा। उसके बदन मै थोड़ा हलचल हुई तो मै रुक गया। फिर शान्त होने के बाद मै बुर चटाई सुरु कर दिया। पांच मिनट तक चाटने के बाद उसमे से नमकीन पानी निकलने लगा। मै समझ गया कि अम्मी जाग गई है और सोने का नाटक कर रही है। मै उसकी चूचियों के तरफ बढ़ गया नाइटी के अंदर से उसकी मुलायम चूचियां पकड़ कर हल्के हल्के सहलाने लगा उसकी बूब्स मेरे एक हाथ में नहीं समा रही थी। उसकी सांसे तेज होने लगी मै समझ लिया था कि अब जाग रही है इसको चोद दूंगा तो भी कुछ नहीं बोलेगी। तभी आे करवट ले लिया मेरी तरफ अपनी गांड़ कर के घूम है। मै उसके गांड़ से कपड़ा हटा कर अपना हाथ उसके गांड़ पर रखा उसकी गांड़ गीली हो गई थी। मै अपना लन्ड निकाल कर उसके पीछे से धक्का लगाने लगा उसकी चुत के पानी से मेरा लन्ड फिसल रहा था। मै थोड़ा नीचे खिसक कर अपना लन्ड को धक्का लगाया तब मेरा लन्ड उसके बुर पर जा लगा उसकी बुर की गर्मी मुझे बुर के बाहर ही महसूस होने लगा। मै एक धक्का और लगाया तब मेरा लन्ड का मुंडी घुस गई। अम्मी की बुर बहुत ज्यादा गर्म हो कर लगातार पानी छोड़ रही थी। मै एक जोर का धक्का और लगाया इस बार मेरा लन्ड पूरी उसके गर्म चिकनी बुर में आराम से चला गया। मै दो तीन बार आगे पीछे करने के बाद रुक गया फिर आगे पीछे किया और रुक गया। उसकी बुर की गर्मी मेरा लन्ड बर्दास्त नहीं कर पाया और अपना फौवारा छोड़ दिया। कुछ देर तक मैं अपना लन्ड उसके बुर में डाले रखा और उसकी गर्मी महसूस करता रहा। मै अब सोचा कि जबतक अम्मी खुद पहल नहीं करती तब तक मुझे आगे कुछ नहीं करना चाहिए। और उसको वैसा ही छोड़ कर सो गया। सुबह अम्मी से पहले मेरी नींद खुली तो देखा की अम्मी सीधी लेटी हुई है। मै फिर उसके नाइटी ऊपर उठा कर उसका चिकनी बुर देखने के बाद मेरा मन फिसलने लगा फिर उसकी नाइटी नीचे कर के मै बाहर निकल आया और फ्रेस होकर बाहर निकाला तो बुआ मिल गई उसने मुझको बोला की रात को क्यो नहीं आया। मै बताया आया था लेकिन दादी जगी हुई थी इसलिए मै वापस चला गया।
 
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मै सुबह दूध लेकर आया और तैयार होकर नाश्ता करके छोटी को लेकर सकूल चला गया। आज हमलोग थोड़ा जल्दी पहुंच गए थे। छोटी ने मुझे आइस्क्रीम खिलाने को बोला। उसने बोली कि अभी स्कूल खुलने में अभी टाइम है तब तक तुम मुझे आइस्क्रीम खिला दो। मै उसको रुकने को बोला और आइस्क्रीम लेकर आया। हमलोग दोनों गाड़ी पर बैठ कर खाने लगे हम दोनों का फ्लेवर अलग अलग था। तो कभी मै उसके में से खा लेता और आे मेरे से। हमने के बाद छोटी को छोड़ कर मै कॉलेज चला गया। मै अपना बाकी नोट्स जल्दी पूरा करना चाहता था इसलिए मै प्रिंसीपल से नोट्स लेकर घर ले जाकर बनाता था। कल जो नोट्स लेकर गया था उसमे से अभी भी कुछ बाकी था तो मै लेक्चर के बाद पूरा कर रहा था। क्योंकि आज इसको देकर दूसरा लेकर जाता। क्लास रूम से सारे बच्चे जा चुके थे मै शांति से अपना काम पूरा कर रहा था। मै रिलेक्स होने के लिए थोड़ा इधर उधर देखने लगा। क्लास में एक लड़की भी बैठी हुई थी जिसपर मेरी नजर अब पड़ी इसको मै यहां पहले कभी नहीं देखा था। वे गजब की खूबसूरत थी बड़ी बड़ी आंखें फुले हुए गुलाबी गाल गुदाज जिस्म दूधिया रंगत में अल्हा ने उसको बड़ी फुरसत में बनाया होगा। पर मै कई लड़कियों से गाली खा चुका हूं इसलिए मै उधर ज्यादा नहीं देख रहा था। एक बार उसकी ओर मेरी नजर मिली तो उसने मुझे हाथ हिला कर हाय बोला। मै भी ज़बाब में उसको हाय बोल दिया। तब उसने उठकर मेरे पास आई और बोली कि मै तुम्हारे साथ बैठ सकती हूं। मै थोड़ा डरते हुए बोला ठीक है ठीक है बैठ जाओ। उसने मेरे पास वाले सीट पर बैठ कर बोली तुम्हारा कौन सा विषय है। मैंने बोला साइंस फस्ट इयर। उसने कहा मेरा भी यही है। मै थोड़ा सकपका रहा था उससे बात करने में। उसने मुझे ताड लिया और कहा तुम मुझसे इतना डर क्यो रहे हो। मै सीधा और सही बात बोल दिया कि कुछ लडको के बहकावे में आकर लड़कियां मुझे बहुत उल्टा सीधा बोल दिया तभी से मै सारी लड़कियों से डरता हू। उसने कहा कि क्या सारी लड़कियां तुमको गलत बात बोली है। मै अपना सर ना में हिलाया। तब उसने मुझे बोला तब सारी लड़कियां से तुम क्यो डरते हो। अच्छा जाने दो मै यहां नई नई आई हूं और मैं यहां किसी को नहीं जानती हूं। तुम्हारे पास नोट्स मिलेंगे। मै बोला मेरे पास सभी सब्जेक्ट के नोट्स है। मै अभी भी हिचकिचा कर बाते कर रहा था। ओ मेरे इस बर्ताव से जलभुन गई और गुस्से में आकर बोली मै चुड़ैल दिखती हूं तुमको। मै केवल सिर ना में हिलाया। तो उसने कहा तो मै कैसी दिखती है तुमको डायन या भूतनी। मै धीरे से बोला आप तो बहुत खूबसूरत है। तो फिर मुझसे डर क्यो रहा है। मै बोला कि आज तक मुझे किसी लड़की ने खुद से बात नहीं किया है इसलिए मै अपने आपको संभाल नहीं पा रहा हूं। उसने मेरी बात समझ लिया कि मै क्यो खुल कर नहीं बोल रहा हूं। उसने मुझे खड़े होने के लिए बोला मै समझ गया कि आज फिर किसी ने मुझको बेवकूफ बना दिया क्योंकि कुछ लडको को मेरी पढ़ाई से जलन होती। मै पूछा क्यो खड़ा होना है उसने कहा कि तेरा डर मिटाना चाहती हूं। मै खड़ा हो गया। उसने खड़े होकर मुझे अपने गले लगा लिया और मेरे कान में धीरे से कहा जानता है झप्पी देने से क्या होता है। मुझे ऐसी आशा नहीं थी कि आे हमे अपने गले से लगा लेगी। मै उसको बोला छोड़ो नहीं तो कोई देख लेगा और मेरे लिए मुसीबत खड़ा हो जाएगा। उसने मुझे कहा कुछ नहीं होगा आज से हम दोनों दोस्त हो गए। मै बोला ठीक है लेकिन मुझे छोड़ो तो सही करीब एक मिनट का झप्पी मुझे सच में बदल दिया। उसने मुझे छोड़ दिया और हम दोनों अपने सीट पर बैठ गए। उसने मुझे पूछा कि तुम्हारा नाम क्या है। मैंने बोला मेरा नाम दिलशाद खान है लेकिन मुझे सब मुन्ना बुलाते हैं, तुम्हारा क्या नाम है। उसने कहा मेरा नाम रीना चौधरी है लेकिन सब मुझे रानी बुलाते है। मै पूछा की तुमको कोन सा नोट्स चाहिए मै प्रिंसीपल से दिला दूंगा। उसने मुझसे पूछा कि तुम्हारा डर खतम हो गया चलो कोई बात नहीं आज से हमलोग दोस्त है हाथ मिलाओ। मै उसका हाथ पकड़ लिया आज पहली बार मै किसी अनजान लड़की का हाथ अपने हाथ में लिया। उसने मेरा हाथ पकड़ कर बोला आज से दोस्त हो गए बोलो। मै भी बोला आज से दोस्त हो गए। तब उसने मेरे आंखो में आंखे डाल कर बोली। हम सिर्फ दोस्त है मेरी दोस्ती का गलत फायदा नहीं उठाना। मै भी उसकी आंखो में देखते हुए कहा। मुझे दोस्ती के बारे में पता है अगर कोई गलती से भी गलती हो गई तो भी मै तुम्हे गलत नहीं होने दूंगा ये एक खान का जबान है। हमलोग करीब एक घंटे तक अपना काम किया उसके बाद हमारा क्लास सुरु हो गया। क्लास के बाद मै रीना को लेकर मै प्रिंसीपल के पास गया मै उनसे रीना के लिए नोट्स देने के लिए बोला। उसने कहा कि हमारे पास बस एक नोट्स रहता है एक या दो दिन के लिए को कोई बात नहीं लेकिन इसका पूरा सेमेस्टर बाकी है, इसको बहुत वक्त लगेगा। उसने बोला की तुम इसको ले जाकर फोटो कॉपी कर लो। मै ने कहा कि ठीक है मै फोटो कॉपी कर लेता हूं। तभी प्रिंसीपल साहब ने बोला तुम्हारा तो नोट्स पूरा है न तुम क्यो नहीं दे रहे हो। तुम्हारा तो सब पूरा है। मै कहा कि हमको इससे आज मुलाकात हुई और मै अपना नोट बुक कैसे दे सकता हूं। प्रिंसीपल साहब ने उठ कर मेरे पास आकर बोले मुन्ना कोई बात नहीं है मै इसको जानता हूं। बालिका स्कूल में इनकी मां ट्रांसफर होकर आई है इस लिए इसने यहां एडमिशन लिया। और आज इसका दूसरा दिन है। और तुम पहले दोस्त। तो दोस्त को दोस्त पर विश्वास होनी चाहिए। मै बोला ठीक है मैं दे दूंगा और हम लोग बाहर आ गए। उसने मुझे बाहर गार्डेन में रोक लिया और बोली तुम क्या बोला कि मै अपना नोटबुक कैसे दूंगा मै जनता भी नहीं। मै बोला शांति से बात सुनो अगर तुम्हे मुझे नोट बुक नहीं देना रहता तो मैं बोल देता कि मेरा नोट बुक पूरा नहीं है। उसने बोला तेरे बात मै लौजिक है तू ठीक बोल रहा है। हम लोग वाहा से निकाल आए अभी हमारा एक पीरियड और बाकी था तो हम लोग क्लास में आ गए। क्लास खतम होने के बाद मुझे भूख लग रही थी तो मै अपना किताब उठाकर जाने लगा तभी रीना ने मुझे देख लिया और बोली आे हीरो कहा जा रहा है। तभी क्लास के बहुत सारे लड़के लड़कियां उसकी तरफ देखने लगी। अभी क्लास मै सबसे सुंदर लड़की वहीं थी। मै मूड कर देखा तो वो भी जल्दी से मेरे पास आई और बोली मै भी चलती हूं ना। मै बोला कि अब हो गया कबाड़ा। अब सारे लड़के मुझको कुछ ना कुछ बोलेंगे। मै बाहर आकर उसको बोला कि आराम से नहीं बोल सकती थी सारी क्लास ने सुन लिया कि तुम मुझको हीरो बोली। उसने कहा कि तेरा नाम भुल गई थी इसलिए हीरो बोला लेकिन कहा जा रहा है मुझे नोटबुक नहीं देना चाहता है। मै कल लेकर आऊंगा। अभी कैंटीन में नाश्ता करने जा रहा था। उसने कहा कि चल मेरे पास फराठा है, दोनों खा लेते है। मै उससे बचना चाहता था और वो मेरा पीछा नहीं छोड़ रही थी। मै बोला ठीक है लेकिन कैंटीन मै चलो। उसने कहा कि वाहा बेंच पर खा लेते है उधर कोई नहीं है। मै जाना नहीं चाहता था पर उसके गुस्से के वजह से चला गया। मै बेंच पर बैठ कर बोला, मै तुमसे एक बात पूछूं सही सही बताना। उसने कहा कि पूछ मै गलत बात नहीं बोलती हूं। मै बोला कि तुमको नोट बुक चाहिए मै तुझे दे दूंगा लेकिन मेरे पीछे क्यो पड़ी है। उसने कहा कि देख मै तुझे बताऊंगी अगर तुम किसी और को बताया तो तुझे बहुत मारूंगी मै बोला कि ठीक है बताओ मै किसी को नहीं बताऊंगा। उसने कहा देख राज कि बात है कि मै एक तो लड़की हूं और दूसरी बात यह है कि मै यहां नई हूं। और यह के लड़के सब हरामि है। तभी मै बीच में कुछ बोलना चाहा पर उसने बोला कि तेरे को छोड़ कर बोला तू ठीक ठाक लगता है। अगर मै अकेली रहूंगी तो सब चांस मारेंगे लेकिन तेरे साथ सुरक्षित रहूंगी। दूसरा कोई चांस नहीं मारेगा। मै बोला तू तो बहुत चालू चीज है। पर सब मेरा मजाक उड़ाएंगे कि तेरी गर्लफ्रेंड है। उसने कहा कि तू बोलना कि हा है और कुछ ज्यादा बोलेगा तो मै देख लूंगी पर तू दोस्ती तक रहना आगे नहीं बढ़ने की कोशिश भी नहीं करना। मै बोला कि एक आखरी सवाल अगर तुम दोस्ती से आगे बढ़ गई तो। तब उसने अपनी आंखें नचा कर बोली तब तू गया काम से। उसने डब्बा खोला दोनों नाश्ता किया। और कल मै नोटबुक लाने को बोल कर ऑफिस में चला गया अपना अग्ला नोट्स लेने के लिए। मै नोट्स लेकर मोटरसाईकल चालू किया और छोटी बहन को स्कूल के तरफ चल दिया। मै अभी कॉलेज पर किया तो देखा कि रीना पैदल जा रही है मै उसके आगे गाड़ी रोक दिया और बैठने को बोला उसने बिना झिझक बैठ गई। उसने कहा कि तुम कहा जा रहा है। मै बोला बालिका स्कूल में मेरी छोटी बहन पढ़ती है उसको लेकर मै वापस जाता ही सुबह भी पहुंचाता हूं। उसने बोला मेरी मां भी वही पढ़ाती है और मै भी वही जाऊंगी। और सुबह भी मा के साथ ही आती हूं। मै बोला इतनी दूर पैदल ही आती है। उसने बोला की अभी तो आज पहला दिन है मां बोली थी कि एक रिक्शा कर दूंगी तुमको लाने लेकर जाने के लिए। मै उसको मजाक में बोला अब बोल देना कि मै रिक्शा ढूंढ लिया है। ठीक है लेकिन सुबह बताऊंगी। मै बोला कि कल इन्तजार करता हूं स्कूल के बाहर तुम्हारा।
 
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आज मै बहुत खुश था कि एक खूबसूरत लड़की मेरे दोस्त बन गई। रीना स्कूल के अंदर चली गई और मैं बाहर छोटी का इंतजार करने लगा। करीब बीस मिनट बाद रीना और उसकी मां दोनों बाहर निकली। रीना को देख कर मुस्कुरा दिया तब उसकी मां मुझे घूरने लगी तो मै दूसरी तरफ देखने लगा। रीना की मा तेज कदमों से चलकर मेरे पास आई और बोली। क्या नाम है तेरा। मै तो घबरा गया। मै सोचा की रीना उसको मेरे बारे में बता दिया। मै अपना नाम बताया तो उसने बोला क्यो खड़ा है यहां तुम लोगो को दूसरा काम नहीं है। छोटी छोटी बच्चियों के साथ हरकत करते हुए तुझे शर्म नहीं आती। ओ लगातार उल्टा सीधा बोले जा रही थी। मै समझ नहीं पा रहा था कि मेरा गुनाह क्या है और उसने मुझे बोलने का मौका नहीं दे रही थी। तभी छोटी आती हुई दिखाई दी। उसने अपनी टीचर से पूछा क्या हुआ मैडम। उसने पूछा कि मुझे दिखा कर ये कौन है तुम्हारा। छोटी ने कहा भाई जान है मेरा। क्या बात है मैडम। क्या ये तुम्हारा भाई है तुम सच बोल रही है मैडम ने चौकते हुए पूछा। तभी रीना ने कहा कि हा ये सच बोल रही है। तुझे कैसे पता है टीचर ने रीना से पूछा। रीना ने कहा कि प्रिंसीपल ने मुझे इससे नोट्स लेने के लिए बोला तो मैंने बात किया तो इसने बताया कि मेरी बहन इसी स्कूल में पढ़ती है। तभी मैडम ने कहा कि मै कैसे मान लूं कि ये सही बोल रहा है। मै सारा मामला समझ गया था मैडम ने मुझे अपनी बहन का बॉयफ्रेंड लिया था। मै मैडम से बोला कि ठीक है, आप मेरे साथ चलो मेरे घर पर सारी बाते साफ हो जाएगा। तभी रीना ने कहा मैं चलती हूं साथ ने मुझे नोट्स भी मिल जाएंगे। तभी उसकी मम्मी ने कुछ बोलना चाहती थी लेकिन रीना ने उसकी बात काटते हुए बोली अब कुछ नहीं उसने मेरी बहन से बोली मै तुम्हारे घर चलूं छोटी। मेरी बहन ने कहा हा चलिए। रीना अपनी मम्मी से बोली तुम चलो मै आ रही हूं। मै दोनों को लेकर घर आ गया। घर आने के बाद पहले दादा और चाचा मिल गए वे लोग रीना को देख कर बोले ये कौन है। मेरी बहन ने बोली कि मेरी मैडम कि बेटी है। मै कुछ नहीं बोला मेरी बहन उसे अन्दर लेकर गई और मै वहीं बरामदे में से नोट बुक निकालने लगा उसको देने के लिए। मै उसे जल्दी से पहुंचा देना चाहता था। मै घर में गया तो चाची ने मुझे छेड़ते हुए बोली बहुत मस्त माल फसाया है वाहा रीना भी थी। मै शर्म के मारे अपना सर नीचे झुका लिया। रीना मुझे शरमाया हुआ देख कर बोली ये तो बंदरिया को भी नहीं फसा पाएगा मै तो खुद इसे फसाई हू। मै बोला क़ ऐसी कोई बात नहीं है मै इससे आज ही मिला हूं। बाद में रीना सबकुछ बताई की कैसे मेरी मम्मी ने इसको बदमाश समझ लिया और मुझे साथ भेजा कि मालूम करू कि सही का भाई है कि नहीं। सबने खूब ठहाका लगाया चाची ने उसे मिठाई खिलाया। मै उसे नोटबुक देकर बोला कि चलो तुमको छोड़ दे रहा हूं। अपनी बहन को भी साथ चलने को बोला। बाहर देखा तो चाचा ने बाइक लेकर कहीं गए हुए थे। मै दादा को पूछा तो उसने बताया कि आे लेट से आएगा। मै बताया की इसको छोड़ने जाना है। दादा ने बलोरो का चाभी देकर बोला की गाड़ी लेकर जाओ और सामान भी लाना है। मै दादा को चलने को बोला तो दादा भी साथ आ गए। मै रीना से बोला कि मै तुम्हारे मम्मी के लिए पूरा सबूत लेकर चल रहा हूं और तीनो को लेकर चल दिया। रीना के बताए हुए जगह पर लेकर गया। मै बोला कि अपनी मां को बुला कर लाओ उसने मुझे बहुत जलील किया है। मै गाड़ी रोका तब उसकी मां बाहर ही मिल गई। मै दादा से उसे मिलवाया। उसकी मम्मी ने दादा को सारी बात बताई तब दादा भी हसने लगे और बोले कि मेरा लड़का सीधा है। और पढ़ाई के अलावा कोई फालतू काम नहीं करता है ना खेलने जाता है ना ही फिल्म देखता है। बस इसको कॉलेज में टॉप होने का जुनून रहता है। बहुत देर तक दादा से बाते किया दादा ने उसको सुक्रिया अदा किया कि आप लोग बच्चियों को ध्यान देते है। उसके बाद मै दादा के साथ बाजार जाकर सामान लेकर घर आ गया। मै नाश्ता करने के बाद पढ़ने बैठ गया।
 
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Dilsad786 said:
आज मै बहुत खुश था कि एक खूबसूरत लड़की मेरे दोस्त बन गई। रीना स्कूल के अंदर चली गई और मैं बाहर छोटी का इंतजार करने लगा। करीब बीस मिनट बाद रीना और उसकी मां दोनों बाहर निकली। रीना को देख कर मुस्कुरा दिया तब उसकी मां मुझे घूरने लगी तो मै दूसरी तरफ देखने लगा। रीना की मा तेज कदमों से चलकर मेरे पास आई और बोली। क्या नाम है तेरा। मै तो घबरा गया। मै सोचा की रीना उसको मेरे बारे में बता दिया। मै अपना नाम बताया तो उसने बोला क्यो खड़ा है यहां तुम लोगो को दूसरा काम नहीं है। छोटी छोटी बच्चियों के साथ हरकत करते हुए तुझे शर्म नहीं आती। ओ लगातार उल्टा सीधा बोले जा रही थी। मै समझ नहीं पा रहा था कि मेरा गुनाह क्या है और उसने मुझे बोलने का मौका नहीं दे रही थी। तभी छोटी आती हुई दिखाई दी। उसने अपनी टीचर से पूछा क्या हुआ मैडम। उसने पूछा कि मुझे दिखा कर ये कौन है तुम्हारा। छोटी ने कहा भाई जान है मेरा। क्या बात है मैडम। क्या ये तुम्हारा भाई है तुम सच बोल रही है मैडम ने चौकते हुए पूछा। तभी रीना ने कहा कि हा ये सच बोल रही है। तुझे कैसे पता है टीचर ने रीना से पूछा। रीना ने कहा कि प्रिंसीपल ने मुझे इससे नोट्स लेने के लिए बोला तो मैंने बात किया तो इसने बताया कि मेरी बहन इसी स्कूल में पढ़ती है। तभी मैडम ने कहा कि मै कैसे मान लूं कि ये सही बोल रहा है। मै सारा मामला समझ गया था मैडम ने मुझे अपनी बहन का बॉयफ्रेंड लिया था। मै मैडम से बोला कि ठीक है, आप मेरे साथ चलो मेरे घर पर सारी बाते साफ हो जाएगा। तभी रीना ने कहा मैं चलती हूं साथ ने मुझे नोट्स भी मिल जाएंगे। तभी उसकी मम्मी ने कुछ बोलना चाहती थी लेकिन रीना ने उसकी बात काटते हुए बोली अब कुछ नहीं उसने मेरी बहन से बोली मै तुम्हारे घर चलूं छोटी। मेरी बहन ने कहा हा चलिए। रीना अपनी मम्मी से बोली तुम चलो मै आ रही हूं। मै दोनों को लेकर घर आ गया। घर आने के बाद पहले दादा और चाचा मिल गए वे लोग रीना को देख कर बोले ये कौन है। मेरी बहन ने बोली कि मेरी मैडम कि बेटी है। मै कुछ नहीं बोला मेरी बहन उसे अन्दर लेकर गई और मै वहीं बरामदे में से नोट बुक निकालने लगा उसको देने के लिए। मै उसे जल्दी से पहुंचा देना चाहता था। मै घर में गया तो चाची ने मुझे छेड़ते हुए बोली बहुत मस्त माल फसाया है वाहा रीना भी थी। मै शर्म के मारे अपना सर नीचे झुका लिया। रीना मुझे शरमाया हुआ देख कर बोली ये तो बंदरिया को भी नहीं फसा पाएगा मै तो खुद इसे फसाई हू। मै बोला क़ ऐसी कोई बात नहीं है मै इससे आज ही मिला हूं। बाद में रीना सबकुछ बताई की कैसे मेरी मम्मी ने इसको बदमाश समझ लिया और मुझे साथ भेजा कि मालूम करू कि सही का भाई है कि नहीं। सबने खूब ठहाका लगाया चाची ने उसे मिठाई खिलाया। मै उसे नोटबुक देकर बोला कि चलो तुमको छोड़ दे रहा हूं। अपनी बहन को भी साथ चलने को बोला। बाहर देखा तो चाचा ने बाइक लेकर कहीं गए हुए थे। मै दादा को पूछा तो उसने बताया कि आे लेट से आएगा। मै बताया की इसको छोड़ने जाना है। दादा ने बलोरो का चाभी देकर बोला की गाड़ी लेकर जाओ और सामान भी लाना है। मै दादा को चलने को बोला तो दादा भी साथ आ गए। मै रीना से बोला कि मै तुम्हारे मम्मी के लिए पूरा सबूत लेकर चल रहा हूं और तीनो को लेकर चल दिया। रीना के बताए हुए जगह पर लेकर गया। मै बोला कि अपनी मां को बुला कर लाओ उसने मुझे बहुत जलील किया है। मै गाड़ी रोका तब उसकी मां बाहर ही मिल गई। मै दादा से उसे मिलवाया। उसकी मम्मी ने दादा को सारी बात बताई तब दादा भी हसने लगे और बोले कि मेरा लड़का सीधा है। और पढ़ाई के अलावा कोई फालतू काम नहीं करता है ना खेलने जाता है ना ही फिल्म देखता है। बस इसको कॉलेज में टॉप होने का जुनून रहता है। बहुत देर तक दादा से बाते किया दादा ने उसको सुक्रिया अदा किया कि आप लोग बच्चियों को ध्यान देते है। उसके बाद मै दादा के साथ बाजार जाकर सामान लेकर घर आ गया। मै नाश्ता करने के बाद पढ़ने बैठ गया।
 
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करीब सात बजे अम्मी खाना खाने के लिए बोला तो मै खाने चला गया और खाना खा रहा था तो अम्मी ने कहा कि मै सोने जा रही हूं अगर तुमको कुछ जरूरत होगी तो बुआ से मांग लेना। मै खाना खा कर फिर पढ़ने बैठ गया अब मेरे साथ मेरी बहन छोटी भी पढ़ने आ गाई उसने मुझे अपनी हेल्प करने बोला मै उसको बता दिया और बोला कि मै पानी पी कर आता हूं। अंदर आया तो देखा कि अम्मी सो रही है मै चाची के कमरे में गया तो देखा की बुआ और चाची दोनों सीरियल देख रही थी। मुझे आज किसी को चोदना चाहता था मै बुआ को अपना लन्ड निकाल कर पकड़ा दिया बुआ समझ है उसने कहा कि ऊपर चलते है। मै बोला कि यही ठीक है तब उसने बोला कि यहां कोई आ जाएगा। तब मै चाची को बोला कि आप मेरी मदद करो और दरवाजे से किसी को अन्दर नहीं आने देना। चाची बोली ठीक है लेकिन जल्दी करना। मै बोला ठीक है और अपना लन्ड बुआ के मुंह में डाल दिया उसने मेरा लन्ड चूस कर खड़ा कर दिया मै उसकी सलवार खोल कर उसकी बुर को चाट कर गीला कर दिया और अपना लन्ड पेल दिया। करीब पंद्रह मिनट चोदने के बाद मै झड़ कर बाहर आ गया। अब मुझे पढ़ने में दिल नहीं लग रहा था तो मै केवल छोटी बहन को ही गाइड करने लगा। नौ बजे तक छोटी पढ़ी उसके बाद वो बोली कि अब मै जाती हूं। क्योंकि नौ बजे से भूत वाला सीरियल सुरु होता था तो आे जरूर देखती थी। मै भी किताब कॉपी रख कर चाची के कमरे में चला गया। बुआ को अभी भी चुदासी चढ़ी हुई थी उसकी आंखें मै चुदासी दिख रहा था। क्योंकि उसकी प्यास बुझी नहीं थी। छोटी ने ऊपर चाची के पास जाकर सो कर टीवी देखने लगी और मैं बुआ के पास बैठ गया बुआ अपना हाथ मेरे लन्ड पर रख दिया। और मेरे पजामे के ऊपर से ही उसने मेरे लन्ड को मसलने लगी मेरा लन्ड में हरकत होने लगी। मै भी उसके जांघो को सहलाने लगा मेरा दिल किया कि बुआ को एक बार और चोदा जाए तभी चाचा की आवाज आई उसने बुआ से पानी देने के लिए बोला। मै समझ गया की चाचा अपनी बहन का बुर का पानी पीना चाहता है। मै बुआ के तरफ देखा तो वो मुस्कुरा कर चली गई लेकिन मेरा लन्ड खड़ा दिया था। मुझे चाचा पर थोड़ा गुस्सा भी आया। मेरा दिल में आया कि अभी जाकर चाचा को सब कुछ बता कर बुआ को मै भी चोद लू। लेकिन मुझे चाची ने मेरा हाथ दबा कर चुप करा दिया। मै अपना खड़ा लन्ड लेकर रह गया। मै अब सोने के लिए अम्मी के कमरे में आया तो देखा कि लाइट जल रही थी और अम्मी बाए तरफ घूम कर सो रही है उसने आज भी नाइटी ही पहनी हुई थी। पहले मै जब खाना खा रहा था तो उसने सलवार कमीज़ पहनी हुई थी मै उसकी नाइटी ऊपर कर दिया। उसकी नंगी गांड़ मेरे सामने हो गई आज पहली बार लाइट मै उसकी नंगी गांड़ देख कर मेरा लन्ड झटके मारने लगा। मै सोचा अगर ये कुछ बोलेगी तब भी आज चोदूंगा सोच कर मैं दरवाजा बंद किया और नाइट बल्ब जलाकर अपना पूरा कपड़ा निकाल कर नंगा हो गया और  अम्मी के पीछे उसके नंगी गांड़ से अपना लन्ड चिपका लिया। मै पीछे से उसकी बुर में अपना एक उंगली डाल कर चलाने लगा। तभी अम्मी हिली लेकिन मै अपना उंगली उसकी बुर से नहीं निकाला। अम्मी अपने दोनों पैरो को मोड़ कर अपनी गान्ड पीछे खिसका दिया। अम्मी की चुत सुखी हुई थी तो मै अपना थूक लगा कर उसके बुर में अपना दो उंगली डाल कर हिलाने लगा। अब उसकी चुत पानी छोड़ने लगी मै समझ गया कि अम्मी जाग गई है। मै थोड़ा नीचे खिसक कर अपना लन्ड उसके चुत पर रगड़ने लगा। उसकी चुत की पानी से मेरे लन्ड गीला हो गया। मै बस बाहर ही धक्का मार रहा था तो अम्मी ने अपनी कमर थोड़ा टेढ़ा कर दिया तब मेरा लन्ड सीधा उसके चुत मै घुस गया। मै उसकी बुर कि गर्मी महसूस किया और एक धक्के मै अपना पूरा लन्ड उसके अंदर तक घुसा दिया। उसकी बुर कि गर्मी से मेरा लन्ड उसके बुर में झटके मारने लगा। मै उसकी नाइटी ऊपर उठाने की कोशिश कर रहा था लेकिन नीचे दबा था। मै अपना हाथ आगे से डाल कर उसकी नाइटी उठानी चाही तभी अम्मी ने अपनी कमर थोड़ा ऊपर उठा कर मेरी मदद किया मै अब नाइटी उसके चूचियों तक ऊपर उठा दिया और उसके नंगे पीठ से अपनी नंगा बदन चिपका लिया और उसके बूब्स पकड़ कर मसलने लगा। तब उसने अपने कमर को हिला कर मेरा लन्ड को अपने बुर में कसने की कोशिश करने लगी मै समझ गया कि अब इसको चुदासी चढ़ गया है और मै अपना लन्ड उसके बुर में आराम आराम से पेलने लगा। उसने धीरे धीरे सिसकारी भरने लगी। उसकी बुर से ज्वालामुखी की तरह गर्म पानी निकलने लगा। मै मस्ती मै उसको चोदने लगा। जब मै धक्का लगता तो उसने अपनी गांड़ से मेरी धक्के रोक लेती। मै आराम आराम से आधा घंटा तक पीछे से ही चोदा उसके बाद मै अपना गरमा गर्म लावा उसके अंदर गिरा दिया और अपना लन्ड उसके बुर में डाले नंगा चिपक कर लेता रहा। आज इस गर्म बुर से मुझे बहुत संतुष्टि मिल गया था। मै अपना कपड़ा पहन कर सो गया।
 
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सुबह मै जल्दी उठ गया और हाथ मुंह धोकर फ्रेस हो दूध लेकर आया देखा कि अम्मी भी उठ गई है मै उसके तरफ देखा तो उसने अपना सर नीचे झुका कर चली गई मै समझ गया कि उसे अपने बेटे से चुदाने में शर्म आ रही है। मै बुआ से बोला कि आज जल्दी नाश्ता दो मै कॉलेज जल्दी जाऊंगा। बुआ ने कहा कि आज दादी का पट्टी खुलना है तो तुम नहीं जाओगे। मै बोला कि आज मेरा जाच परीक्षा है तो मै नहीं जा पाऊंगा। मै नाश्ता करने लगा तभी चाची आकर मुझसे बोली कि मुझे भी कुछ सामान लेना है तो तुम दादा से पूछ लो कि मै भी जा सकती हूं। मै नाश्ता करने के बाद दादा से पूछा तो दादा ने कहा ठीक है चलो। बुआ और चाची तैयार होने लगी और मै भी तैयार हो कर कॉलेज जाने लगा तभी छोटी बोली मुझे कौन लेकर जाएगा चाचा भी जा रहे है। चाची ने कहा कि तुम मेरे साथ चलो। चाची ने अम्मी से पूछा कि तुमको भी कुछ लेना है तो बोल दो। अम्मी और चाची बाते कर रहे थे कि मै कॉलेज निकल गया। मेरा दो घंटे का पेपर था नौ बजे से ग्यारह बजे तक तो मै पेपर देकर बारह बजे से पहले आ गया। घर में आया तो देखा कि दादी के बेड़ पर अम्मी सो रही है। घर में कोई नहीं था और अम्मी सो रही थी तो मै इस मौके का फायदा उठाने के लिए सोचा। मै झट से बाहर का दरवाजा बंद किया और वापस अम्मी के पास आया तो देखा की मम्मी अब सीधा लेटी हुई है और उसके मुंह पर दुपट्टा डाला हुआ है। लेकिन पहले अम्मी के मुंह पर कपड़ा नहीं था और सीधी नहीं लेटी हुई थी। मै सोचा कि शायद जगी हुई है और मजे लेना चाहती हैं। मै उसके पेट से कमीज़ उठा दिया और उसके नाभि को चूम लिया मै उसके सलवार का नाडा खोल कर उसकी सलवार उतारने लगा उसने भी हिलने के बहाने अपनी गांड़ उठा कर अपनी सलवार उतारने में मेरी मदद की। उसके बाद मै उसके दोनों पैर फैला कर उसकी बुर देखने लगा। आज दिन में उसकी बुर साफ दिख रही थी। उसकी दाने वाली जगह से करीब एक इंच लम्बा चमड़ा लटक रहा था। इसके पहले मुझे समझ नहीं आ रहा था कि ये क्या है। मै सोचा आज इसके बुर के पानी का स्वाद चखना पड़ेगा। मै कुछ देर उसके चुत देखता रहा और फिर चाटने लगा तभी मेरी नजर दादी के दवाई पर गई वाहा सहद की बोतल रखा हुआ था मै बोतल लेकर आधा शहद उसके बुर पर गिरा दिया जब ठंडी शहद अम्मी के बुर पर गिरा तब अम्मी हिल गई पर मुझे एहसास नहीं होने दिया कि वह जगी है। मै शहद को अपने हाथ से उसके बुर पर चारो तरफ मिला दिया और उंगली से उसके बुर के छेद में भी डाला। उसके बाद मै उसकी बुर चाटने लगा उसकी नमकीन पानी शहद के साथ कुछ अलग ही मजा आ रहा था मै उसके बुर के छेद में अपना जीभ डाल कर उसका सरा पानी चाट गया। बीस मिनट तक चाटने के बाद मै सोचा कि शायद जगी है लेकिन शर्मा रही है। मै कुछ सोच कर उसको वैसा ही छोड़ कर बाहर का दरवाजा खोल कर बंद कर दिया जैसे की मै बाहर चला गया हो लेकिन मै अन्दर ही छुप कर देखने लगा की अम्मी क्या कर रही है। जब अम्मी को लगा कि मै बाहर चला गया तो उसने अपना दुपट्टा चेहरे से हटाई और अपने दुपट्टे से अपनी चुत को साफ करने लगी। उसकी चेहरे पर मुस्कान नजर आ रहा था। वो बहुत खुश लग रही थी। उसने अपनी चुत साफ करने के बाद अपना सलवार पहनने लगी तभी मै बाहर निकल कर उसका हाथ पकड़ लिया और बोला अभी नहीं बस एक बार। वो मना भी नहीं कर रही थी और करने भी नहीं दे रही थी। बस शर्म के मारे ना ना नहीं नहीं कर रही थी। उसने अपना एक पाव सलवार में डाल दिया था और मै दूसरा पकड़ रखा था  जब अम्मी ज्यादा ना नुकुर करने लगी तब मै अपना उंगली उसकी चुत मै घुसा दिया। उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली कि जो भी करना है रात में करना अभी कोई आ जाएगा। मै उसको किस किया और छोड़ दिया। उसने भी मुस्कुरा कर मुझे किस किया। मै बहुत खुश हो गया कि आज मेरा काम बन गया कल से मै आजादी से किसी को भी कभी चोद सकता हूं। एक घंटे बाद सब लोग वापस आ गए। चाची सबके लिए कपड़े लाई थी मेरे अपने और अम्मी के लिए साड़ी सेट बुआ के लिए सूट छोटी के लिए भी फ्रॉक लाई थी मेरे लिए भी जींस और टीशर्ट लेकर आई थी। मै कपड़ा देखने लगा। मै मौका मिलते ही चाची को सब कुछ बता दिया। चाची दो साड़ी लेकर आई थी एक लाल रंग का और दूसरा नीले रंग का। मै चाची को बोला कि आज शाम को अम्मी को लाल साड़ी पहना दो क्योंकि आज मै सुहाग रात मनाऊंगा। चाची एक सरारती मुस्कान देते हुए बोली कि आज मैं भी देखूंगी तुम्हारी सुहाग रात। मै उसे मना कर दिया कि आज नहीं फिर कभी। और मै बाहर निकल गया। मै चार बजे चाय पीकर बाहर बरामदे में पढ़ने बैठ गया। दादा दादी और चाचा भी वही बैठ कर बाते कर रहे थे। दादी चाचा को बोली कि अब मेरा बिस्तर दादा के कमरे में लगा दो। क्योंकि पहले दादी को दिखता नहीं था इसलिए उनको रात में बाथरूम तथा और भी जरूरत पड़ती थी तो उनको हमेशा किसी की मदद लेनी पड़ती थी लेकिन अब उसको दिखने लगा था तो वो दादा के साथ रहना चाहती थी। चाचा मुझे लेकर दादी का बेड़ दादा के कमरे में लगा दिया और मै फिर पढ़ने बैठ गया। कुछ देर बाद मुझे पुलिस कि गाड़ी अपने घर की तरफ आती हुई दिखाई दिया। चाचा चौक गए की हमारे घर पुलिस क्या करने आईं है। दादा भी कुछ समझ नहीं पाए। जब गाड़ी रुकी तो उसमे से रीना बाहर निकली। मै उसे देख कर चौक गया कि अब क्या लफड़ा हो गया आज आे कॉलेज भी नहीं आई थी। क्योंकि हमारा टेस्ट चल रहा था और आे अभी नई एडमिशन लिया था तो प्रिंसीपल साहब ने नया एडमिशन वाले को नहीं आने को बोला था। रीना सीधा मेरे पास आई और बोली कि अब दूसरा बुक चाहिए ये पूरा हो गया है। मै देखा कि उसके पीछे एक पुलिस वाला भी चला आ रहा है। मै पूछा कि वो कौन है। रीना बी कि ये मेरे पापा है। गाड़ी की आवाज सुनकर मेरी बहन बाहर निकली और रीना का हाथ पकड़ कर घर में लेकर चली गई। ओ पुलिस वाला आकर दादा को सलाम किया। चाचा ने उसे कुर्सी दिया और वे बैठ गए। दादा ने उनसे उनका परिचय पूछा तो उसने बताया कि मेरा यहां दरोगा के पद पर तबादला हुआ है और मै यहां नया हूं। मेरी बेटी कॉलेज मै नई एडमिशन लिया है। मेरी बेटी ने बताया कि आपके लड़के से आे किताब लेकर अपना पीछे का सिलेबस पूरा कर रही है। उसने मुझे यहां किताब लेने के लिए लेकर आई है। दादा भी अपने बारे में बताया और बोला कि ये मेरा बेटा नहीं पोता है और भी मेरे बाते मै बताया। तभी मेरी बहन मिठाई लेकर आई। दरोगा जी ने मिठाई खाने लगे। मै दूसरा नोट्स निकाल कर रख दिया करीब बीस मिनट बाद रीना बाहर निकली तो मै देखा कि उसने बुआ कि नई सूट पहनी हुई थी। रीना मुझ से थोड़ा बात किया और बुक्स ले कर चली गई।
 
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थोड़ा जल्दी अपडेट दो भाई, कहानी भूल जाती है.
 

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