UPDATE-33 मेरा दिमाग घूम गया. और मैं वही दरवाजे के पास बैठ गया. मेरी समझ में नहीं आ रहा था मैं क्या करू..
रिशू ४ घंटे दीदी के साथ क्या करना चाहता है जो मुझे २ बजे तक ना आने के लिए कह रहा था. करीब २०-२५ मिनट ऐसे ही निकल गए.
तभी मुझे एक आईडिया आया और मैं घर के पीछे चला गया जहा एक आम का पेड़ था. मैं उस पेड़ पर चढ़ गया और अपने कमरे की खिड़की पर आ गया. कमरे में रिशू नहीं था. कंप्यूटर भी बंद था. मैं धीरे से कमरे के अन्दर आ गया और नीचे झाकने लगा.
रिशू ड्राइंग रूम में सोफे पर बैठा टीवी देख रहा था. दीदी कहीं नहीं दिख रही थी. तभी बाथरूम का दरवाजा खुला और रिशू बाथरूम की तरफ आ गया.
दीदी नहा कर निकल आई थी. उन्होंने बादामी रंग की स्कर्ट और ब्लैक कलर की टीशर्ट पहनी थी. उनके बालों से पानी टपक कर उनकी टीशर्ट और स्कर्ट को भिगो रहा था. वो रिशू को अचानक वहां देख कर चौक गयी
अरे तुम. मोनू कहा है. दीदी ने पुछा
रिशू: जी जो बुक मैं लेने आया था वो उसने गलती से एक दुसरे लड़के को दे दी. वो मुझे वेट करने को बोल कर वो ही लेने गया है. आप नहा रही थी इसीलिए आपको नहीं बोला.
रश्मि: तो तुम भी उसके साथ चले जाते. बुक उसी लड़के के घर से ले लेते.
रिशू: आप सही कह रही है. ये बात तो मेरे दिमाग में आई ही नहीं पर अब तो मोनू चला गया और मैं उस लड़के का घर नहीं जानता. तो आप कहे तो मैं यही वेट कर लूं.
रश्मि: हां ठीक है.
आप कुछ नाराज सी लग रही है. शायद आपको मेरा आपके घर आना अच्छा नहीं लगा. रिशू दीदी के मासूम चेहरे को घूरता हुआ बोला.
रश्मि: नहीं नहीं ऐसे तो कोई बात नहीं. आओ बैठ कर बात करते है और दीदी जाकर ड्राइंग रूम में सोफे पर बैठ गयी. रिशू भी उनकी साइड में जाकर बैठ गया.