Member
LEVEL 9
310 XP
हमारा खानदानी ब्यापर था जवारत बेचने का पुरखो से चली आ रही है । हमारा एक जावारत का होलेशेल भी है जो की में शंभलता था दिन भर बैठा रहता था हिसाब देखता था बिल्कुल कोने में मेरा डेक्स था जब मर्जी सेक्स स्टोरी पढ़ता रहता था पोर्न देखता रहता था अपनी क्रेडिट कार्ड का भारी भड़कम बिल तो मेरी पोर्न वेबसाइट की सनक्रिब्शन और रेंट लेने में आ जाता था । मेरा नाम रोहित हे उम्र 23 साल काल 4 महीने मेरी शादी हुई है जिसका नाम रूहानी है जो एक सुंदर परी है में उससे बोहोत प्यार करता हूं वो भी करती है लेकिन उससे मेरा एक दिन बोहोत बड़ा जगरा हो गया और वो गुस्से में मायके चली गई । घर पर बबल मच गया पूरे घर वाले मुझे ही दोष दे रहा है मैने ही कुछ किया उसे बुरा भला कहा होगा । मगर असल कारण कोई नही जानता था सायद उसने भी नही बताई होगी मायके में अब तक ।
खाता पीता घर का था सुंदरता में कोई कमी भी नही था मुझसे अच्छी बॉडी सौदी बना ली इतना भी नही लेकिन हैंडसम हंक का टाइटल मिला था कॉलेज में । पढ़ाई था एक नंबर का गधा तो घरवालों को पता चला इसका पढ़ाई में कुछ नही होने वाला घरवालों ने काम पकड़ा और शादी करवा दी और बेटा अब पुस्तानी दुकान संभाल । एक लौटा औलाद था में सबसे छोटा सबसे लाडला । ताऊ चाचा ये सब भी थे उनके परिवार भी थे लेकिन उनके बेटे बेटी पढ़ाई में आब्बोल थे कोई पायलट भी गया कोई आईएएस की तैयारी कर रहा है कोई स्टेट में फास्ट आ कर नाम रोशन कर रहा था । दादा दादी भी थे बड़ा परिवार था हांडी में खाना बनता था ।
तो कारण ये था मेरी रूहानी मेरी रूह को छोड़ के चले जाने कारण मेरा बड़ा लन्ड । पता नही किसी पुण्य का वरदान मिला था या पाप का जब में 18 साल का था तब मेरा लन्ड भी आम इंसान की तरह ही साधारण था लेकिन फिर अचानक कूची दिनो में मेरा बढ़ गया इतना बढ़ा गया की 11 इंच का हो गया एक हाफ लीटर बॉटल जितना बड़ा लंबा मोटा हो गया । में खुश था की मेरा लन्ड बड़ा है मेरी बीवी खुश रहेगी। और में ऐसा था की में कुछ करने से पहले सोचता नही था जो दिल में कर देता था । बचपन से जो चाहा वो मुझे मिला है सायद इसका बुरा असर पड़ा मुझमें ।
रूहानी की बुर में जब में अपना लन्ड गहराई में उतारने की कशिश करता तो बुरी तरह दर्द में तिलमिला जाति और मुझे नोच के धकेल के दूर करती । वो कहती थी आधा डाल के करो लेकिन मुझे मजा आता था पूरा डाल के गहराई में उतर के लंबी लंबी धक्का मारने में । बस इसी बात को ले कर कहा सुनी होती रहती थी हमारी और एक दिन मैने कुछ ज्यादा जबरदस्ती की तो वो गुस्सा हुई और चली मायके।।।।।
खाता पीता घर का था सुंदरता में कोई कमी भी नही था मुझसे अच्छी बॉडी सौदी बना ली इतना भी नही लेकिन हैंडसम हंक का टाइटल मिला था कॉलेज में । पढ़ाई था एक नंबर का गधा तो घरवालों को पता चला इसका पढ़ाई में कुछ नही होने वाला घरवालों ने काम पकड़ा और शादी करवा दी और बेटा अब पुस्तानी दुकान संभाल । एक लौटा औलाद था में सबसे छोटा सबसे लाडला । ताऊ चाचा ये सब भी थे उनके परिवार भी थे लेकिन उनके बेटे बेटी पढ़ाई में आब्बोल थे कोई पायलट भी गया कोई आईएएस की तैयारी कर रहा है कोई स्टेट में फास्ट आ कर नाम रोशन कर रहा था । दादा दादी भी थे बड़ा परिवार था हांडी में खाना बनता था ।
तो कारण ये था मेरी रूहानी मेरी रूह को छोड़ के चले जाने कारण मेरा बड़ा लन्ड । पता नही किसी पुण्य का वरदान मिला था या पाप का जब में 18 साल का था तब मेरा लन्ड भी आम इंसान की तरह ही साधारण था लेकिन फिर अचानक कूची दिनो में मेरा बढ़ गया इतना बढ़ा गया की 11 इंच का हो गया एक हाफ लीटर बॉटल जितना बड़ा लंबा मोटा हो गया । में खुश था की मेरा लन्ड बड़ा है मेरी बीवी खुश रहेगी। और में ऐसा था की में कुछ करने से पहले सोचता नही था जो दिल में कर देता था । बचपन से जो चाहा वो मुझे मिला है सायद इसका बुरा असर पड़ा मुझमें ।
रूहानी की बुर में जब में अपना लन्ड गहराई में उतारने की कशिश करता तो बुरी तरह दर्द में तिलमिला जाति और मुझे नोच के धकेल के दूर करती । वो कहती थी आधा डाल के करो लेकिन मुझे मजा आता था पूरा डाल के गहराई में उतर के लंबी लंबी धक्का मारने में । बस इसी बात को ले कर कहा सुनी होती रहती थी हमारी और एक दिन मैने कुछ ज्यादा जबरदस्ती की तो वो गुस्सा हुई और चली मायके।।।।।