Incest बाली उमर अकमल एहसास

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ये कहानी काल्पनिक हे warning.......
 
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कहानी तब की है जिस वक्त में क्लास 7th और 8th में पड़ता था । उसी दो साल में अचानक लंबा हो गया था 5 फीट 6 इंच का हो गया था खंबे की तरह लंबा हो गया था मेरे हल्की हल्की रूई जैसी रेशमी दारी मूस उग रहे थे बगल में और लंद के हल्के हल्के काले काले बाल उग रहे थे । और मुझे शर्म आती थी इस बात पर अपनी मम्मी से अपने करीबी रिश्तेदारों से । लेकिन जवानी ऐसी फुट कर निखर रही थी क्लास की बेक बेंचर बन गया था और दोस्तो के साथ चुदाई की गंदी गंदी बातों में मशगूल रहता था लड़कियों की स्कर्ट के नीचे नजर रहती हमारी क्लास मेडम की फिगर पर बात करते थे किस रंग की ब्रा पेंटी पहनी हे उस बारे में हम दोस्त लोग जिज्ञासा करते थे । यूं कह लो नए नए जवान हो रहे एक लड़का अपनी जवानी में किस तरह बहक रहे होते है वैसे हम बहक रहे थे ।



धीरे धीरे मूठ मारना सिख रहे थे और मूठ मारने की मजे को में स्वर्ग समझने लगा था । मोबाइल था अपने पास लैपटॉप भी था लेकिन उसने में पोर्न मूवी नही देख सकता था । कारण आगे पता चलेगा ।



मेरी मम्मी सिंगल पेरेंट्स थी कुछ साल पहले ही पापा का देहांत हो गया था कैंसर से । मम्मी का लाडला था मेरा कमरा मम्मी का भी था उसी कमरे में मेरी स्टडी टेबल था जिस लैपटॉप में अपनी कंप्यूटर क्लास की प्रैक्टिस करता था उसी लैपटॉप में मम्मी भी अपना काम करती थी और मेरा मोबाइल भी अक्सर देखती रहती थी । अपनी आखों से एक पल के लिए भी मुझे उझाल नही होने देती थी । मुझे बोहोत चिढ़ होती थी मम्मी से की में अकेला कुछ नही कर पता था । मुझे अब कुछ फ्रीडम चाहिए था ।



रात को मम्मी के पास ही मुझे सोना पड़ता था छोटे बच्चो की तरह मम्मी मुझे सुलाती थी अपने साथ।





मम्मी के बारे में कुछ बाते बता दूं। वो एक कॉलेज में क्लार्क की नौकरी करती थी चाचा मासी नाना नानी इस सभी रिश्तेदार से हमे आर्थिक रूप से मदद मिलती थी भले ही हम अपने घर पर अकेले रहते थे मगर हमारा खयाल बोहोत रखते थे खास कर मेरे बड़े मामा । मम्मी दिखने में बोहोत खूबसूरत थी सुडोल सुगठित जिस्म ना ज्यादा मोटी ना ज्यादा पतली । उनका पहनावा हामेसा सारी या सुरीदार रहती थी ऑफिस में वो सारी ही पहन कर जाती थी ।






 
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मेरे में एक बदलाव आ रहा था जो की में काबू नही कर पा रहा था । मम्मी मुझे शारीरिक रूप से बोहोत आकर्षित लगने लगी थी। रात को जब मम्मी मुझे अपने पास अपनी छीने में भर के सुलाती थी मेरा गाल जब मम्मी की मुलायम चोकर चुचियों पर धस जाता था मुझे यौन उत्पीरन एहसास होता था मम्मी की मुलायम बदन की महक अपनी जहन में लेता था मेरा ना चाहते हुए खड़ा हो जाता था अपने आपको कंट्रोल नही कर पता था खास कर मम्मी की बगल की खुशबू मुझे पागल कर देता था । अक्सर में सोचता था ये गलत हे लेकिन उम्र ही ऐसी बेकाबू हो वाली थी की में लाख कशिश के बाद भी मम्मी उस खयाल से अपने जेहन से निकाल नही पा रहा था ।



मैने ये बात किसी को नही कही अपने जिगरी दोस्तो को भी नही । मैने एक उपाय निकाला ।



एक रात में जिद्द करने लगा मम्मी से ।


मम्मी से कहा "" मम्मी मुझे सेपरेट रूम चाहिए """



मम्मी बड़ी बड़ी आखों से मुझे डराने लगी """ क्या । क्यू चाहिए तुझे सेपरेट रूम। इस रूम से तुझे क्या दिक्कत हे। ओह समझी में भी रहती हूं तो इसलिए तू पढ़ाई से फुर्सत नही मिलता गेम खेल नही पता मोबाइल में ।""


""" नही मम्मी ऐसी बात नहीं है। प्लीज समझो ना मेरे सारे दोस्तो के अपना रूम है"""



मम्मी उंगली दिखा के बोली """ खबर दार इस्पे कोई बहस नही सुनना चाहती में नही मिलेगी तुझे सेपरेट रूम । सो जा सुबह जल्दी उठना हे ना """


में निराश हो कर मम्मी से पीठ कर के करवट ली मम्मी पीछे से मुझे बाहों में भर के प्यार भरी मीठी बातों से बोली """" तुझे पता हे ना तेरे बगैर मुझे नींद नहीं आती जब तक तेरी शादी नही होती तब तक तू मेरे साथ सोएगा। ""*


में बोला """ कभी कभी आप बोहोत बुरी मम्मी बन जाती हो """



मम्मी हस के मेरे गाल चूम के बोली """ हां हूं में बुरी । मरते दम तक तुझे ऐसे ही सताऊंगा में । मेरा सोना मेरा बाबू तुम गुस्से में कितने प्यारे लगते हों लड्डू बना के खाने का मन करता है """*





में सो गया ।




अगले दिन शाम को में खेल कर घर लौट आया मम्मी बालकनी में किसी से बात कर रही थी मम्मी को नहीं पता चला की में आ गया हूं मैने भी मम्मी को कोई आवाज नहीं दी । मैने ध्यान दिया तो पता चला की मम्मी बड़ी मामी से बात कर रही थी मैने ऐसे ही चुपके से सुनने लगा ।




मामी की बाते तो मुझे सुनाई नही दे रही थी पर मम्मी की बाते मुझे सुनाई दे रही थी और उसकी बाते सुन के मुझे बड़ी हैरानी हो रही थी मम्मी मामी से कह रही थी "" नही में उसे सेपरेट रूम नही दे सकती इसी उम्र में बच्चे बिगड़ जाते है अकेले में वो उन लड़कों की तरह मूठ मारने की लत लगा लेगा मोबाइल में गंदी गंदी चीज़ें देखेगा । ना बाबा ना में उसे अपने पास ही सुलाऊंगी भाभी । """





में सोचने लगा ओह तो ये बात हे इसलिए मम्मी मुझे अपने पास सुलाती हे । में थोड़ा आवाज कर के फ्रेश होने चला गया ।



मम्मी मेरे लिए बादाम वाली दूध ले के आई और मेरा सर चूम के बोली """, उम्म्म एग्जाम पास आ रहा हे ना अच्छे से पढ़ाई कर मैथ्स की 7 लेसन प्रैक्टिस कर खाने के बाद मुझे हर इक्वेशन कंप्लीट कर के दिखाना होगा अगर नही हुआ तो """



में शरारत से बोला """" तो """


मम्मी मेरा कान मोरोर के बोली """ तो तेरी एक हफ्ते की पॉकेट मनी कैंसल """"



में बुरा मुंह बना के बोला """ सच में बड़ी जालिम हो आप"""
मम्मी इतराती हुई मुस्कुरा के चली गई """
 
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सोने से पहले मम्मी ने मैथ्स की 7 लेसन से कुछ सवाल दिए मुझे और मैने जान बूझ कर गलत जवाब लिख दिया और मम्मी को दिखाया ।


मम्मी गुस्सा दिखा के बोली """ ये क्या सारे जवाब गलत हैं 3 घंटे से कर क्या रहा था "


में मुंह फूला के बोला """"" मुझे पढ़ाई में ध्यान लगाने के लिए सेपरेट कमरा चाहिए तभी में अच्छे से पढ़ाई कर पाऊंगा """"










मम्मी मेरे बगल में बैठ गई मुस्कुराने लगी मेरा गाल चूम के बोली """" कितना भी चालाकी कर लो हो तो अपनी मम्मी का बेटा ही अपनी मम्मी से ऊपर कभी नही हो पाओगे । वो सामने देखो उस पेन में कैमरा लगा हे में सब देख रही थी जब तुम प्रैक्टिस कर रहे थे तुम्हे इस लेसन का फॉर्मूला सब समझ आ गया हे जान बूझ कर गलत जवाब दे कर मुझे उल्लू बनाने की कशिश मत करो """"



में सामने पेन को देख के खुद को कोशने लगा की में कितना बेवकूफ हूं में सोचता था उसका सियाही खतम हो गया है दिखने में अच्छा लगता हे बस इसलिए मैंने भी उसे फेका नहीं कभी ढंग से चेक भी नही किया । मुझे खुद पर हसी आने लगी मैने बोला """ मम्मा पिछले जन्म में जरूर आप लोमड़ी थी """"



मम्मी हस के बोली """ जरूर रही होगी । चलो रात बोहोत हो गए हे सो जाते हे """


मम्मी ने टेबल लैंप ऑफ किया ।


हम दोनो बिस्तर पर गए । मम्मी मुझे गुड नाईट किस गालों पर झाड़ के सुलाने लगी । आज मेरा भी मूड कुछ अलग था मैने भी मम्मी की बंद आखों में चूमा उनकी माथे पर चूमा और बड़े प्यार से गुड नाईट बोला । और वोही हुआ मम्मी की गर्म मुलायम जिस्म की एहसास से मेरा खड़ा हो गया ।




रोज रोज यही चलने लगा दिन प्रतिदिन मेरा आकर्षण मम्मी की प्रति बढ़ता चला गया और मेरे काबू से बाहर होने लगा में इस बात पर अमोल नही कर पा रहा था की मम्मी के बारे में ये सब खयाल रखना गलत । चुप चुप कर मम्मी की चूचियां मनचल पेट कमर उनके सुगोठित कूल्हे देखता रहता था ।





बाथरूम मे जब भी मूठ मारता था आखों के सामने मम्मी की जिस्म आती थी उनकी जिस्म की कल्पना से मुझे ज्यादा मजा और सकून मिलता था । बाथरूम मे उनकी ब्रा पेंटी सूंघ कर अपने लंद पर रगड़ खूब मस्ती करता था ।






एक दिन की बात हे में रात को जाग गया पानी पीने के उठा मम्मी बिस्तर पर नही थी मैने ध्यान नही दिया सोचा की बाथरूम गई होगी और में किचन में गया देखा मम्मी पहले से किचन में फोन पर बात कर रही थी में दरवाजे पे रुका और सक्की खयाल से रुक कर चुप गया इतनी रात को मम्मी किससे फोन पर बात कर रही है। बातों को सुन के पता चला मम्मी बड़ी मामी से बात कर रही है।



पर जो जो बात सुनी मेरी तो होश ही उड़ गए मम्मी बोल रही """" भाभी पता नही में क्या करू अब ।।।।। लड़का बिगड़ने लगा हे बाथरूम में मेरी ही ब्रा पेंटी पर मूठ मारने लगा है।।।।।। आप हस रही हो ।।।।। हा कुछ ज्यादा ही करीब सुला लिया मैंने जिसका नतीजा अब ऐसा है।।।।।। हा सही कहा आपने ।।।।।।।।।।।।पता नही कैसे उसे समझाऊं ऐसी बाते ।।।।।।। हा और मेरी भी।।।।।। हम्मम।।।।।।।। भाभी में क्या करू अब ।।।।।। मेरी भी वोही हालत हैं जब उसे अपने छीने में चिपका के सुलाती हूं मेरी भी बदन की कीड़े काटने लगते है।।।।।।।।। हा भाभी गीली हो जाती हे मेरी भी ।।।।।।।। मन तो करता है उसे नंगा कर के खा जाऊं अपने अंदर समा लूं।।।।।।।आज काल उसकी बदन से मर्दानी सुगंध भी आने लगी हैं में तो पागल हो जाती हूं ।।।।।।किसी तरह खुद को रोकती हूं ।।।।।।।मत बोलो भाभी बाथरूम में कितना पानी बहाती हूं"""""



मम्मी ने काफी देर मामी से बात कर के फोन रख दी में जल्दी से कमरे में जा कर सोने का नाटक करने लगा । मम्मी मेरे बगल में आ कर लेट गई मुझे अपने पास खींच लिया । में बोहोत ही उलझन में था मम्मी की कुछ बाते मुझे भी समझ नही आई थी लेकिन इतना तो समझ गया मम्मी को मेरी गंदी हरकतों के बारे में सब पता है और उन्हे में उसी तरह पसंद हूं उसे भी मेरा जिस्म पसंद हैं उसे भी मेरे चुने से सेक्स चढ़ती है । मुझे बोहोत खुशी हो रही थी और एक हिम्मत मिल रहा था अरमान दुगना हो रहे थे ।





खेत नींद कब आई पता ही नही चला ।।।।
 
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दूसरे दिन रात को सोते वक्त ने मै मम्मी को प्यार से निहार रहा था। मम्मी मुस्कान से बोली """ ऐसे क्या देख रहे हो ""



""" मम्मी आप बोहोत खूबसूरत हो। एक बात कहूं आप गुस्सा ना करो तो"""



"" बाबू तेरी किसी बात से ने मै गुस्सा कर सकती हूं क्या बोलो ना क्या बात है""""


में बोला """ मम्मी मुझे ना फिर से बच्चा बनने का मन कर रहा हे"""



मम्मी मुस्कुरा के बोली """"" बच्चे ही तो हो तुम *""""


""" नहीं मेरा मतलब है की छोटे बच्चा दूध पीता हुआ । मेरा ना आपकी बोबों से दूध पीने का मन करता हे""" ।
।मम्मी मुस्कुरा दी और मीठे गुस्से से मेरे गाल पर चपत मार के बोली"""" देत पागल । अभी कोन दूध पीता है मां की । """



में बच्चो की तरह जिद्द करने लगा """ मम्मी प्लीज पिला दो ना """ ।।।।।


"" देत बदमाश चुप चाप सो जा """"


मम्मी ने आज डिम लाइट भी बंद कर दी कमरे में पूरा अंधेरा हो गया । कुछ देर बाद मुझे एहसास हुआ की मम्मी अपनी ब्लाउज में हाथ लगा कर कुछ कर रही हे और अगले ही पल मुझे एहसास हुआ की मम्मी मेरे मुंह में निप्पल ठूस दिया है में खुशी से झूम उठा और निप्पल चूसने लगा अपनी बाहों की आलिंगन से मम्मी की पतली कमर पकड़ लिया ।





कितना मधुर आनंद था मम्मी की चुचियों की खुशबू मुझे पागल कर रहे थे लेकिन मैने एक बच्चे की तरह ही ब्येवहार किया में सिर्फ दोनो निप्पल मुंह में लेकर चूसने लगा मम्मी भी मेरे सर पर प्यार जताती रही।





पाता नही कितनी देर तक ने मै चूसता रहा सायड एक घंटा तो चूसा ही होगा जी भर के मीठे स्वाद आनंद से में सो गया था ।






सुबह जब उठा तो मम्मी नही थी में बाथरूम में फ्रेश हो कर स्कूल ड्रेस पहन कर किचेन में गया मम्मी नाश्ता बना रही थी मम्मी नहा धो के घर में पहनने वाली सारी पहनी हुई थी मम्मी की ब्लाउज के कुछ हिस्से गीले थे मम्मी बोहोत खूबसूरत और कामुक लग रही थी । ।।।



" मम्मी आप अभी भी तैयार नहीं हुई """


मम्मी बेमन से बोली """ नही आज मन नही है """ ।।
।में मम्मी को पीछे से बाहों में भर के बोला """" क्यू क्या बात है कुछ परेशानी हे """



""" नही बाबू ऐसे ही मन नही हे। """



x""" तो फिर में भी नही जाऊंगा """



"" तू क्यू नही जायेगा । तुम जाओ स्कूल एग्जाम आ रहे है पास । में नाश्ता लगा देती हूं """



मम्मी बदन से बड़ी महक आ रही थी मैने मम्मी की गर्दन सूंघ कर और गाल चूम कर उनकी मखमली पेट पर हाथ से पकड़ कर बोला """ मैने कहा ना में भी आपके पास रुकूंगा """




मम्मी मेरी तरफ गर्दन घुमा के बोली"""" तुम पॉकेट में क्या रखते हो हर वक्त चुभते रहते हे मुझे """
 
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में दर गया और शर्म भी आने लगा पर मम्मी ने झट से मेरा खड़ा लंद पेंट के ऊपर से पकड़ लिया में घबरा गया मम्मी मेरी तरफ मुड़ी और मुझसे प्यार से बोली """ बेटा तुम जो मेरे ब्रा पेंटी में करते हो वो बोहोत गलत हे और बोहोत अनहेल्दी है"""" ।


मम्मी मुझे देखती रही में सर झुका कर खड़ा रहा और फिर कुछ समय ले के बोला """ मुझसे कंट्रोल नही होता हे बस हो जाता है""



मम्मी मेरे सर गाल सहला के प्यार झटाया """" हा समझ सकती हूं । ठीक है इस बारे में हम नाश्ते के बाद बात करेगे""""




नाश्ते के बाद मम्मी ने मुझे कमरे में ले गया मैने स्कूल ड्रेस चेंज कर ली। मम्मी और में बिस्तर पर बैठ गए मम्मी ने मुझे अपने नीचे सुला के मेरी आखों में देखते हुए मुझे समझने लगा लेकिन मेरी हालत खराब हो रहा था मम्मी की गरमाहट से मेरा लंद फिर से खड़ा हो गया और मम्मी ने मेरा लंद पकड़ के बोली """" तुम अपनी हरकतों से बाज नही आओगे ना """


मम्मी गुस्सा दिखा रही थी और में मासूमियत से काम पकड़ के बोला """" आपकी चुने से ही हो जाता है मुझे कंट्रोल नही होता """"



मम्मी मुस्कुरा दी और पता नही सुंझा उसे उसने मेरी शॉर्ट्स उतार दी में नीचे से नंगा हो गया मुझे थोड़ा शर्म आ रहा था और मम्मी मुझे चिढ़ा रही थी ।




मम्मी ने मेरे लंद की तरफ झुक बड़े प्यार से निहारने लगी और फिर अचानक मुंह में भर कर चूसने लगी । में सोक गया उम्मीद नही थी मम्मी ऐसी हरकत करेगी लेकिन जब मम्मी मेरा लन्ड चूसने लगी तब में आनंद में बेखबर हो गया और आंख बंद कर लिया मम्मी लोप लोप कर के मेरा लन्ड चूसने लगी ।।।।।





मुझे इतना मजा आ रहा था की जब मेरा निकलने वाला था तब में मम्मी को बता भी नही पाया मम्मी की मुंह में ही में झाड़ गया था में एकदम से कमजोर सा गया एक दम निर्बल मम्मी मुझे बाहों में भर के बोली """ आज के बाद वो सब मत करना जब कंट्रोल ना हो मुझसे बोलना ठीक है"""




मैने बोला """ ठीक हे मम्मी । सॉरी मैने आपकी मुंह गंदा कर दिया """"



मम्मी प्यार झटा के बोली"""" कोई बात नही मेरे लिए तो अमृत था। """""






उस दिन ऐसा हो गया की में सदमे भी था । लेकिन फिर तो हर रोज में जिद्द कर के मम्मी को लन्ड चुसवाता उनकी चूची चूस चूस लाल कर देता । मम्मी मेरे खाने पीने पर कुछ ज्यादा ही ध्यान रखने लगी ।
 
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एक दिन मैने ध्यान दिया की जब में मूठ मारता था तो मेरा सुपाड़ा बड़ा हो गया था और जड़ छोटा लेकिन जबसे मम्मी रोज मेरी लन्ड चूसने लगी है मेरा लंद पहले से काफी सामान सही आकार में बड़ा हो गया हे और धीरे धीरे घने बाल भी उग गए हे जो में साफ करता था ।






एक दिन शाम को मम्मी और में बाजार से लौट आए । मम्मी फ्रेश हो कर आई और अपनी सारी उतार कर ब्लाउज खोलने लगी थी में जा कर उनको पीछे से बाहों में भरा और अपना खड़ा लंद उनकी कूल्हों के दरार में धक्के मारने लगा मम्मी मुस्कुरा रही थी """ बदमाश अभी नही रात को """"


में उनकी गर्दन चूमने लगा और उनकी चूची दोनो हाथों से दबाने लगा और में ये पहली बार कर रहा हे मम्मी सोक गई """" आएं क्या कर रहे हो बाबू तू"""“





में काम अग्नि में जल उठा था """" मम्मी रोज आप मुझसे प्यार करती हो लेकिन आज में आपको मेरा प्यार दूंगा """"



मम्मी मुझे दूर कर के बोली """" पागल हो गया है क्या हट। सीमा से आगे मत आ हमारे बीच ऐसा वैसा कुछ नही हो सकता है मां हूं तेरी """



में मम्मी को अपने करीब खींच लिया और उनकी होठ चूमने लगा मम्मी भी मेरा होठ चूमने लगी । उनकी नितम्ब सहलाने लगा दबाने लगा उनकी पीठ मसलने लगा कमर दबाने लगा मम्मी बलखाने लगी एक दूसरे की होठ पीने लगे और मम्मी की मोधोशी लाल आखों में देख कर बोला """"* मम्मी आज में आपको जी भर के प्यार करूंगा """



मम्मी मेरा होठ जोर से काट के बोली """ हा बाबू तीन महीने से इसी दिन का इंतजार कर रही थी में कब तू मर्द बनेगा और आज तुझमें एक मर्द की परछाई दिख रही हे """


में मुस्कुराने लगा मम्मी भी मुस्कुराने लगी । मम्मी को गोद में उठा कर बिस्तर पर पटका मम्मी हस पड़ी """ बाप रे इतना ताकत आ गया ।"""




मुझे पता नही उस दिन क्या हुआ था हवास में अंधा था बिना देर किए नंगा हो गया और मम्मी को भी नंगा कर दिया मम्मी भी उत्तेजित थी और काम उत्तेजित में चटपटा रही थी मम्मी गोरी मुलायम चिकनी हर एक अंग मैने चूमा प्यार किया और पहली बार उसकी चूत को देख कर में मंत्र मुग्ध हो गया और कुत्ते की तरह चाटा मैने ।





मम्मी मुझे अपने ऊपर खींचती है और मेरा लंद पकड़ के अपनी चूत पर लगा कर टांगे फैला देती हैं मेरी आंख बंद हो जाती हैं और लंद और चूत की पहली स्पर्श की आनंद से में अपना कमर जोर से दबा दिया मम्मी कराह उठी """" आईहहह बाबू आराम से उह्ह् कितना बड़ा हो गया है तुम्हारा आह हाहहहाह उईह्ह """"




में मम्मी को जोर जोर से चोदने लगा मम्मी हिनहिनाने लगी में पागल हो गया था आनंद में मुझे मम्मी की फीलिंग के बारे में कोई खयाल नही था मुझे मजा आ रहा था जितना तेज़ में करता उतना मुझे मजा आता लेकिन मम्मी गला फाड़ के चिल्ला रही थी ।



कुछ देर बाद मम्मी अचानक कांप उठी मम्मी झाड़ गई । में तब मम्मी की ये हरकत देख कर रुका और पूछा """ मम्मी ये आपको क्या हुआ """



मम्मी और में पसीने से तड़बड़ार थे मम्मी ने मेरे चेहरे को हथेली पर रख के पूछा """ सच में तुझे नही पता "


मैने ना में सर हिलाया ।। मम्मी मुस्कुरा कर प्यार से बोली """ बाद में समझाऊंगी तुम अपना प्यार करना जारी रखो """"



में फिर से मम्मी को चोदने लगा मम्मी कराहने लगी सिसकारियां मारने लगी में मम्मी की गर्दन पर मुंह छुपा के मम्मी को कस के पकड़ के चोद चोद के झाड़ गया । मम्मी और में दोनो ही हांफने लगा मम्मी प्यार झटा रही थी """ बाबू गलती से भी किसी को बोलना मत । """



में शरारत से बोला """ एक शर्त पर । में रोज चोदूंगा आपको """


मम्मी मेरी पीठ पर मुक्का मारती है """" चुप गंदा बच्चा । बाबू आई लव यू मुझे रोज इसी तरह प्यार करना """



में मम्मी की मुंह चूम कर """ मम्मी रात को में अपना पत्नी बना लूंगा आपको """



मम्मी खिलखिला कर हंसने लगी ।।।।।।।।।
 

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