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LEVEL 9
310 XP
उस समय में बी. ए. फास्ट ईयर में पढ़ रहा था । में स्मार्ट और स्लिम हैंडसम लड़का था उस वक्त । और मेरी गर्लफ्रेंड थी रितिका मेरे साथ ही पढ़ती थी । वो खूबसूरत थी जीरो फिगर की पतली कमर मस्तानी चाल गोरी चित्ती पहली नजर में उसकी आखें देख कर मुझे प्यार हो गया था । में पढ़ाई में अच्छा था वो भी पढ़ाई में अच्छी थी तो हम दोनो की दिल मिले और हम दोनो को प्यार हो गया । 6 महीने तक तो हम सिर्फ किसिंग से ही और जिस्मों पर हाथ फेरना इतना ही करते थे । वो जवान थी आग दोनो तरफ लगी हुई थी मैने काफी सिड्यूस किया उसके बाद वो मानी सेक्स के लिए ।
हमने बस किसी तरह 4 बार सेक्स कर लिया था । आगे भी करना चाहते थे लेकिन मौका नही मिल रहा था । एक दिन हमारे कॉलेज से पिकनिक की आयोजित हुआ। हमने प्लान बनाया की हम पिकनिक पर ही सेक्स करेंगे।
हम पिकनिक पर गए हमारी कॉलेज की लगभग सारे स्टूडेंट और प्रोफेसर सब गए हुए थे । रितिका और में बोहोत एक्साइटेड थे और हम दोनो चुपके से जंगल में गए और घने झाड़ियों के बीच कोई अचनी से ना देखने वाला जगह पर हम दोनो एक दूसरे लिपट गए । रितिका जींस और टॉप पहनी हुई थी ।
एक दूसरे को चूमने लगे में उसकी जींस की बॉटम खोलने लगा । रितिका की सांस उखड़ी हुई थी ।
" बेबी पूरे कपड़े मत उतारो रिस्की है। "
" जान पेंट तो उतरना ही होगा "
चूमते चूमते उसकी मुलायम चूची दवाते हुए उसकी जींस उतार दी और पेंटी भी उतार दी । में उसे घास पर लिटा कर उसकी चिकनी चूत चूसने लगा पर उसने मना किया " बाबू नहीं इतना टाइम नहीं हे जल्दी करो "
मैने जल्दी से अपना जींस उतारा चड्डी भी उतार कर अपने खड़े लन्ड पर कंडोम चढ़ा कर धीरे धीरे से रितिका की पनिया रसीली चूत पर घुसाने लगा ।
रितिका मुझे अपनी ऊपर खींच लेती है " आह बेबी आराम से उम्म्ह्ह्ह "
में रितिका की पतली होठ चूसते हुए चोदने लगा रितिका मस्ती में धीरे धीरे सिसकियां लेने लगी ।
तभी अचानक आहत सुनाई दिया हम हड़बड़ा कर उठ गए और कपड़े पहनने की कशिश करने लगे पर देर हो चुकी थी । हमारे सामने हमारे कॉलेज की सबसे पॉपुलर लड़का अभय खड़ा था उसके हाथ में मोबाइल था उसने हमारा कांड पूरा रिकॉर्ड कर लिया था । वो कॉलेज का gs भी था और पॉलिटीशियन बैकराउंड से था सभी स्टूडेंट डरते थे ।
अभय ने कहा " अच्छा तो यहां ये सब चल रहा है। नही नहीं कपड़े पहन के करोगे क्या सब तो देख लिया मैने अब ये वीडियो ट्रस्टी के पास जाएगी फिर तुम दोनो को खेर नही रेस्टिकेट होना तो पक्का हे क्या पता कही दूसरे कॉलेज में भी एडमिशन ना मिले और जब ये वीडियो तुम दोनो की पेरेंट्स को मिलेगा तो क्या होगा सोचा " वो हसने लगा ।
रितिका और में बोहोत दर गए अंजाम सोच के कांप उठे हम । अभय के आगे हम गिरगिराने लगे ।
" नही भैया ऐसा मत करो में बरबाद हो जाऊंगी माफ कर दो "
" भाई प्लीज ऐसा मत करो हम सच्चा प्यार करते हैं "
रितिका तो अभय का पेड़ पकड़ने लगी । रोने लगी वो मेरी भी वैसा ही हाल था कुछ ।