Member
LEVEL 9
310 XP
उफ ये जिंदगी """""""""""""
कैसे निकिली एहसास करने का वक्त ही नही मिला कभी याद करने की वक्त ही नही मिला """"""""" बस यूंही चली जा रही हैं जिंदगी """"""""""
रेशमपाल अगरतला उम्र 65 साल """"""""
शाम हो चुकी थी आज बोहोत से बाते हुई जिंदगी का भाड़ मैने आज सोप दिया । में अपने फार्म से घर लौटा करिब 6 बजे । अपने दो मंजिला मकान को ऊपर से नीचे तक निहार के सोचा कुछ एक सकून मिला """""""" हा आज में सफल हूं मेरा कर्त्तव्य मैने निभाया आज मेरी घर की दीवार बोहोत मजबूत है चट्टान की तरह है। आज में चैन की नींद ले सकता हूं ।
में अपने घर में घुसा मेरे घर की नौकरों में से एक दौड़ के आया और सम्मान के साथ पूछा """" और बड़े मालिक आज आप जल्दी आ गए कुछ थके थके से लग रहे हे पानी लाऊ """"""
में हल्का मुस्कुरा के बोला " अरे सरिया तुम क्यू इतनी शिंतित होते है इस उम्र में चेहरे पे थकान नही दिखेगा तो क्या दिखेगा । पानी की जरूरत नही हे ये बताओ तुम्हारी मालकिन कहा है" """"
सरिया ने जवाब दिया """"" और कहा मालिक । मालकिन तो इस समय रोसोई में ही होंगी शाम का नाश्ता बना रही होगी "
मैने उसे इशारे से जाने को कह दिया । में पहली मंजिल चढ़ के अपने कमरे में गया और फ्रेश हो के धोती पायजामा पहन कर नीचे आया और किचेन में गया ।
पद्मिनी अगरतला उम्र 50 साल""""""""" मेरी धर्म पत्नी जिसे देख कर में आज बोहोत उत्साहित था क्यू की आज मुझे उनसे बोहोत सी बाटे बतानी थी उनका राय भी लेना था """"""""""
एक साधारण नाइटी पहन कर वो नाश्ता बना रही थी अकेली । मुझे देखते ही उसने पूछा """"" अरे आप आज जल्दी आ गए "
में उनके पास जा कर उसका गाल चूम लिया वो मुझे धक्का देती हे """"" दरवाजा खुला हैं कुछ तो शर्म कीजिए कावेरी(नौकरानी) इधर ही काम कर रही है। आई हो क्या गया हैं जल्दी भी आ गए किचेन में भी घुस आए " """""
में लंबी सांस छोड़ के बोला """" पद्मा आज मैने बोझ हल्का कर के आया हूं "
मेरी धर्म पत्नी मुझे अच्छे से समझती थी मेरी बातों की गहराई अच्छे से भाप लेती थी उसने पूछा " किस बोझ की बात कर रहे हे आप """"""
मैने बोला """"" वोही। आज मेने कारोबार से अवसर ले लिया । दोनो बेटे बड़े हो गए है बेटी भी बड़ी हो गई हैं एक बहु भी आ गई है अब समय आ गया है की कामसेकम अपने बड़े बेटे को एहसास दिलाऊं की अब उसे घर की जमीदारी लेनी चाहिए । इसलिए आज मैने पेपर बना दिया हे अब दोनो बेटे ही हमारा कारोबार चलाएंगे """""""
मेरी पद्मा आंखे बड़ी कर के बोली """"" क्या । लेकिन """""
मैने बोला """"" तुम शिंटा मत करो मैने बच्चो के हाथ में भले ही सारा काम धाम कर्तव्य दिया हे लेकिन इसका मतलब ये नही की में घोड़े बेच के सो जाऊंगा """"
पद्मा बोली """"" मेरा वो मतलब नहीं हे बड़े बेटे का शिनता नही है मुझे इस नटखट का बचपना अभी तक है वो कैसे संभालेगा उसका मन नहीं लगेगा """""
मैने बोला """""" लगेगा धीरे धीरे लगेगा थोड़ा समय लगेगा अपना बड़ा बेटा तो समझदार हे ही साथ में बहु भी समझदार हे और हमारी बेटी भी होशियार हे"""""
पद्मा बोली " """" वो तो ठीक हे लेकिन बेटी को.....। उसकी शादी की वक्त हो गया हे आप इस बारे में निगाह डालिए """**
में बोला """""" बेटी ने अभी हाल ही में लॉ की पढ़ाई की है मुझे नही लगता की वो अभी शादी के लिए तैयार हैं। ये हमारा जमाना नहीं है जब तुम 20 साल की उम्र ही शादी कर के आई थी """""
पद्मा शरारत अंदाज मे बोली"""" और आप 35 के """"""
वो हंसने लगी में चिढ़ते हुए बोला """" हा हा उड़ा लॉ मेरा मजाक । मेरा भी दिन आएगा "
पद्मा बोली """"" आप तो ऐसे कह रहे हे जैसे हमारे पास पूरी जिंदगी बाकी हे। आधी से ज्यादा जिंदगी निकल गई अब और कितने दिन जिएंगे । अजीब है ना दिन कैसे निकल गए पता ही नही चला """"""
मैने उसकी हाथ थाम के बोला """"""" पद्मा अब खास तुम्हारे लिए जीना चाहता हूं । अब तुम्हे पहले से ज्यादा प्यार करूंगा """""
पद्मा शर्मा गई """"""" भांग पी कर आए हे क्या आप । हो क्या गया हैं आज आपको """"""
शाम का वक्त आज बोहोत यादगार बन गया ।
कैसे निकिली एहसास करने का वक्त ही नही मिला कभी याद करने की वक्त ही नही मिला """"""""" बस यूंही चली जा रही हैं जिंदगी """"""""""
रेशमपाल अगरतला उम्र 65 साल """"""""
शाम हो चुकी थी आज बोहोत से बाते हुई जिंदगी का भाड़ मैने आज सोप दिया । में अपने फार्म से घर लौटा करिब 6 बजे । अपने दो मंजिला मकान को ऊपर से नीचे तक निहार के सोचा कुछ एक सकून मिला """""""" हा आज में सफल हूं मेरा कर्त्तव्य मैने निभाया आज मेरी घर की दीवार बोहोत मजबूत है चट्टान की तरह है। आज में चैन की नींद ले सकता हूं ।
में अपने घर में घुसा मेरे घर की नौकरों में से एक दौड़ के आया और सम्मान के साथ पूछा """" और बड़े मालिक आज आप जल्दी आ गए कुछ थके थके से लग रहे हे पानी लाऊ """"""
में हल्का मुस्कुरा के बोला " अरे सरिया तुम क्यू इतनी शिंतित होते है इस उम्र में चेहरे पे थकान नही दिखेगा तो क्या दिखेगा । पानी की जरूरत नही हे ये बताओ तुम्हारी मालकिन कहा है" """"
सरिया ने जवाब दिया """"" और कहा मालिक । मालकिन तो इस समय रोसोई में ही होंगी शाम का नाश्ता बना रही होगी "
मैने उसे इशारे से जाने को कह दिया । में पहली मंजिल चढ़ के अपने कमरे में गया और फ्रेश हो के धोती पायजामा पहन कर नीचे आया और किचेन में गया ।
पद्मिनी अगरतला उम्र 50 साल""""""""" मेरी धर्म पत्नी जिसे देख कर में आज बोहोत उत्साहित था क्यू की आज मुझे उनसे बोहोत सी बाटे बतानी थी उनका राय भी लेना था """"""""""
एक साधारण नाइटी पहन कर वो नाश्ता बना रही थी अकेली । मुझे देखते ही उसने पूछा """"" अरे आप आज जल्दी आ गए "
में उनके पास जा कर उसका गाल चूम लिया वो मुझे धक्का देती हे """"" दरवाजा खुला हैं कुछ तो शर्म कीजिए कावेरी(नौकरानी) इधर ही काम कर रही है। आई हो क्या गया हैं जल्दी भी आ गए किचेन में भी घुस आए " """""
में लंबी सांस छोड़ के बोला """" पद्मा आज मैने बोझ हल्का कर के आया हूं "
मेरी धर्म पत्नी मुझे अच्छे से समझती थी मेरी बातों की गहराई अच्छे से भाप लेती थी उसने पूछा " किस बोझ की बात कर रहे हे आप """"""
मैने बोला """"" वोही। आज मेने कारोबार से अवसर ले लिया । दोनो बेटे बड़े हो गए है बेटी भी बड़ी हो गई हैं एक बहु भी आ गई है अब समय आ गया है की कामसेकम अपने बड़े बेटे को एहसास दिलाऊं की अब उसे घर की जमीदारी लेनी चाहिए । इसलिए आज मैने पेपर बना दिया हे अब दोनो बेटे ही हमारा कारोबार चलाएंगे """""""
मेरी पद्मा आंखे बड़ी कर के बोली """"" क्या । लेकिन """""
मैने बोला """"" तुम शिंटा मत करो मैने बच्चो के हाथ में भले ही सारा काम धाम कर्तव्य दिया हे लेकिन इसका मतलब ये नही की में घोड़े बेच के सो जाऊंगा """"
पद्मा बोली """"" मेरा वो मतलब नहीं हे बड़े बेटे का शिनता नही है मुझे इस नटखट का बचपना अभी तक है वो कैसे संभालेगा उसका मन नहीं लगेगा """""
मैने बोला """""" लगेगा धीरे धीरे लगेगा थोड़ा समय लगेगा अपना बड़ा बेटा तो समझदार हे ही साथ में बहु भी समझदार हे और हमारी बेटी भी होशियार हे"""""
पद्मा बोली " """" वो तो ठीक हे लेकिन बेटी को.....। उसकी शादी की वक्त हो गया हे आप इस बारे में निगाह डालिए """**
में बोला """""" बेटी ने अभी हाल ही में लॉ की पढ़ाई की है मुझे नही लगता की वो अभी शादी के लिए तैयार हैं। ये हमारा जमाना नहीं है जब तुम 20 साल की उम्र ही शादी कर के आई थी """""
पद्मा शरारत अंदाज मे बोली"""" और आप 35 के """"""
वो हंसने लगी में चिढ़ते हुए बोला """" हा हा उड़ा लॉ मेरा मजाक । मेरा भी दिन आएगा "
पद्मा बोली """"" आप तो ऐसे कह रहे हे जैसे हमारे पास पूरी जिंदगी बाकी हे। आधी से ज्यादा जिंदगी निकल गई अब और कितने दिन जिएंगे । अजीब है ना दिन कैसे निकल गए पता ही नही चला """"""
मैने उसकी हाथ थाम के बोला """"""" पद्मा अब खास तुम्हारे लिए जीना चाहता हूं । अब तुम्हे पहले से ज्यादा प्यार करूंगा """""
पद्मा शर्मा गई """"""" भांग पी कर आए हे क्या आप । हो क्या गया हैं आज आपको """"""
शाम का वक्त आज बोहोत यादगार बन गया ।