अंकल ने मम्मी को रंडी की तरह चोदा

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अंकल ने मम्मी को रण्डी की तरह चोदा 1
अभी तक आपने पढ़ा कैसे पापा के दोस्त मेरी भोली भाली मम्मी को चोदते हैं| पापा काम के सिलसिले में 15 दिन के लिए विदेश जा रहे थे| राजू अंकल उन्हें एयरपोर्ट तक छोड़ने गए सुबह 5:30 की फ्लाइट थी पापा ने अंकल से कहा मेरे पीछे से तेरी भाभी का ध्यान रखना| अंकल बोल चिंता मत कर यार हम हैं ना| एयरपोर्ट से लौटते हुए अंकल बहुत खुश थे वो सीधे एयरपोर्ट से घर पहुच गए मम्मी सो रही थी अंकल ने घंटी बजाई मम्मी ने अलसाई हुई आंखों से देखते हुए दरवाजा खोला अंकल को देखकर शोक में आ गई अंकल ने बिना मोका दिए मम्मी को अपने मजबूत बाहों में जकड़ लिया और बोले रचना मेरी जान तुम्हारा पति मुझे तुम्हारा ध्यान रखने को बोल गया है बहुत दिन हो गए तुम्हारे मक्खन जैसे बदन का रस पिएं हुए , मम्मी शर्मा गई अंकल मम्मी को मसलते हुए बोले क्या माल लग रही हो यार दिन पर दिन गदराती जा रही होे,

मम्मी - छोड़िए न मुझे अभी आप का दोस्त गया भी नही होगा और आप उन की पत्नी के पास पहुंच गए
अंकल - क्या करू मेरी जान तुम चीज ही ऐसी हो इतनी औरतें भोगी है पर तुम को चोदने में जो आनंद आता है वो किसी में नहीं आया और वैसे भी मुझे दोस्तों की पत्नियों को उन्ही के घर उन्ही के बिस्तर पर चोदने में बहुत आनंद आता हे चलो मेरी जान अब थोड़ा अपनी जवानी का रस चख दो
मम्मी - अरे छोड़िए ना अभी तो मैं फ्रेश भी नहीं हुई हूं ब्रश नहीं किया है नहाना भी बाकी है
अंकल - अरे मेरी जान मेरा ब्रश है ना तुम्हारा मुंह साफ करने के लिए और नाश्ता भी हो जाएगा पहले तुम्हारे अंगूरी होठों का रस तो पी लेने दो
यह कहते हुए अंकल ने मम्मी को गोद में उठा लिया और बेडरूम में ले जाकर बेड पर लिटा दिया और उनके बगल में लेट कर प्यार से मम्मी के बालों को सहलाते हुए बोले जान मेरी क्या रसीले होंठ है तुम्हारे थोड़ा खोलो ना मुझे इनका रस पीना है

मम्मी ने अपनी आंखें मूंद ली और अपने होठों को थोड़ा सा खोल दिया अंकल बेताब होकर उनके रसीले होठों को चूसने लगे कभी ऊपर के होंठ कभी नीचे के होंठ कभी अपनी जीभ मम्मी के मुंह में डालकर उनकी जीभ चूस रहे थे मम्मी के मुंह से घुटी घुटि सी आवाज़ आ रही थी, अपने एक हाथ से अंकल साड़ी के ऊपर से ही उनके मम्मे दबा रहे थे मम्मी उत्तेजना में सिसक रही थी और उनके मम्में कड़क हो रहे थे अंकल मम्मी के होठों को गालों को माथे को चूम रहे थे और मम्मी की सिसकियां निकल रही थी करीब 10 मिनट तक अंकल मम्मी के होठों को चूसते रहे फिर मम्मी ने अपने को अलग किया और बोले प्लीज छोड़िए ना अभी-अभी तो सुबह हुई है सारा काम बाकी है मैं कहां भागे जा रही हूं
अंकल - रचना मेरी जान काम तो होता रहेगा चलो अभी तुम को टूथ ब्रश करा कर नाश्ता करता हु
अंकल ने अपनी पेंट खोली और अपना 9 इंच का मोटा लन्ड निकाल कर मम्मी के हाथ में दे दिया इसे चूसो मेरी जान मम्मी आनाकानी कर रही थी अंकल ने मम्मी के बाल पकड़ कर अपने लन्ड का टोपा उनके मुंह पर लगा दिया और उसे मम्मी के होठों पर रगड़ने लगे




थोड़ी आना कानी के बाद मम्मी उसे चूसने लगी, अब अंकल का लौड़ा कड़क होता जा रहा था उन्होंने मम्मी का मुंह दोनों हाथों से पकड़ कर पूरा अंदर डाल दिया मम्मी की सांस रुकने लगे वह निकालने की कोशिश कर रही थी पर अंकल ने उनका सर मजबूती से पकड़ रखा था अब उन्होंने धीरे-धीरे मम्मी का मुंह चोदना शुरू किया, चूसो मेरी जान जोर से चूसो से क्या चुस्ती हो यार हाय मेरी जान आह आह आह उफ़ उफ़ उफ़ और जोर से मेरी रंडी , मम्मी भी अब रंडी की तरह जोर-जोर से चूस रही थी उनको भी अब अच्छा लग रहा था करीब 10 मिनट बाद अंकल झड़ने को हुए उन्होंने जोर से मम्मी का मुंह पकड़ कर अपना लौड़ा दबा दिया और झटका दे दे कर अपना पानी उनके मुंह में छोड़ने लगे, फिर जब तक पूरा पानी मम्मी के हलक से नीचे नहीं उतर गया उन्होंने अपना हथियार बाहर नहीं निकाला
अंकल - मेरी जान पेट भरा की नहीं, चलो इसे जीभ से चाट कर साफ करो फिर मेरे लिए चाय बना दो तुम्हारे पति के चक्कर में सुबह से चाय भी नहीं पी है
मम्मी ने अंकल का हथियार चाट कर अच्छी तरह से साफ कर दिया और उठकर रसोई में जाने लगी तो अंकल ने उनका हाथ पकड़ लिया अरे मेरी जान कहां जा रही हो आज तो मैं तुम्हारे दूध की ही चाय पियूंगा चलो अपने थन बाहर निकालो मम्मी शर्मा गई, अंकल बोल खोलो ना मेरी जान , मम्मी ने शर्माते हुए साड़ी उतार दी और अपने ब्लाउज के बटन खोल दिए उनके ब्रा में कसे बूब्स उछल कर बाहर आने को तत्पर हो गए लगता था ब्रा फट जाएगी , अंकल की तो सांस निकल गई ए मेरी जान कितने मोटे-मोटे हो गए हैं तुम तो खूब गदराती जा रही हो लगता है संजू के जाने के बाद पूरा मोहल्ला इन्हें दबाता है, मम्मी शर्म से लाल हो गई कैसी बातें कर रहे हैं आप मैं एक पतिव्रता नारी हूं सुनकर अंकल हंसने लगे अरे मेरी रांड तभी तो तुम्हारे पांच पति हैं संजू के अलावा हम चार तुम्हें चोदते हैं

आप चारो ने भी तो मुझे अपनी पत्नी बना रखा है द्रोपदी हू आप की , पति से ज्यादा तो आप चारो मुझे चोद रहे हो एक साल से , निचोड़ लीजिए अपनी पत्नी के स्तन से दूध
अंकल ने मम्मी का एक स्तन अपने हाथ में पकड़ लिया और उस को दबाने लगे, स्तन से दूध की धार निकलने लगी
अरे धीरे प्लीज दुखता है मम्मी कराहते हुए बोली, अंकल को कोई फर्क नहीं पड़ा बोले चुप रह निचोड़ने दे मुझे अभी तो दूध निकाल रहा हू अभी तुझे चोदते हुए इन्हे मसलूंगा तब क्या करेगी, ये तो है ही दबाने और निचोड़ने के लिए, अंकल दोनो स्तनों को बारी बारी निचोड़ते हुए दूध निकालते रहे तभी दरवाजे की घंटी बजी मम्मी ने जल्दी से कपड़े पहन कर दरवाजा खोला उन के हाथ में उस वक्त दूध का कटोरा था, बाहर दूध वाला था मम्मी बोली भैया आज नही चाहिए। बहनजी ये आप के हाथ में दूध बड़ा अच्छा और गाड़ा है शायद चरसी गाय का है बहुत महंगा पड़ता है और वो चला गया मम्मी ने दरवाजा बन्द कर दिया वो सोच रही थी बहुत महंगा पड़ता है, रात दिन चुदवाना पड़ता हे तब आता हे
अंकल - क्या हुआ मेरी जान कोन है बाहर कोई तेरा आशिक तो नहीं, मम्मी सुनकर रुआंसी हो गई
मम्मी - कुछ भी बोलते हैं आप अब आप जाइए मुझे काम करना है दासी नहीं हूं आपकी
अंकल - अरे मेरी गुड़िया सॉरी तुम तो गुस्सा हो गई अच्छा चाय पिला दो फिर मैं चला जाऊंगा
अंकल ने मम्मी को अपने सीने से लगा लिया प्यार से उनके सर पर हाथ फिरते हुए बोले मेरी जान गुस्से में तो तुम और भी कातिल लग रही हो मन कर रहा है अभी यही पकड़ कर चोद दूं लेकिन अभी जा रहा हूं काम निपटा कर शाम को आऊंगा तब तक तुम भी अपने काम निपटा लो आज तुम्हारी सुहागरात बनेगी दिन में आराम कर लेना क्योंकि रात भर तुम्हें सोने का मौका नहीं मिलेगा और 2 हफ्ते तक तुम्हें हम पांचो का मन बहलाना है और फिर अंकल चाय पीकर चले गए उन्होंने मेंन गेट की एक चाबी भी अपने पास रख ली
मम्मी ने कामकाज निपटाया फिर अच्छी तरह से नहा धोकर अपनी चूत के बाल साफ कर उसको चिकना किया उन्हें पता था कि अंकल को चिकनी चूत बहुत पसंद है उन्हें भी अब पापा के पांचो दोस्तों से चूदवाना अच्छा लगने लगा था, फिर उन्होंने नई ब्रा और चड्डी पहनी और शीशे के सामने खड़े होकर खुद को सजाने लगी हल्का सा मेकअप किया सिंदूर लगाया नई चूड़ियां पहनी हाथों में और पांव में नेल पॉलिश लगाई और पैरों में घुंघरू वाली पाजेब पहनी, नया ब्लाउज और पेटीकोट पहनना परंतु साड़ी नहीं पहनी फिर अपना रूप देखकर खुद ही शर्मा गई 2:00 तक काम निपटाकर मम्मी गहरी नींद में सो गई

रात 8:00 बजे राजू अंकल आए उन्होंने चाबी से दरवाजा खोला और सीधे बेडरूम में आ गए मम्मी अभी गहरी नींद में सो रही थी अंकल उनको थोड़ी देर तक देखते रहे क्या माल लग रही है यार कितनी मासूम हैं बिस्तर पर पूरा समर्पण कर देती है, अंकल ने झटपट अपने कपड़े उतारे और मम्मी के बगल में लेट गए और उनके चिकने गालों को प्यार से चलते हुए बोले उठो मेरी जान, पर मम्मी तो नींद में थीं अंकल ने अपने आधार मम्मी के रसीले आधारों पर रख दिए और ब्लाउज पर अपने हाथ फेरते हुए प्यार से उन्हें चूमने लगे मम्मी कसमसा कर उठ गई अंकल ने उन्हें लेटाते हुए कहा चुपचाप लेटी रहो मेरी जान और अपने हुस्न के दीदार करने दो , अंकल धीरे-धीरे मम्मी के ब्लाउज के बटन खोल रहे थे ब्लाउज उतारने के बाद उन्होंने पेटिकोट का नारा भी खोल दिया और प्यार से उसे जांघों से सरकते हुए उतार कर दूर फेंक दिया मम्मी सिर्फ ब्रा और पेटी में अंकल के सामने पड़ी थी

अब अंकल ने अपने दोनो हाथो को मम्मी की पीठ पर ले जाकर उन की ब्रा का हुक खोल दिया मम्मी के कसे हुए उरोज कैद से छूट कर बाहर आ गए अब मम्मी सिर्फ पैंटी में थी, वो अपने हाथ फैलाए चुपचाप लेटी थी उन की आंखे शर्म और उत्तेजना से बंद थी सांसों के साथ कसे हुए उभार ऊपर नीचे हो रहे थे ,अंकल कुछ देर उन को देखते रहे फिर अपने दोनो हाथो से मम्मी के उभारों को दबोच लिया और उन्हें मसलने लगे

मम्मी के मुंह से आनंद की सिसकियां निकल रही थी और जोर से रगड़ीये इन्हे , मसला दीजिए, चूस लीजिए इनका रस मेरे सरताज , अंकल बेदर्दी से मम्मी के दोनो बूब्स मसल रहे थे
अंकल - क्या मोटे मोटे और कड़क स्तन हैं तेरे, मेरे हाथो में भी नही आ रहे है में कर रहा है जिंदगी भर इन को मसलता रहूं
मम्मी - आप ही का माल हैं आप ने ही तो इन को दबा दबा कर बड़ा किया है ब्रा में भी नही आते ब्लाउज पहना भी मुश्किल होता है अब और कितना मसलोगे मेरे सरताज
अंकल ने कहा मेरी जान अभी तो शुरआत है अभी तो हुआ ही क्या है। अब अंकल ने अपने हाथ मम्मी की पेंटी पर रख दिए
अंकल - असली खजाना तो यहां छुपा ही मेरी रानी अभी तो असली रगड़ाई बाकी है
और अब अंकल ने धीरे से मम्मी की पेंटी उन के मोटे मोटे कुल्हों और गदराई जांघों से सरका कर उतार दी, मम्मी अब मदार जात नंगी हो के अंकल के सामने लेटी थी

अंकल बोले आह मेरी जान क्या हुस्न है तुम्हारा, मोटी मोटी जांघो के बीच ये चिकनी चूत कयामत लग रही हे कसम से आज जम कर चुदेगी ये, मम्मी ये सुन कर रोमांचित हो रही थी अंकल प्यार से अपना एक हाथ उन की फूली हुई चूत पर फेर रहे थे दूसरा उन की जांघो को सहला रहा था मम्मी अपनी टांगे चौड़ी किए पड़ी थी उन की सिसकियां कमरे में गूंज रही थी अब अंकल ने अपनी उंगली उन की चूत की दरार के बीच रगड़नी शुरू कर दी दूसरे हाथ से उन के रसीले होठों पर उंगली फेरते हुए बोले
अंकल - मेरी जान अभी तक बहुत टाइट चूत हे तुम्हारी जैसे कुंवारी हो क्या बात हे तुम्हारा पति तुम्हे चोदता नही है क्या
मम्मी - उन का 4 इंच का लंड अंदर जाता है तो पता ही नही चलता आठ दस धक्कों में झड़ जाते हे, आह आह और जोर से रगड़िए न अच्छा लग रहा हे
अंकल ने मम्मी का हाथ अपने लंड और रख दिया बोले डार्लिंग सहलाओ इसे खड़ा करो, मम्मी प्यार से उसे मसलने लगीं उस में तनाव आने लगा, अब अंकल मम्मी के ऊपर 69 की पोजिशन में आ गए इन की टांगे मम्मी के मुंह पर और मुंह मम्मी की टांगो की तरफ था उन्होंने अपना लंड मम्मी के मुंह में दे दिया और अपने मुंह से मम्मी की रसीली चूत चूसने लगे

अंकल का लंड पूरा मम्मी के हलक तक उतरा हुआ था वो पूरे जोश में मम्मी का मुंह चोद रहे थे और अपनी जीभ से उन की कोमल चूत चोद रहे थे उन्होंने मम्मी की जांघो को कस कर पकड़ रखा था वो छुटने की कोशिश कर रही थी पर हिल भी नहीं पा रही थी उन के मुंह से घुट्टी घुट्टी से आवाजे निकल रही थी, करीब 10 मिनट के बाद उन्होंने मम्मी को छोड़ दिया, अंकल का लंड लोहे की रोड की तरह सख्त हो चुका था मम्मी की चूत भी पानी छोड़ रही थी उन की सांसे भारी हो रही थी अब वो मदहोश हो रही थी
मम्मी - प्लीज डालिए न इसे
अंकल - किसे मेरी जान ---- बोलो न
मम्मी - शर्माते हुए - - अपने लंड को
अंकल - कहां डालू मेरी जान
मम्मी - मेरी चूत में
अंकल - क्या करू डाल के रचना डार्लिंग
मम्मी - चोदिए न मुझे अब बर्दाश नही हो रहा
अंकल - भाभी अच्छा लगता है मुझ से चुदवाना
मम्मी ने शर्माते हुए अंकल के सीने में मुंह छुपा लिया और धीरे से अपना सर हिला दिया, अंकल ने रोमांचित होकर उन्हें जोर से अपनी बाहों में जकड़ लिया उनके हाथ मम्मी की चिकनी पीठ और उभरे हुए कूल्हों को सलाह रहे थे अंकल की जाएंगे मम्मी की जांघों से टच हो रही थी मम्मी मम्मी की सांस जोर से चल रही थी अब छोड़ दिए ना प्लीज बर्दाश्त नहीं हो रहा
मेरी भोली भाली और संस्कारी मम्मी जो किसी मर्द से बात करते हुए भी शर्म आती थी उन्हें अंकल और पापा के दोस्तों ने रंडी बना दिया था
अब अंकल उठ गए उन्होंने मम्मी के पैरों को जितना संभव हो फैला दिया और उनके कुल्हों के नीचे तकिया लगा दिया लगा दिया जिससे मम्मी की फूली हुई चूत और उभर गई , अंकल अपने ल** को पकड़ कर उसका टोपा मम्मी की मखमली छूट पर रगड़ने लगे मम्मी सिसकियां ले रही थी अचानक से अंकल ने एक झटका दिया और उनके कड़क लैंड का टोपा जो मुट्ठी के बराबर था मम्मी की मखमली चूत में उतर गया पट की आवाज हुई मम्मी के मुंह से चीख निकल गई अरे बहुत मोटा है प्लीज धीरे कीजिए ना फट गई चूत मेरी, अंकल बोल चुपचाप पड़ी रह मेरी रांड बहुत चुदासी हो रही है ना आज तेरी चूत फाड़ दूंगा और चोद चोद कर भोसड़ा बना दूंगा, फिर अंकल ने मम्मी के दोनों उभारों को दबोच कर निर्दयता से एक जोर का शाट लगाया उनका पूरा 9 इंच का लंड मम्मी की चूत फाड़ता हुआ अंदर चला गया
मम्मी - ओह मेरी मां मर गई मैं जरा धीरे करो न कहीं भाग नहीं जा रही अपने टांगें खोलकर तुम्हारे सामने नंगी पड़ी हूं मर्जी आए जितना चोद लेना पर आराम से चोदो
पर अंकल तो वहशी हो रहे थे उन्होंने मम्मी के दोनों हाथों को ऊपर करके अपने एक हाथ से पकड़ लिया दूसरा हाथ उनकी चूची को रगड़ रहा था वह पागलों की तरह मम्मी की बंगलो को चाट रहे थे उनकी गर्दन कंधा और गाल दातों से काट रहे थे मम्मी सर इधर-उधर पाठक रही थी उन के मुंह से आह आह ओह ओह उई मां की आवाज निकल रही थी पर अंकल को कोई फर्क नहीं पड़ा उन्होंने अपना पूरा लंड बाहर निकाल कर एक जोर का शॉट दिया एक ही बार में वापस मम्मी की चूत में चला गया अब उन्होंने सांड की तरह मम्मी को चोदना शुरू किया उनकी मजबूत जाएंगे मम्मी की मोती मोती चिकनी जागो पर जोर की थाप दे रही थी और पूरे कमरे में ठप ठप ठप ठप की आवाज गूंज रही थी चोदने की रफ्तार के साथ मम्मी के पैरों की पाजेब छन छन कर रही थी और उनकी चूड़ियां खनक रही थी जिसे अंकल और उत्तेजित हो रहे थे और बेदर्दी से मम्मी को चोद रहे थे, उई मां मर गई उफफफ उफफफ्फफ उफफ्फ ओह ओह ओह - स्लोप स्लोप स्लोप थप थप थप के साथ ही पलंग के चर्माने की आवाज भी आ रही थी पूरा कमरा वासना मय हो रहा था अंकल मम्मी को बुरी तरह से चोद रहे थे

मम्मी के मुंह से दर्द और आनंद से मिली जुली चीखें निकल रही थी आधा घंटा हो गया था मम्मी दो बार झड़ चुकी थी लेकिन अंकल झड़ने का नाम ही नहीं ले रहे थे को लगातार मम्मी को रफ्तार से छोड़े जा रहे थे मजा आ रहा है ना मेरी जान अंकल मम्मी के होठों पर हाथ फिरते हुए बोले मम्मी हफ्ते हुए बोली हां मेरे सरताज आज तो तुमने मेरा कचूमर ही बना दिया है अब थोड़ी देर छोड़ दो अंकल बोल चुप कर रण्डी अभी तो मैं तेरी गांड मारने वाला हूं
मम्मी - अरे नहीं प्लीज गांड मत मारिए बहुत लंबा और मोटा है आपका चूत में ही नहीं लिया जा रहा गांड का क्या होगा
पर अंकल ने उनकी एक नहीं सुनी अपना ल** मम्मी की च** से बाहर निकाल कर मम्मी के दोनों पैरों को ऊपर की तरफ उठा दिया और जांघों से पकड़ लिया अब उन्होंने अपना मुसल जैसा लैंड का टोपा मम्मी की गांड पर रखा और दबा दिया पट की आवाज के साथ ही सुर्ख टोपा अंदर चला गया मम्मी तिलमिला कर चीख उठी आ आ आ आई आई उफ़ उफ़ निकाल लो प्लीज चूत मार लो लेकिन गांड मत मारो
अंकल मजबूती से मम्मी की गांड पर अपने लंड का दबाव डालते हुए बोले चुप रहो मेरी रानी तुम हमारी असली बीवी हो हमारी मर्जी होगी जैसे तुम्हें भोगेंगे और ऐसा कहकर उन्होंने आधा लंड मम्मी की गांड में पेल दिया

मम्मी की जांघों के नीचे से हाथ डालकर उनके दोनों उभारों को दबोच लिया और झुक कर उनके रसीले होठों पर अपने खुरदुरे होंठ रख दिए और पूरी रफ्तार से मम्मी की गांड मारने लगे, मम्मी के मुंह से गोटी गोटी ठीक है निकल रही थी पर अंकल ने उनका मुंह अपने मुंह से बंद कर रखा था गु गु गु गु हम हम हम हम के साथ ही जांघों पर पढ़ने वाली थप थप थप थप की आवाज अंकल का हौसला और बढा रही थी वह मम्मी को बुरी तरह से रौंद रहे थे मम्मी का नाजुक बदन उनके विशाल बदन के नीचे पूरी तरह से दबा हुआ था 2 घंटे तक मम्मी को छोड़ने और गांड मारने के बाद अंकल ने हांफते हुए अपना वीर्य मम्मी की गांड में ही छोड़ दिया अंकल का पूरा शरीर रह रहकर झटका खा रहा था मम्मी एकदम पस्त हो चुकी थी अंकल उनके ऊपर से उठ गए थे मम्मी दोनों टांगें फैलाएं और अपने हाथों को सर के ऊपर रखें लेटी थी और हाफ रही थी उनका पूरा शरीर लाल पड़ चुका था गालों और होटों पर हल्के निशान थे दोनों बस मसलने की वजह से और सुर्ख हो गए थे उन में अभी उठने और बोलने की शक्ति ही नहीं बची थी लेकिन परम आनंद मम्मी के चेहरे पर दिख रहा था
अंकल - आज तो मजा आ गया मेरी जान क्या गजब का हुस्न है तुम्हारा तुम्हारी चूत और गांड दोनों कमांल की है मन करता है जिंदगी भर तुम्हें अपने घर में नंगा ही करके रखूं
मम्मी - मेरे सरताज मेरी भी बहुत दिनों बाद ऐसी चुदाइ हुई है हर औरत की ऐसी इच्छा होती है कि उसे संपूर्ण मर्द मिले जो उसे बिस्तर पर कुचल कर रख दे मेरे पति ऐसा नहीं कर पाते जितने दिन वह बाहर है आप लोग सारी कसर निकाल लो
अब अंकल बोल सुनो मेरी जान उन चारों को बुला लूं आज गैंगबैंग करने की इच्छा है हम पांचो मिलकर आज तुम्हारे बदन को भोगेंगे, मम्मी ने शर्म से आंखें बंद कर ली और होने वाले गैंगबैंग की कल्पनासे से उनका बदन सिहर गया उन्होंने धीरे से अपनी गर्दन हिला कर हां कर दी
अब अंकल ने मोनू अंकल को फोन किया और भोले भाई कहां हो मोनू अंकल ने की कहा कहीं नहीं भाई चारों यही है दारू पी रहे हैं बोल क्या बात है तब राजू अंकल बोल सुनो रचना भाभी के घर आ जाओ संजू बाहर गया है आज रात सब मिलकर उसका बलात्कार करेंगे बहुत दिनों से अपनी इच्छा थी न, भाभी भी राजी है
क्या बात कर रहा है यार शैली अंकल बोले तू वही है क्या राजू अंकल ने कहा हां यार 8:00 बजे आ गया था एक राउंड में उसकी चूत और गांड दोनों ले चुका हूं अभी नंगी अपनी टांगें खोलकर पलंग पर पड़ी हुई है अब जल्दी आ जाओ तवा गरम है अपनी रोटियां भी सेक लो

अब राजू अंकल पलंग के पास कुर्सी पर बैठ गए और मम्मी के मादक बदन को निहारत रहे मम्मी अपनी आंखें बंद किए हुए गहरी गहरी सांस लेते हुए अपने गैंगबैंग की कल्पना करते हुए रोमांचित हो रही थी तभी दरवाजे की घंटी बजी राजू अंकल ने उठकर दरवाजा खोला और चारों अंकल भी अंदर बेडरूम में आ गए, बोनू अंकल मम्मी के पास बैठ गए और उनकी गदराई हुई जांघों पर प्यार से हाथ फिरते हुए बोले या राजू तूने तो रचना भाभी की चूत सुजा दी है हमारा इंतजार तो कर लिया होता यार, मम्मी को थकान की वजह से नींद आ गई थी चारों अंकल अपने कपड़े उतार कर पलंग पर मम्मी के पास बैठ गए शैली अंकल मम्मी के गाल सहला कर बोले उठो रचना भाभी अभी तो राजू भाई ने ही चोदा है अभी से थक गई अभी तो हम चारों बाकी है पूरी रात पांचो मिलकर तुम्हारे मादक बदन को रगड़ेंगे, उन्होंने मम्मी की पीठ के नीचे हाथ डालकर उनको उठा लिया और अपने सीने से जोर से चिपका लिया मम्मी के उभार उनके चौड़े सीने में दबे जा रहे थे अंकल मम्मी की चिकनी पीठ सहलाते हुए उनके रसीले होठों को कस रहे थे उनके गालों को चाट रहे थे गर्दन और कंधे पर अपनी जीत फिर रहे थे मम्मी आंखें बंद कर धीरे-धीरे सिसकियां ले रही थी उन्होंने खुद को ढीला छोड़ कर पूरी तरह से अंकल के हवाले कर दिया था, एक-एक कर चारों अंकलों में मम्मी को अपनी बाहों में के कर चूमा और प्यार से सहलाया एक मम्मी से बोले भाभी हमारे लंड चूसोगी ना मम्मी ने शरमाते हुए हां में गर्दन हिला दी अब सभी नीचे खड़े हो गए और मम्मी गुड्डू के बल बैठकर एक-एक कर उनके लंड चूसने लगी


सभी अंकल आहा भर रहे थे अरे भाभी क्या चुस्ती हो यार शैली और मोनू अंकल ने एक साथ अपने-अपने लंड मम्मी के मुंह में डाल दिए
अब मम्मी को पलंग पर लिटा दिया गया , शैली अंकल ने मम्मी को पलंग के किनारे खींच कर उनकी टांगें जमीन पर कर दी

अंकल - यारों कितनी चिकनी चूत है भाभी की उसकी केले के ताने जैसी चिकनी और मोटी-मोटी जांघें तो देखो कूदने में मजा आ जाएगा अब सहन नहीं हो रहा यार , अंकल मम्मी की मक्खन जैसी चिकनी चूत पर हाथ फेरते हुए और उनकी मोती जांघों को थपथपाते हुए बोले रचना भाभी अपने टांगे उठाओ और अपना माल मेरे हवाले कर दो, मम्मी ने दोनों हाथों से अपनी टांगे पकड़ कर ऊपर सर की तरफ करती अब अंकल ने अपने लैंड का टोपा मम्मी की चूत पर टिका कर एक झटका दिया तो पट्ट की आवाज के साथ ही आधा लंड अंदर घुस गया , आहा आहा मम्मी सिसक उठी अंकल ने उनके दोनों मोटे-मोटे स्तनों को दबोच कर पूरा लंड मम्मी की चूत में डाल दिया और उन्हें जमकर चोदने लगे आधे घंटे की घनघोर चूदाई के बाद सभी ने मम्मी को पलंग पर खींच लिया राजू अंकल ने अपना मोटा लंड मम्मी के मुंह में दे दिया मोनू अंकल उनके दोनों स्तनों को मसल रहे थे और शैली अंकल मिशनरी पोजीशन में मम्मी को चोद रहे थे तभी राजू अंकल की फोन की घंटी बजी पापा का फोन था अंकल ने सभी को चुप रहने का इशारा किया और फोन उठा लिया
पापा - हां भाई राजू क्या चल रहा है यार
राजू अंकल - कुछ नहीं भाई एक मस्त माल पटाया है सभी उसको चोद रहे हैं
पापा - कौन है यार किस को पटाया है हमें भी तो बताओ
अंकल - मेरा कुलीग है यार उसकी वाइफ है उसे तो काम के सिलसिले में बाहर भेजता रहता हूं, बड़ी मुश्किल से इसको पटाया है क्या मस्त माल है यार चारों मिलकर जब भी मौका मिलता है उसे चोदते हैं आनंद ही आ जाता है अभी उसी के घर पर हैं यार हमारे सामने नंगी लेटी है और सबके लंड ले रही है कसम से बहुत मस्त माल है यार गांड में भी लेती है मुंह में भी लेती है जैसा बोलो वैसे करती है
पापा - अरे यार कभी मेरे को भी मौका दो ऐसी भाभी चोदने का
अंकल - हां यार हमारा भी सपना है अपन सभी मिलकर उसको चोदे ,आएगा एक दिन ऐसा भी अभी हम तेरे नाम से एक-एक बार उसे चोद लेते हैं
पापा - यार ऑफिस में हूं वीडियो कॉल नहीं कर सकता कम से कम उसकी चूदाई की आवाज तो सुना दो फोन पर
राजू अंकल ने मोनू को हटा दिया और उसे फोन स्पीकर पर रखने को कहा और सबको चुप रहने का इशारा कर दिया फिर वह मम्मी की टांगों के बीच में आ गए शैली अंकल ने उनकी दोनों टांगें उठाकर सर की तरफ कर कस के पकड़ ली अब राजू अंकल ने मम्मी के स्तनों को पकड़ कर एक ही शॉट में अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया और जबरदस्त धक्कों के साथ उन्हें चोदना शुरू किया उधर मोनू अंकल ने अपना लंड मम्मी के मुंह में दे रखा था उनकी घुट्टी घुट्टी सी आवाज निकल रही थी पलंग के चरमराने की आवाज आ रही थी और चोदने के धक्कों से मम्मी के पैरों में पड़ी पाजेब छन छन कर बज रही थी, पापा फोन पर उनकी चूदाई की आवाज सुनकर एक्साइट हो रहे थे उन्हें नहीं पता था कि उनकी बीवी उन्ही के बिस्तर पर चूद रही है
पापा बोले वाह यार मजे कर रहे हो जमकर चोदो भाभी को मेरी तरफ से भी चोद लेना फिर मैं आऊंगा तब अपन सब मिलकर उसे चोदेंगे , कल में फ्री हूं यार रात को इस रांड को रगड़ो तो मुझे भी वीडियो कॉल पर दिखाना
हां यार प्रॉमिस, दिखा देंगे, गजब का गदराया हुआ माल हैं प्रॉमिस है जब आएगा पहले तू चोद लेना रंडी को फिर उस के पैर उठा कर पकड़ लेना हम सब बारी बारी से उसे जम कर चोदेंगे अंकल ने मुस्कुराते हुए कहा और मम्मी को आंख मार दी मम्मी तो शर्म से लाल हो गई , फिर अंकल ने फोन काट दिया और मम्मी से बोले सुना मेरी जान तुम्हारा पति ही तुम्हे हम से चुदवाना चाहता है अब तो उस के सामने ही एक दिन उस के साथ इसी बिस्तर पर तुझे चोदेंगे हम और एसबी हंसने लगे
राजू अंकल मम्मी के गोल गोल कुल्हों को सहलाते हुए बोले रचना भाभी क्या मस्त गांड है तुम्हारी चलो तैयार हो जाओ मुझे तुम्हारी गांड मारनी है मम्मी बोली मार लीजिए आप के सामने टांगे खोल कर पड़ी हु चोदो या गांड मारो आप ही की रंडी हु अब
राजू अंकल ने अपने लंड पर और मम्मी की गांड पर क्रीम लगा के अपना मुसल जैसा लंड उन की गांड के छोटे से छेद पर रखा और दांत बीच कर जोर का शॉट दिया तो उन का आधा लंड मम्मी की कसी हुई गांड में चला गया
उई उई उई उफ फ्फफ्फ ओह हल्ह्ह्ह मेरी मां मर गई मैं बहुत मोटा है फट गई मेरी गांड बहुत दर्द हो रहा है प्लीज निकाल लो और चूत मार लो

अंकल गुर्राए चुप चाप अपनी गांड खोल कर पड़ी रहो रचना भाभी बहुत टाइट गांड है लगता संजू को देती नही हो वैसे वो तो चोद भी नही पाता तुम को चूत भी कुंवारी है अच्छा है हमारे लिए बचा कर रखी है
अब अंकल जोर जोर से मम्मी की गांड मार रहे थे मम्मी दर्द और वासना से सिसक रही थी और अपना सर इधर उधर पटक रही थी बाकी अंकल उन के मोटे मोटे मम्मे दबा रहे थे उन को निर्दयता से निचोड़ रहे थे कुछ देर के बाद अंकल ने मम्मी को छोड़ दिया और बोले चलो भाभी अब घोड़ी बन जाओ, अब मम्मी पलंग पर अपने घुटनो के बल उल्टी पोजिशन में आ गई और अपना मुंह बिस्तर पर टीका कर दोनो हाथ ऊपर कर लिए उन की मोटी और चिकनी गांड और उभर कर आ गई


अब पांचों अंकल पलंग पर आ गए और शुरू हुआ मम्मी की गांड मारने का और उन को चोदने, का एक गांड मारता तो दूसरा उन का मुंह चोदता दो जने उन के उभार मसलते और एक सभी का वीडियो बना रहा होता थोड़ी थोड़ी देर में सब अपनी अपनी जगह बदल लेते करीब दो घंटे की घनघोर चूदाई के बाद अब मोनू अंकल नीचे लेट गए और मम्मी उन के ऊपर, उन्हों ने नीचे से मम्मी की चूत में अपना लंड डाल दिया शैली अंकल ने अपना लंड मम्मी की गांड में दे दिया राजू अंकल ने भी अब अपना लंड शैली के साथ ही मम्मी की गांड में डाल दिया अब तीनो एक साथ मम्मी को रगड़ रहे थे मम्मी की चीखे कमरे में गूंज रही थी

रात करीब तीन बजे तक मम्मी की चूदाई करने के बाद सभी नंगे ही मम्मी के साथ ही डबल बेड सो गए
मम्मी तो रात 8 बजे से लगातार चूद रही थी बिल्कुल निढाल हो कर सो रही , सुबह राजू अंकल 7 बजे उठ गए , नंगी मम्मी के चेहरे की मासूमियत को देख कर फिर से वासना का नशा चढ़ गया वो मम्मी की टांगे फैला कर सांड की तरह उन पर सवार हो गए और अपना गधे जैसा लिंग उन की चूत में डाल दिया और उन की बगल के नीचे से हाथ डाल के कंधो को पकड़ कर इन के रसीले होठों को प्यार से चूमते हुए उन्हें चोदने लगे मम्मी की आंख खुल गई रही अंकल को अपने ऊपर सवार देख कर अपने दोनो हाथ अंकल की पीठ पर रख दिए और आखें बंद कर ली

अंकल धीरे धीरे प्यार से मम्मी को चोद रहे थे जैसे इन की पत्नी हो, मम्मी अधमुंदी आंखों से अंकल को प्यार से देख रही थी
तभी मम्मी के मोबाइल की घंटी बजी अंकल ने हाथ बढ़ा कर टेबल से उठा कर देखा तो पापा का फोन था, अंकल ने फोन मम्मी को दे दिए बोले लो रचना भाभी अपने पति से बात करो, मम्मी ने अंकल को हटाने की कोशिश की तो वो बोले जानू ऐसे ही चुदते हुए बात करो न मेरे सामने
मम्मी - हेलो जी कैसे हो आप कब वापस आ रहे हो
पापा - काम ज्यादा ही 15 दिन लग जाएंगे अपना ध्यान रखना कोई काम हो तो राजू को बता देना , क्या हुआ तुम हांफ क्यों रही हो ठीक तो हो
मम्मी - कुछ नही कल से थोड़ी तबियत खराब है पूरा बदन दुख रहा है
पापा - तो टैबलेट खा लो में राजू से कह देता हु ज्यादा होगा तो वो इंजेक्शन लगवा देगा
मम्मी - उन्ही से टैबलेट मंगवा ली थी रात को खा ली थी अभी खा ही रही था आप का फोन आ गया ( मन में सोच रही थी कल से टैबलेट ही तो ले रही हु चूत,गांड और मुंह में )
पापा - ठीक हे अपना ध्यान रखना में राजू से बात कर लेता हु
फोन कट गया , राजू अंकल ने चोदने की रफ्तार बढ़ा दी उन की जांघो मम्मी की जांघो को रुई की तरह धुन रही थी और वो सिसकियां ले रही थी तभी अंकल के मोबाइल पर पापा का फोन आया अंकल ने चोदते हुए ही एक हाथ से फोन उठा लिया दूसरे हाथ से वो मम्मी के उभार मसल रहे थे
अंकल - बोल भाई संजू क्या बात हे इतनी सुबह फोन किया एसबी ठीक तो ही न
पापा - यार तेरी भाभी की तबियत खराब हे एक बार घर जा कर देख लेना
अंकल - हां चिंता मत कर ( कल से ध्यान ही रख रहा हू टैबलेट लिए जा रही ही ) तू चिंता न कर अभी फोन रख यार कल तुझे बताया था भाभी पटाई हे उसी को रात भर से चोद रहा हू अभी भी मेरे नीचे टांगे खोल कर पड़ी चुद्द रही है
पापा - यार मजे कर रहा है, आज तूने वादा किया है रात को वीडियो पर उस की चूदाई दिखयागा
अंकल - हां में फोन करूंगा अब रख और मुझे तेरी भाभी चोदने दे
मम्मी रुआंसी हो गई, ये क्या कर रहे हो आप इन के सामने उन की बीबी चोदोगे तो वो मुझे छोड़ देंगे क्यों मेरा घर उजाड़ रहे हो चोद तो रहे हो मुझे फिर छोड़ दिया तो क्या करूंगी
अंकल बोले मेरी जान छोड़ देगा तो हम रख लेंगे , फार्म हाउस पर रह लेना सब की साझा बीबी बन कर, वहा अकेले में हमारे अलावा कोई नहीं आता कपड़े भी मत पहना नंगी रहना सुबह श्याम कोई न कोई आ कर चोदता रहेगा तुम्हे
मम्मी की आंखों में आसूं आ गए तब अंकल बोले अच्छा मेरी जान चिंता एमटी करो कुछ करता हु पर लाइव दो दिखाना होगा दोस्त है हमारा, तुम्हारा मुंह नही दिखाएंगे और यहां नही मेरे दोस्त के घर ले चलते हे तुम्हे वो अभी अकेला है उस से भी चुद्ववा लेना पांच लंड लेती हो एक और सही
चलो अब मुझे घर जाना है तुम आराम करो शाम को आएंगे
सभी उठ गए थे उन्होंने एक एक बार मम्मी को चोदा और चले गए
मम्मी भी फ्रेश हो कर खाना खा कर तैयार हो कर सो गई
आगे की कहानी अगली पोस्ट में ------
 

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