Erotica कालेज की सीनियर लड़की से दोस्ती

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नमस्ते दोस्तो, मैं अपनी सेक्स विथ बेस्ट फ्रेंड की कहानी लिखने जा रहा हूँ, आशा करता हूँ कि आप सबको पसंद आएगी.

बात तब की है, जब मेरी इंजीनियरिंग की पढ़ाई खत्म हो गई थी और नौकरी की तलाश जारी थी.

मैं फेसबुक पर काफी पहले से हूँ लेकिन सच कहूँ तो हर कोई एक अच्छे दोस्त की तलाश में होता है, जो उसे समझे, उसकी रिस्पेक्ट करे, वो आनन्द देता है.

यूं तो इसे सेक्स कहानी नहीं कहेंगे, ये मेरी पहले प्यार की कहानी थी, उसके साथ मेरा पहला मिलन हुआ. मेरे कालेज की एक सीनियर लड़की थी. ये उनके और मेरे बीच हुए प्रणय की बात है.

मैं एक दिन यूँ ही फेसबुक चला रहा था.
मैंने मैडम को देखा, प्रोफाइल में उनकी फोटो बहुत अच्छी लगी थी. मैंने जानकारी की तो वो मेरे कॉलेज की ही थीं. मैंने फ्रेंड रिक्वेस्ट सेंड कर दी, सामने से स्वीकार भी हो गयी.

हम दोनों यूं ही बातें करने लगे. अब जब भी ऑनलाइन आते, बातें शुरू हो जाती थीं.

समय निकलता गया, हम दोनों के बीच खासी दोस्ती हो गई थी.

दीवाली का समय आया … तो मैंने उस दिन अपनी एक नई फोटो फेसबुक पर डाल दी.
उस फोटो में मेरी एक रिश्ते की बहन भी साथ में थी.

नसीब से फोटो काफी अच्छी आई थी. मैंने अगले दिन फेसबुक खोली, तो उनकी तरफ से तारीफ थी.

हम दोनों में बातें होने लगीं. अचानक से उन्होंने पूछा- आप मैरिड हो?
मैंने कहा- नहीं, लेकिन आपने क्यों पूछा?

उन्होंने कहा कि आपकी फोटो देखा तो लगा.
मैंने उन्हें बताया कि उस फोटो में मेरे साथ मेरी एक रिलेटिव है … मैं अभी सिंगल ही हूँ.

ये सुनते वो खुश हो गईं और जवाब आया कि पहले पता होता होता तो इतनी औपचारिक बातें ना करती.
मैंने कहा- तो फिर क्या करतीं?
इस पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और ऑफलाइन हो गईं.

अगले दिन मैं उनके आने का इंतज़ार कर रहा था. कुछ देर बाद वो आ गईं.

हाय हैलो के बाद मैंने सीधा सवाल दागा- क्या मैं आपको पसंद हूँ?
उन्होंने कुछ जवाब नहीं दिया.

तो मैंने अपनी तरफ से पहल करते हुए कहा- मैं आपको पसंद करता हूँ.
उन्होंने तुरंत कहा- क्या सच्ची?
मैंने हां कहा.

उन्होंने कहा- पसंद तो मैं भी करती हूँ, लेकिन आपसे बड़ी हूँ इसलिए कुछ कह न सकी.

मैं- क्या उम्र इतने मायने रखती है?
उन्होंने सोच कर कहा- मायने तो नहीं रखती.

मैं- आई लव यू.
उन्होंने- मी टू.

फिर हमारी बातें सामान्य प्रेमी प्रेमिका की तरह होने लगीं.

एक दिन उन्होंने फेसबुक पर फोटो लगाई.

मैंने कॉमेंट किया- सेक्सी लग रही हो.
उन्होंने- क्या सेक्सी लगा आपको?

मुझे उनकी यही बात बहुत पसंद थी, वो बड़ी होने के बावजूद भी मेरी इज्जत करती थीं.

फिर मैंने कहा- आपका फिगर सेक्सी है.
उन्होंने मुस्कुराने की इमोजी भेजी और लिखा- हां, मुझे पता है.

हमारी बातें अब नॉर्मल बातों से हट कर सेक्स पर आने लगी थीं.
हम खुल कर एक दूसरे से सेक्स के बारे में बात करने लगे थे.

एक दिन मैं ऑफिस में था, तभी उनका कॉल आया.
मैं- हैलो!

वो- आप क्या कर रहे हो?
मैं- कुछ नहीं, क्यों क्या हुआ?

वो- मेरा कुछ मन कर रहा है.
मैं- क्या मन कर रहा है?

वो- मन कर रहा है कि आपकी आंखों पर पट्टी बांध कर आपके ऊपर आ जाऊं, आपके होंठों के पास अपने होंठों को लाऊं और जैसे ही आप चूमने आओ, मैं अपने होंठों को हटा लूं. ऐसे ही बार बार आपको तड़पाऊं. फिर आपके गले पर किस करूं. आपकी शर्ट उतार कर आपके निप्पलों से खेलूं, उन्हें चूमूँ और आपको बहुत प्यार करूं. आपको इतना तड़पाऊं कि आप कंट्रोल खो दो और मेरे ऊपर आकर मुझे जबरदस्ती मेरे ऊपर आकर आपका वो मेरी में डाल दें.

मैं- आह्ह यार … बस फोन पर ही ये सब करोगी … या मिलोगी भी?
वो- कब … बोलो!
मैं- संडे?
वो- ओके, आई एम रेडी.

मैंने संडे के दिन सुबह वाली ट्रेन पकड़ी और पुणे आ गया.

मेरी गाड़ी लेट हो गयी थी तो उन्हें काफी वेट करना पड़ा.
जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म पर पहुंची, मैं भाग कर बाहर आया.

वो सामने खड़ी होकर मेरा इंतजार कर रही थीं. मैंने उनको हग किया और देरी से आने के लिए सॉरी बोला.
मैडम थोड़ी गुस्सा हुईं, फिर मान गईं.
मैंने उनसे पूछा- कहां चलना है?

उन्होंने किसी मॉल का नाम लिया. हमने एक ऑटो लिया और मॉल की तरफ जाने लगे.
मैंने उन्हें गले से लगा कर रखा था, गाल पर चुंबन करता रहा, वो भी मुझे चूमती रहीं.

फिर हम दोनों मॉल में आ गए और मूवी की टिकट लेने लगा.
मैं थोड़ा उतावला हो रहा था, क्योंकि मेरे साथ किसी के साथ ऐसा पहली बार हो रहा था.

मैंने पूछा- सीट कहां की लूं?
उन्होंने- सेंटर वाली.

मैं- ठीक है.
मैंने टिकट लीं और आगे बढ़ गया.

हॉल में हम दोनों सेंटर की सीट पर बैठ गए और मूवी देखने लगे. मैंने उनके कंधे पर हाथ रख दिया और मूवी देखने लगा.
मगर मेरा ध्यान मूवी में नहीं था, मैं उन्हें ही देख रहा था.

पाठकों को इधर मैं उनके बारे में बताना चाहता हूँ. उनकी हाईट 5 फुट की ही थी. थोड़ा नाटा कद था. प्यारा सा मुखड़ा, होंठों के पास एक तिल था.
जब वो हंसती थीं, तो उनके गालों पर गड्डे पड़ जाते थे. उससे वो और भी ज्यादा हॉट लगने लगती थीं. हालांकि रंग सांवला था मगर तीखे नैन नक्श थे.

उनके उभार 34 इंच के थे, पतली सी 28 इंच की कमर, नीचे चूतड़ों का नाप 36 इंच का था.
कुल मिला कर वो एक बेहद सुंदर माल थीं.

फिर मॉल के सिनेमा हॉल में वो वॉशरूम में गईं और टॉप चेंज करके आ गईं. अब वो एकदम कयामत लग रही थीं. लिपस्टिक का रंग एकदम सुर्ख लाल कर लिया था. आंखों में काजल लग गया था और बाल खोल लिए थे, तो घुंघराले गेसुओं में उनकी जवानी मुझे घायल करने लगी थी.

मैं उन्हें देखता ही रह गया.
मुझे ऐसे देखता पाकर वो शर्मा गईं और मेरे गले से लग गईं.

फिर हम दोनों ने बाहर आकर नाश्ता किया और बहुत सारी बातें की.

उन्होंने कहा- आपको एक चीज दिखाने का मन कर रहा है.
मैंने नशीले अंदाज में उनकी चूचियों को देखते हुए कहा- हां खोल कर दिखाओ, मेरा मन भी उस चीज को देखने का कर रहा है.

वो बोलीं- हट … इधर वो सब कैसे?
मैंने हंस दिया और बोला- अच्छा इधर क्या दिखाया जा सकता है, वो दिखाओ.

फिर उन्होंने अपना मोबाइल ओपन किया और अपनी सेक्सी हॉट न्यूड पिक दिखाई.

मेरे मुँह से ‘आह … सो हॉट वाओ …’ निकल गया.

उन्होंने आंख दबा कर थैंक्स कहा.

मैंने पूछा- सब कुछ ऐसा ही मिलेगा न?
वो कुछ चौक कर बोलीं- क्या मतलब!

मैंने लम्बी सांस भरते हुए कहा- अरे आजकल का जमाना बड़ा खराब है मैडम. दिखाया कुछ जाता है और जब पैकिंग खोलो तो माल कुछ और निकलता है.
वो मेरी बात समझ गईं और बोलीं- साले मारूंगी.

मैं हंस दिया. वो भी मेरे गले से लग गईं.

फिर हम दोनों मॉल से बाहर आ गए और मैंने पूछा- अब क्या करना है जी?
उन्होंने कहा- यार, मेरी कमर हल्की सी दुखने लगी है.

मैंने सोचा मालिश कराने के बहाने चुत देने का मन दिख रहा है. मैं अभी कुछ कहता, तब तक मैडम ने बम फोड़ दिया.

वो- मेरे पीरियड आने के पहले अक्सर ऐसा होता है.
मैंने मुँह लटकाते हुए कहा कि ओके कोई रूम ले लेते हैं, उधर आप आराम कर लेना.

उन्होंने थोड़ा सोचा, फिर बोलीं कि पहली बार मिल रहे हैं और आपके साथ रात ऐसे गुजरेगी!
मैंने कहा- कोई बात नहीं यार … इट्स ओके.
मैडम बोलीं- ठीक है.

फिर मैंने कमरा बुक किया और ऑटो लेकर होटल पहुंच गए.

वहां पहुंच कर खानापूरी की और कमरे की चाभी लेकर वेटर के साथ आगे बढ़ गए.

वेटर ने रूम खोला और सब बता कर ‘कुछ चाहिए सर …’ पूछने लगा.

मैंने कहा- जरूरत होगी तो मंगवा लूंगा.

वो जाते समय वाइफाई का पासवर्ड देकर चला गया.

उसके जाते ही हम दोनों कसके एक दूसरे के गले लग गए.

मैंने उनसे कहा- इस तरह से गले मिलने के लिए कब से बेकरार था.
उन्होंने कहा- मैं भी इस मोमेंट का वेट कर रही थी.

मैंने उनके चेहरे को पकड़ा और देखने लगा.
पहले उनके होंठों के पास वाले तिल को चूमा, फिर उनके माथे पर चूमा.

वो प्यार भरी आंखों से बस मुझे ही देख रही थीं.

मैंने उनकी काजल लगी आंखों पर किस किया. उन्होंने बदले में आहें भरना शुरू कर दीं.

उनके होंठ खुले थे, तो मैंने उन्हें भी अपने होंठों से रगड़ा और हल्के से किस करते हुए चूस लिया.
वो भी किस के बदले किस कर रही थीं.

मेरे किस करने से वो पीछे को सरक गईं, तो मैं और उनकी ओर सरक आया. बस हम एक दूसरे को चूमे जा रहे थे. ऐसा लगा ही नहीं कि ये हमारी पहली मीटिंग है.

उन्होंने शॉर्ट टॉप पहना था और उसके ऊपर लांग जैकेट पहना हुआ था.
मैंने जैकेट उतार दी.

होटल आने से पहले हमने तय किया था कि हम सेक्स नहीं करेंगे.

वो पीछे सरकते हुए टीवी की टेबल से छू गईं. उन्होंने एक हाथ टेबल पर रख लिया और दूसरा हाथ मेरे बालों में था.
हम दोनों किसी पुराने प्रेमी जोड़े की तरह एक दूसरे को लगातार चूमे जा रहे थे.

फिर उन्होंने मेरी शर्ट के बटन खोलना शुरू कर दिया. मेरे एक हाथ उनके लेफ़्ट बूब्स पर चला गया, मैं उसे हल्के हल्के दबाने लगा.
वो मेरे होंठ काट रही थीं.

उन्होंने अपना एक हाथ जो टेबल पर रखा था, उससे मेरा दूसरा हाथ पकड़ कर अपने दूसरे बूब पर रख दिया.
मैंने टॉप के ऊपर से ही मैडम के दोनों गुब्बारों को अपने हथेलियों में भरा और भींचने लगा.

अब मैंने उनकी कमर पकड़ कर उनको खुद से चिपका लिया और उनके टॉप को ऊपर करने लगा; साथ ही उनके गले पर और कानों के पीछे चूमने लगा.

उनकी कामुक सीत्कारें निकलने लगीं.

मैंने उनके कानों में सरसराहट भरी आवाज में अपनी ख्वाहिश कही- मैं आपको ऊपर से नेचुरली देखना चाह रहा हूँ.
उन्होंने हां में सिर हिलाते हुए अपने दोनों हाथ ऊपर कर टॉप निकालने की परमिशन दे दी.

मैंने अगले ही पल उनके जिस्म से टॉप अलग कर दिया.

उनके दिखाए हुए फोटो की तरह कसा हुआ उनका जिस्म मेरे सामने था. उन्होंने स्पोर्ट वाली ब्रा पहनी हुई थी. उस स्पोर्ट ब्रा में उनके कसे हुए मम्मों की छटा ही अलग थी. उसके नीचे पतली कमर और गहरी नाभि मुझे मदहोश कर रही थी. उनका शर्माता हुआ सेक्सी मुखड़ा लाल होने लगा था.

उन्होंने हंस कर कहा- जो दिखाया था, उसमें कुछ फर्क तो नहीं निकला साहब!
मैं हंस पड़ा.
वो एक सेल्स गर्ल की तरह अपना माल चोखा साबित कर रही थीं.

सच में मैडम एक कातिलाना माल लग रही थीं और ऊपर से ये कातिलाना हसीन रात थी.
 
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मैंने एक गहरी नजर से उनकी भरी हुई चूचियों को देखा और उनके करीब हो गया.
मैं मैडम को गले से चूमता हुआ नीचे उभारों की ओर बढ़ रहा था.
मेरी इस हरकत ने उन्हें बेचैन कर दिया था.

मैडम ने टेबल पर बैठ कर अपने पैरों के बीच मुझे कस लिया था.
मेरे नीचे वाले बाबूजी (लंड) उनकी इस कसावट को पाते ही जोश में आने लगे था.
मैडम को भी मेरे बाबूजी का क्रोध में आने का अहसास हो चुका था.

इस पर उन्होंने मुझे याद दिलाया कि हमारे बीच क्या तय हुआ था कि हम पहली बार मिल रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखेंगे.

मैंने भी होश में आते हुए उनके होंठों पर किस किया और उन्हें हां में जवाब दिया.

फिर उन्होंने मुझसे कहा- शायद रात मेरे पीरियड्स आ जाएं, तो प्लीज़ मेरे लिए अभी पैड ले आओगे?
मैंने ओके कहा और कपड़े पहन कर जाने लगा.

मैडम मेरे पास आईं और बोलीं- क्या सच में अगर मैं नहीं कहूँ … तो तुम मेरे साथ सेक्स नहीं करोगे?
मैंने कहा- जी हां मेम साब!

मेरी इस अदा पर मैडम खिलखिला कर हंस दीं और मेरे गले से लग गईं.
हम दोनों फिर से किस करने लगे.

मैंने कहा- बेबी, अगर लेट हुआ, तो शॉप बंद हो सकती है.
उन्होंने कहा- ठीक है, जाकर पहले पैड ले आओ … सावधानी रखनी जरूरी है.

उन्होंने सावधानी की बात याद दिलाई तो मैं कुछ सोचने लगा.

फिर मैं बाहर जाकर एक मेडिकल शॉप पर पैड मांगने ही वाला था कि मैसेज की टोन बजी.
उन्होंने व्हाट्सअप पर मैसेज किया था कि बेबी कंडोम भी लेते आना.

मैं खुश हो गया.
मैंने दुकानदार से कहा कि सैनिटरी पैड देना और एक तीन पीस वाला डॉटेड कंडोम का पैकेट भी.

दुकानदार ने मेरे कहे अनुसार मुझे दोनों सामान दे दिए और मुस्कुरा दिया.

शायद उसकी मुस्कराहट की वजह ये थी कि मैं माहवारी के दौरान भी अपनी साथी की चुदाई करने वाला था.

मैंने बिना कुछ रिएक्ट किए उसे पैसे दिए और वहां से निकल गया.

आने से पहले मैंने मैडम को कॉल किया और खाने का ऑर्डर करने के लिए बोला.
उन्होंने- ठीक है.

फोन कट हो गया.

मैं रूम के बाहर पहुंचा, तो अन्दर से तेज आवाज में टीवी चलने की आवाज आ रही थी.
मैंने कॉल किया और कमरे का दरवाजा खोलने के लिए बोला.

मैडम ने दरवाजा खोला और मुझे अन्दर खींच कर चुम्बन करने लगीं.
अचानक हुए इस तरह के किस से मुझे उन पर बड़ा प्यार आया और मैं उनके किस का जवाब किस से ही करने लगा.

हम दोनों यूं ही चूमाचाटी करते हुए बिस्तर पर आ गए और किस करते रहे.

मैंने बेड पर उन्हें नीचे लिटा दिया था और खुद उनके ऊपर चढ़ गया था.

इतने में डोर बेल बजी, मैंने अन्दर से पूछा- कौन?
बाहर से आवाज आई- सर आपका ऑर्डर है … मैडम ने ऑर्डर किया था.
मैंने कहा- ओके रुको.

दरवाजा खोला मैंने … वेटर रूम में खाना रखकर जाने लगा.

उसके जाते ही हम दोनों ने एक दूसरे को देखा और मुस्कुराने लगे.

वो बोलीं- पहले क्या करना है?
मैंने कहा- भूख शांत करनी है.

वो मेरी दोअर्थी बात का मर्म समझ गईं मगर तब भी वो बोलीं- तो चलो हाथ साफ़ करते हैं.
इस बार उन्होंने दोअर्थी बात कही थी.

फिर हम दोनों खिलखिला कर हंस पड़े.

मैंने कहा- जल्दी से हाथ साफ़ कर लेते हैं … वरना ठंडा हो जाएगा.
इस बार वो वाशरूम में जाने लगीं और कटाक्ष करती हुई बोलीं- हां मुझे मालूम है, मगर फिर से गर्म भी किया जा सकता है.

मैं हंसने लगा.

इसी तरह की मजेदार बातों के बीच हम दोनों ने खाना खाने का तय किया और हैंड वॉश करके वापस आ गए.

मैडम ने खाना एक प्लेट में सर्व किया.
मेरी प्लेट मुझे दे दी और दूसरी प्लेट लगाने लगीं.

मैंने उन्हें रोक दिया और अपनी प्लेट में से ही उन्हें अपने हाथ से खिलाने लगा.
वो बहुत खुश हो गई थीं और मुझे भी अपने हाथ से खाना खिलाने लगीं.

मैं चेयर पर बैठा था और वो टेबल पर बैठी थीं. फिर वो मेरी गोद में आ गईं और मेरे लौड़े पर बैठ कर मेरे हाथों से खाना खाने लगीं; साथ ही वो मुझे भी खिला रही थीं.

हमने खाना खत्म किया तो उन्होंने मेरे हाथ से प्लेट लेकर साइड में रखी और किस करने लगीं.
मैंने भी उन्हें चूमा और हमारी फ़्रेंच किस फिर से शुरू हो गयी.
अब हमारी जुबानें आपस में खेल रही थीं.

उन्होंने मेरी शर्ट को ओपन करके अलग कर दिया और किस करते हुए मेरे सीने के बालों से खेलने लगीं.

थोड़ी देर में मैंने उनका टॉप निकाल दिया और हम दोनों चुंबन की बारिश करने लगे थे.

फिर मैंने उन्हें बेड की ओर इशारा किया- इधर लेटने की व्यवस्था भी है मेम साब.

वो हंस कर मुझ पर से उठीं और मेरा हाथ पकड़ कर मुझे बेड पर ले गईं.
मैं एक वफादार साथी की तरह उनका अनुसरण करने लगा.

हम दोनों बिस्तर पर आ गए, मैंने उनकी तंग स्पोर्ट वाली ब्रा को ऊपर सरका दिया.

उन्होंने मेरी हेल्प करते हुए ब्रा निकाल दी. उनके दोनों परिंदे मानो आज़ाद होने के लिए तड़प रहे थे.

मैंने उनके दोनों मम्मों को बारी बारी से चूमा और हल्के से दबाते हुए उनकी आहें निकलवाने लगा.
मैं बेड पर लिटा कर मैडम के दोनों दूध को बारी बारी से चूम चूस रहा था. दोनों के चूचुकों को अपने होंठ में दबा कर खींचते हुए चूस रहा था.
इससे मैडम की मीठी आहें निकल रही थीं और वो बिना कुछ बोले इस बात का अहसास दे रही थीं कि उन्हें मेरे होंठों से निप्पल खींच कर चूसने से कितना सुकून मिल रहा था.

कुछ देर बाद मैंने उनकी जींस के बटन को खोला और चैन खोलते हुए जींस नीचे सरका दी.

उनकी पैंटी गीली हो चुकी थी. मैं उनके मम्मों से हटकर किस करते करते नीचे को जाने लगा.

उन्होंने मुझे रोका और कहा- बाकी बाद में कर लेना. अभी मैं आपको अपने अन्दर महसूस करना चाहती हूँ.

मैंने पैंट और अपनी फ्रेंची उतार कर उन्हें अपना लंड हिला कर दिखाया तो वो कामातुर होकर लंड देखने लगीं.

तभी मैंने लौड़े पर कंडोम लगाया और उनके ऊपर आ गया.
मैं नीचे लंड पर हाथ से पकड़ अन्दर जाने का रास्ता देख रहा था. उन्होंने मेरा लंड पकड़कर छेद पर रगड़ कर रास्ता दिखा दिया.
मैंने उनके कंधे पकड़कर लंड चुत के अन्दर पुश कर दिया.

मेरा लंड उनकी चुत को चीरता हुआ अन्दर समा गया.
उनकी तेज आह निकली मगर उन्होंने अपने होंठों और दांत भींच कर लंड को झेल लिया.

कुछ पल बाद जब लंड ने चुत की गहराई में जाकर खुद को समायोजित कर लिया, तब मैडम की जान में जान आई.

पूरा लौड़ा चुत में जाने के बाद मैं अब हल्के हल्के धक्कों से आगे पीछे करने लगा.

वो भी अपनी कमर हिला कर मेरा पूरा साथ दे रही थीं.

हमने टीवी की आवाज तेज कर रखी थी, तो उनकी चीख बाहर तक नहीं गयी.

अब हमारे जिस्म एक हो गए थे और हम प्यार के सागर में गोते लगा रहे थे.
कुछ ही देर में मानो दो पहलवान कुश्ती में एक दूसरे को चित करने की होड़ में लगे थे.

एकदम चिल्ड रूम में भी हमारे जिस्म से पसीना निकलने की स्थिति आ गई थी.

करीब दस मिनट तक हमारी चुदाई चली, फिर मैडम स्खलित हो गईं.
उन्होंने हांफते हुए कहा- आह जान मेरा हो गया … तुम्हें निकलना हो तो निकाल सकते हो.

अब हमारे बीच मैडम की तरफ से आप वाला सम्बोधन समाप्त हो गया था और जान व तुम शुरू हो गया था.

मैंने अपनी रफ्तार बढ़ा दी और पूरी गति से लंड चुत में अन्दर बाहर करने लगा.
कुछ समय बाद मैं भी कंडोम में ही स्खलित हो गया और उनके ऊपर गिर गया.

उन्होंने मुझे अपने सीने से चिपका लिया था और हम दोनों की धड़कनों ने एक दूसरे को सुनना शुरू कर दिया था.

हम कुछ देर यूं ही नंगे एक दूसरे की बांहों में पड़े रहे.

फिर मैं उनके बाजू में लेट गया और वो उठ कर वॉशरूम में चली गईं.
कुछ देर बाद वो खुद को साफ करके बाहर आ गईं.

अभी मैं ऐसे ही आंख मूंदे लेटा था तो उन्होंने मेरे लंड से कंडोम उतारा, जो वीर्य से भरा हुआ था.

मैं उठ गया और बाथरूम में क्लीन करके वापस आ गया.

जब मैं वापस आया तो देखा कि मैडम ने मेरी शर्ट पहन ली थी और वो बेड के किनारे पर बैठी थीं.

मेरे आते उन्होंने मुझे हग किया और हम बेड पर बैठ गए.

मैंने अभी भी कुछ नहीं पहना था और वो मेरी शर्ट और अपनी पैंटी पहनी हुई थीं.

मैंने उनकी आंखों में प्यार से देखा और पूछा- मैं कैसा लगा?
उन्होंने हंस कर कहा कि मैंने सोचा ही नहीं था कि इतना बड़ा होगा.

मैंने पूछा- आपको परफोर्मेंस कैसा लगा?
उन्होंने हंस कर कहा कि एकदम फर्स्ट क्लास … हालांकि मैं पहले भी अपने एक्स ब्वॉयफ्रेंड के साथ सेक्स कर चुकी हूँ … लेकिन ये वाला उससे दस गुना ज्यादा मस्त था. मैंने बहुत एंजॉय किया और आई लव यू जान.

मैंने भी ‘लव यू टू जान …’ कहकर मैडम को किस किया.

उन्होंने कहा- एक मिनट उठना.
मैंने उठते हुए पूछा- क्या हुआ!

उन्होंने खड़ी होकर मुझे जबरन नीचे लिटा दिया और मेरे ऊपर आकर मेरे लंड को पकड़ कर आगे पीछे करने लगीं.

फिर मैडम ने मेरे लौड़े पर अपने होंठ लंड पर रख दिए और लंड चूसने लगीं.

मैं अचानक हुए इस व्यवहार से चौंक गया और खुद को जन्नत में महसूस करने लगा.

मैडम ने बहुत प्यार से लंड चूसा.
उनके होंठों का स्पर्श अपने लंड पर मुझे पागल बना रहा था.

जल्दी ही मेरा लंड फिर से आकार में आ गया.
मैंने उन्हें अपने ऊपर आने को कहा.

उन्होंने कंडोम का पैकेट खोल करके लंड पर चढ़ाया और मेरे लौड़े के ऊपर आ गईं. धीरे धीरे उनकी चुत मेरे लंड को अन्दर ले रही थी.

मैडम ‘आहहा आह …’ की आवाज करते हुए लंड चुत में घुसवाने का आनन्द ले रही थीं.

फिर वो मेरे हाथों के पंजे में पंजे फंसा कर मुझे चोदने लगीं. उनके दूध मेरे सीने को रगड़ने लगे.

अनेक बार चुदाई करने के बाद मुझे ये समझ आ गया था कि ये आसन बहुत ही मस्त होता है. इसमें औरत की चुत को लंड का पूरा मजा मिलता है और वो अपने मन की कर लेती है.
चूंकि इस आसन में चुत जल्दी रस छोड़ देती है तो लंड का घमंड भी कायम रहता है.

कुछ देर की चुदाई के बाद मैडम ने मुझे नीचे लेटने का कहा.
मैंने ऐसे ही पल्टी मारी, जिससे लंड चुत में ही घुसा रहा.

इस बार चुदाई में हम दोनों किस करते हुए पूरा आनन्द ले रहे थे.
कभी मैं उनके मम्मों को अपने होंठों में दबा कर चूसता, तो कभी वो अपने हाथ से मुझे दूध पिलातीं.

फिर मैंने मैडम से बेड के नीचे खड़े होने के लिए कहा.
उन्होंने वैसा ही किया और अपना एक पैर ऊपर बेड के साइड में रख कर दोनों टांगों को हल्का सा खोल दिया.

मैंने नीचे से लंड अन्दर घुसा दिया और चुत चोदने लगा.

कुछ देर बाद हम दोनों ने झड़ कर सांस ली. उन्होंने मुझे सीने में लव बाइट दिया और मैंने उनके दोनों मम्मों पर निशान बना दिए.

ऐसे ही प्यार और मस्ती करते हुए कब नींद आ गई, कुछ पता ही नहीं चला.

रात को करीब तीन बजे हम दोनों सो गए थे.

सुबह मेरी नींद पहले खुली. वो मेरी शर्ट पहने सो रही थीं और बहुत मस्त लग रही थीं.

मैंने उन्हें किस किया तो वो कुनमुनाती हुई बोलीं- सोने दो ना … पूरी रात परेशान किया था … सुबह होते फिर शुरू हो गए.

मैं उनको लगातार किस करने लगा और मस्ती करने लगा.
मैडम मेरे सीने से अपना सीना चिपका कर लेटी थीं.
उन्हें मेरा खड़ा लंड महसूस होने लगा था.

वो अपने हाथ से लंड पकड़ कर बोलीं- अभी भी एकदम रेडी है … क्या चीज है यार … थकता ही नहीं है. चलो अब खड़ा है, तो इसे मेरे अन्दर डाल ही दो.

मैं कंडोम पहनकर रेडी हुआ, उन्होंने सीधे लेट कर अपनी टांगें चौड़ी कर लीं. मैंने उनकी कमर के नीचे पिलो रखा, तो उनकी चुत ऊपर को उठ गयी.

मैंने लंड अन्दर डाला और चुदाई चालू हो गई.

कुछ देर चुदाई के बाद हम दोनों उठे और फ्रेश हुए. फिर सुबह आठ बजे नीचे जाकर नाश्ता किया और होटल छोड़ दिया.

हम दोनों ने वादा किया कि अगली बार हम दोनों कुछ ज्यादा समय रूम में बिताएंगे.

इसके बाद मैडम बस पकड़ कर अपने रूम के लिए निकल गईं और मैं टैक्सी लेकर मुंबई आ गया.

दोस्तो, इस तरह से अपने से बड़ी उम्र की लड़की के साथ ये मेरा पहला संभोग बहुत यादगार रहा.
समाप्त
 
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मैंने एक गहरी नजर से उनकी भरी हुई चूचियों को देखा और उनके करीब हो गया.
मैं मैडम को गले से चूमता हुआ नीचे उभारों की ओर बढ़ रहा था.
मेरी इस हरकत ने उन्हें बेचैन कर दिया था.

मैडम ने टेबल पर बैठ कर अपने पैरों के बीच मुझे कस लिया था.
मेरे नीचे वाले बाबूजी (लंड) उनकी इस कसावट को पाते ही जोश में आने लगे था.
मैडम को भी मेरे बाबूजी का क्रोध में आने का अहसास हो चुका था.

इस पर उन्होंने मुझे याद दिलाया कि हमारे बीच क्या तय हुआ था कि हम पहली बार मिल रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखेंगे.

मैंने भी होश में आते हुए उनके होंठों पर किस किया और उन्हें हां में जवाब दिया.

फिर उन्होंने मुझसे कहा- शायद रात मेरे पीरियड्स आ जाएं, तो प्लीज़ मेरे लिए अभी पैड ले आओगे?
मैंने ओके कहा और कपड़े पहन कर जाने लगा.

मैडम मेरे पास आईं और बोलीं- क्या सच में अगर मैं नहीं कहूँ … तो तुम मेरे साथ सेक्स नहीं करोगे?
मैंने कहा- जी हां मेम साब!

मेरी इस अदा पर मैडम खिलखिला कर हंस दीं और मेरे गले से लग गईं.
हम दोनों फिर से किस करने लगे.

मैंने कहा- बेबी, अगर लेट हुआ, तो शॉप बंद हो सकती है.
उन्होंने कहा- ठीक है, जाकर पहले पैड ले आओ … सावधानी रखनी जरूरी है.

उन्होंने सावधानी की बात याद दिलाई तो मैं कुछ सोचने लगा.

फिर मैं बाहर जाकर एक मेडिकल शॉप पर पैड मांगने ही वाला था कि मैसेज की टोन बजी.
उन्होंने व्हाट्सअप पर मैसेज किया था कि बेबी कंडोम भी लेते आना.

मैं खुश हो गया.
मैंने दुकानदार से कहा कि सैनिटरी पैड देना और एक तीन पीस वाला डॉटेड कंडोम का पैकेट भी.

दुकानदार ने मेरे कहे अनुसार मुझे दोनों सामान दे दिए और मुस्कुरा दिया.

शायद उसकी मुस्कराहट की वजह ये थी कि मैं माहवारी के दौरान भी अपनी साथी की चुदाई करने वाला था.

मैंने बिना कुछ रिएक्ट किए उसे पैसे दिए और वहां से निकल गया.

आने से पहले मैंने मैडम को कॉल किया और खाने का ऑर्डर करने के लिए बोला.
उन्होंने- ठीक है.

फोन कट हो गया.

मैं रूम के बाहर पहुंचा, तो अन्दर से तेज आवाज में टीवी चलने की आवाज आ रही थी.
मैंने कॉल किया और कमरे का दरवाजा खोलने के लिए बोला.

मैडम ने दरवाजा खोला और मुझे अन्दर खींच कर चुम्बन करने लगीं.
अचानक हुए इस तरह के किस से मुझे उन पर बड़ा प्यार आया और मैं उनके किस का जवाब किस से ही करने लगा.

हम दोनों यूं ही चूमाचाटी करते हुए बिस्तर पर आ गए और किस करते रहे.

मैंने बेड पर उन्हें नीचे लिटा दिया था और खुद उनके ऊपर चढ़ गया था.

इतने में डोर बेल बजी, मैंने अन्दर से पूछा- कौन?
बाहर से आवाज आई- सर आपका ऑर्डर है … मैडम ने ऑर्डर किया था.
मैंने कहा- ओके रुको.

दरवाजा खोला मैंने … वेटर रूम में खाना रखकर जाने लगा.

उसके जाते ही हम दोनों ने एक दूसरे को देखा और मुस्कुराने लगे.

वो बोलीं- पहले क्या करना है?
मैंने कहा- भूख शांत करनी है.

वो मेरी दोअर्थी बात का मर्म समझ गईं मगर तब भी वो बोलीं- तो चलो हाथ साफ़ करते हैं.
इस बार उन्होंने दोअर्थी बात कही थी.

फिर हम दोनों खिलखिला कर हंस पड़े.

मैंने कहा- जल्दी से हाथ साफ़ कर लेते हैं … वरना ठंडा हो जाएगा.
इस बार वो वाशरूम में जाने लगीं और कटाक्ष करती हुई बोलीं- हां मुझे मालूम है, मगर फिर से गर्म भी किया जा सकता है.

मैं हंसने लगा.

इसी तरह की मजेदार बातों के बीच हम दोनों ने खाना खाने का तय किया और हैंड वॉश करके वापस आ गए.

मैडम ने खाना एक प्लेट में सर्व किया.
मेरी प्लेट मुझे दे दी और दूसरी प्लेट लगाने लगीं.

मैंने उन्हें रोक दिया और अपनी प्लेट में से ही उन्हें अपने हाथ से खिलाने लगा.
वो बहुत खुश हो गई थीं और मुझे भी अपने हाथ से खाना खिलाने लगीं.

मैं चेयर पर बैठा था और वो टेबल पर बैठी थीं. फिर वो मेरी गोद में आ गईं और मेरे लौड़े पर बैठ कर मेरे हाथों से खाना खाने लगीं; साथ ही वो मुझे भी खिला रही थीं.

हमने खाना खत्म किया तो उन्होंने मेरे हाथ से प्लेट लेकर साइड में रखी और किस करने लगीं.
मैंने भी उन्हें चूमा और हमारी फ़्रेंच किस फिर से शुरू हो गयी.
अब हमारी जुबानें आपस में खेल रही थीं.

उन्होंने मेरी शर्ट को ओपन करके अलग कर दिया और किस करते हुए मेरे सीने के बालों से खेलने लगीं.

थोड़ी देर में मैंने उनका टॉप निकाल दिया और हम दोनों चुंबन की बारिश करने लगे थे.

फिर मैंने उन्हें बेड की ओर इशारा किया- इधर लेटने की व्यवस्था भी है मेम साब.

वो हंस कर मुझ पर से उठीं और मेरा हाथ पकड़ कर मुझे बेड पर ले गईं.
मैं एक वफादार साथी की तरह उनका अनुसरण करने लगा.

हम दोनों बिस्तर पर आ गए, मैंने उनकी तंग स्पोर्ट वाली ब्रा को ऊपर सरका दिया.

उन्होंने मेरी हेल्प करते हुए ब्रा निकाल दी. उनके दोनों परिंदे मानो आज़ाद होने के लिए तड़प रहे थे.

मैंने उनके दोनों मम्मों को बारी बारी से चूमा और हल्के से दबाते हुए उनकी आहें निकलवाने लगा.
मैं बेड पर लिटा कर मैडम के दोनों दूध को बारी बारी से चूम चूस रहा था. दोनों के चूचुकों को अपने होंठ में दबा कर खींचते हुए चूस रहा था.
इससे मैडम की मीठी आहें निकल रही थीं और वो बिना कुछ बोले इस बात का अहसास दे रही थीं कि उन्हें मेरे होंठों से निप्पल खींच कर चूसने से कितना सुकून मिल रहा था.

कुछ देर बाद मैंने उनकी जींस के बटन को खोला और चैन खोलते हुए जींस नीचे सरका दी.

उनकी पैंटी गीली हो चुकी थी. मैं उनके मम्मों से हटकर किस करते करते नीचे को जाने लगा.

उन्होंने मुझे रोका और कहा- बाकी बाद में कर लेना. अभी मैं आपको अपने अन्दर महसूस करना चाहती हूँ.

मैंने पैंट और अपनी फ्रेंची उतार कर उन्हें अपना लंड हिला कर दिखाया तो वो कामातुर होकर लंड देखने लगीं.

तभी मैंने लौड़े पर कंडोम लगाया और उनके ऊपर आ गया.
मैं नीचे लंड पर हाथ से पकड़ अन्दर जाने का रास्ता देख रहा था. उन्होंने मेरा लंड पकड़कर छेद पर रगड़ कर रास्ता दिखा दिया.
मैंने उनके कंधे पकड़कर लंड चुत के अन्दर पुश कर दिया.

मेरा लंड उनकी चुत को चीरता हुआ अन्दर समा गया.
उनकी तेज आह निकली मगर उन्होंने अपने होंठों और दांत भींच कर लंड को झेल लिया.

कुछ पल बाद जब लंड ने चुत की गहराई में जाकर खुद को समायोजित कर लिया, तब मैडम की जान में जान आई.

पूरा लौड़ा चुत में जाने के बाद मैं अब हल्के हल्के धक्कों से आगे पीछे करने लगा.

वो भी अपनी कमर हिला कर मेरा पूरा साथ दे रही थीं.

हमने टीवी की आवाज तेज कर रखी थी, तो उनकी चीख बाहर तक नहीं गयी.

अब हमारे जिस्म एक हो गए थे और हम प्यार के सागर में गोते लगा रहे थे.
कुछ ही देर में मानो दो पहलवान कुश्ती में एक दूसरे को चित करने की होड़ में लगे थे.

एकदम चिल्ड रूम में भी हमारे जिस्म से पसीना निकलने की स्थिति आ गई थी.

करीब दस मिनट तक हमारी चुदाई चली, फिर मैडम स्खलित हो गईं.
उन्होंने हांफते हुए कहा- आह जान मेरा हो गया … तुम्हें निकलना हो तो निकाल सकते हो.

अब हमारे बीच मैडम की तरफ से आप वाला सम्बोधन समाप्त हो गया था और जान व तुम शुरू हो गया था.

मैंने अपनी रफ्तार बढ़ा दी और पूरी गति से लंड चुत में अन्दर बाहर करने लगा.
कुछ समय बाद मैं भी कंडोम में ही स्खलित हो गया और उनके ऊपर गिर गया.

उन्होंने मुझे अपने सीने से चिपका लिया था और हम दोनों की धड़कनों ने एक दूसरे को सुनना शुरू कर दिया था.

हम कुछ देर यूं ही नंगे एक दूसरे की बांहों में पड़े रहे.

फिर मैं उनके बाजू में लेट गया और वो उठ कर वॉशरूम में चली गईं.
कुछ देर बाद वो खुद को साफ करके बाहर आ गईं.

अभी मैं ऐसे ही आंख मूंदे लेटा था तो उन्होंने मेरे लंड से कंडोम उतारा, जो वीर्य से भरा हुआ था.

मैं उठ गया और बाथरूम में क्लीन करके वापस आ गया.

जब मैं वापस आया तो देखा कि मैडम ने मेरी शर्ट पहन ली थी और वो बेड के किनारे पर बैठी थीं.

मेरे आते उन्होंने मुझे हग किया और हम बेड पर बैठ गए.

मैंने अभी भी कुछ नहीं पहना था और वो मेरी शर्ट और अपनी पैंटी पहनी हुई थीं.

मैंने उनकी आंखों में प्यार से देखा और पूछा- मैं कैसा लगा?
उन्होंने हंस कर कहा कि मैंने सोचा ही नहीं था कि इतना बड़ा होगा.

मैंने पूछा- आपको परफोर्मेंस कैसा लगा?
उन्होंने हंस कर कहा कि एकदम फर्स्ट क्लास … हालांकि मैं पहले भी अपने एक्स ब्वॉयफ्रेंड के साथ सेक्स कर चुकी हूँ … लेकिन ये वाला उससे दस गुना ज्यादा मस्त था. मैंने बहुत एंजॉय किया और आई लव यू जान.

मैंने भी ‘लव यू टू जान …’ कहकर मैडम को किस किया.

उन्होंने कहा- एक मिनट उठना.
मैंने उठते हुए पूछा- क्या हुआ!

उन्होंने खड़ी होकर मुझे जबरन नीचे लिटा दिया और मेरे ऊपर आकर मेरे लंड को पकड़ कर आगे पीछे करने लगीं.

फिर मैडम ने मेरे लौड़े पर अपने होंठ लंड पर रख दिए और लंड चूसने लगीं.

मैं अचानक हुए इस व्यवहार से चौंक गया और खुद को जन्नत में महसूस करने लगा.

मैडम ने बहुत प्यार से लंड चूसा.
उनके होंठों का स्पर्श अपने लंड पर मुझे पागल बना रहा था.

जल्दी ही मेरा लंड फिर से आकार में आ गया.
मैंने उन्हें अपने ऊपर आने को कहा.

उन्होंने कंडोम का पैकेट खोल करके लंड पर चढ़ाया और मेरे लौड़े के ऊपर आ गईं. धीरे धीरे उनकी चुत मेरे लंड को अन्दर ले रही थी.

मैडम ‘आहहा आह …’ की आवाज करते हुए लंड चुत में घुसवाने का आनन्द ले रही थीं.

फिर वो मेरे हाथों के पंजे में पंजे फंसा कर मुझे चोदने लगीं. उनके दूध मेरे सीने को रगड़ने लगे.

अनेक बार चुदाई करने के बाद मुझे ये समझ आ गया था कि ये आसन बहुत ही मस्त होता है. इसमें औरत की चुत को लंड का पूरा मजा मिलता है और वो अपने मन की कर लेती है.
चूंकि इस आसन में चुत जल्दी रस छोड़ देती है तो लंड का घमंड भी कायम रहता है.

कुछ देर की चुदाई के बाद मैडम ने मुझे नीचे लेटने का कहा.
मैंने ऐसे ही पल्टी मारी, जिससे लंड चुत में ही घुसा रहा.

इस बार चुदाई में हम दोनों किस करते हुए पूरा आनन्द ले रहे थे.
कभी मैं उनके मम्मों को अपने होंठों में दबा कर चूसता, तो कभी वो अपने हाथ से मुझे दूध पिलातीं.

फिर मैंने मैडम से बेड के नीचे खड़े होने के लिए कहा.
उन्होंने वैसा ही किया और अपना एक पैर ऊपर बेड के साइड में रख कर दोनों टांगों को हल्का सा खोल दिया.

मैंने नीचे से लंड अन्दर घुसा दिया और चुत चोदने लगा.

कुछ देर बाद हम दोनों ने झड़ कर सांस ली. उन्होंने मुझे सीने में लव बाइट दिया और मैंने उनके दोनों मम्मों पर निशान बना दिए.

ऐसे ही प्यार और मस्ती करते हुए कब नींद आ गई, कुछ पता ही नहीं चला.

रात को करीब तीन बजे हम दोनों सो गए थे.

सुबह मेरी नींद पहले खुली. वो मेरी शर्ट पहने सो रही थीं और बहुत मस्त लग रही थीं.

मैंने उन्हें किस किया तो वो कुनमुनाती हुई बोलीं- सोने दो ना … पूरी रात परेशान किया था … सुबह होते फिर शुरू हो गए.

मैं उनको लगातार किस करने लगा और मस्ती करने लगा.
मैडम मेरे सीने से अपना सीना चिपका कर लेटी थीं.
उन्हें मेरा खड़ा लंड महसूस होने लगा था.

वो अपने हाथ से लंड पकड़ कर बोलीं- अभी भी एकदम रेडी है … क्या चीज है यार … थकता ही नहीं है. चलो अब खड़ा है, तो इसे मेरे अन्दर डाल ही दो.

मैं कंडोम पहनकर रेडी हुआ, उन्होंने सीधे लेट कर अपनी टांगें चौड़ी कर लीं. मैंने उनकी कमर के नीचे पिलो रखा, तो उनकी चुत ऊपर को उठ गयी.

मैंने लंड अन्दर डाला और चुदाई चालू हो गई.

कुछ देर चुदाई के बाद हम दोनों उठे और फ्रेश हुए. फिर सुबह आठ बजे नीचे जाकर नाश्ता किया और होटल छोड़ दिया.

हम दोनों ने वादा किया कि अगली बार हम दोनों कुछ ज्यादा समय रूम में बिताएंगे.

इसके बाद मैडम बस पकड़ कर अपने रूम के लिए निकल गईं और मैं टैक्सी लेकर मुंबई आ गया.

दोस्तो, इस तरह से अपने से बड़ी उम्र की लड़की के साथ ये मेरा पहला संभोग बहुत यादगार रहा.
समाप्त
Nice story :claps:
 
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