में राजेश पांडे और मेरी पत्नी शालिनी पांडे । हम दोनो ही रिटायर्ड लाइफ जी रहे है । बहु बेटे और बेटी को अपनी ससुराल छोड़ के हम अपने स्थानियों शहर के पुराने मौकन पर रहने आ गए । हमारे बच्चे कमियां थे अपने पेड़ो पर खड़े हो चुके थे किसी बात की हमे अब शिंता नही थी।
दो दिन बाद शालिनी का 50 वा जन्मदिन आ रहा था । आज सुबह से बोहोत तेज बारिश हो रही थी । शालिनी किचन मे नाश्ता बना रही थी वो साधे मैक्सी पहन रखी थी । में लुंगी में था में किचेन जा कर शालिनी को पीछे से बाहों में ले कर उनकी ठोस झूलती हुई बड़ी चूचियों को हल्का दबा कर उनकी गालों को चूम कर " सुप्रभात मेरी धर्म पत्नी"
शालिनी मुस्कुराई " सुप्रभात मेरे बच्चो के पापा और थोड़ी देर सोते तो सीधा लंच ही मिल जाता "
" हैहेहै बड़ी ताना मारती हो मेरी प्यारी रैंडी " में उसे जोरों से बाहों में कस लेता हूं
" उम्म्ह ब्रश तो कर के आइए मेरे चोदू जी । छोड़ो नाश्ता बनाने दो मुझे " वो कसमसाई ।
में उसके खुले बालों को जो थोड़े गीले थे उनको उसकी पीठ से हटा कर मखमली पीठ चूम कर उससे पूछा " जन्मदिन पर क्या उपहार चाहिए मेरी प्यारी "
वो ठूंडी पर उंगली रख के सोचने लगी ", उम्मम क्या चाहिए । कुछ नहीं आप हो मेरे पास वोही बोहोत हे "
" ऐसे कैसे कुछ नही चाहिए कुछ तो मांगो इतने प्यार और सिद्धत से गिफ्ट देना चाहता हूं तुम हो की कुछ नहीं चाहिए कैसी बीवी हो भाई तुम बीवियां इसी मौके कि तलाश में रहती है और तुम ",
शालिनी मुस्कुराई " इस उम्र में और क्या चाहिए सजने संवरने की उम्र तो गई बस बचा कुछा दिन आपकी बाहों में जीने दो "
" नहीं कुछ तो मांगना होगा तुम्हे बोलो ना मेरी प्यारी "
शालिनी कुछ सोच के मेरी तरफ घूम के मेरे गले में बाहें डाल कर बोली " अच्छा एक चीज मांग सकती हूं उम्मम् "
" हा मांगो ना "
शालिनी शर्मीली नजाकत की अंदाज में बोली " वो पावर वाली कुछ स्ट्रॉन्ग वायग्रा ले आना एक घण्टे तक आप मेरी गुफा की मालिश करना """
शालिनी शर्माने लगी मुझे बोहोत खुशी हुई और उसे छेड़ने लगा " अच्छा ठीक है जैसा तुम चाहोगी वैसा ही होगा "
शालिनी बोली " आप भूल गए बच्चे भी तो आयेंगे ना उनको मेरा जन्मदिन हमेशा याद रहता है आपका ही केबल याद नही रहता आपको खरूस समझते है हीहीही "
" उसकी टेंशन मत लो बच्चो को बोल दूंगा की हम दोनो तुम्हारा जन्मदिन मनाने कही घूमने गए है वो लोग इस बार मत आए क्यू की हम दोनो अकेला मनाने चाहते हे "
दो दिन बाद शालिनी का 50 वा जन्मदिन आ रहा था । आज सुबह से बोहोत तेज बारिश हो रही थी । शालिनी किचन मे नाश्ता बना रही थी वो साधे मैक्सी पहन रखी थी । में लुंगी में था में किचेन जा कर शालिनी को पीछे से बाहों में ले कर उनकी ठोस झूलती हुई बड़ी चूचियों को हल्का दबा कर उनकी गालों को चूम कर " सुप्रभात मेरी धर्म पत्नी"
शालिनी मुस्कुराई " सुप्रभात मेरे बच्चो के पापा और थोड़ी देर सोते तो सीधा लंच ही मिल जाता "
" हैहेहै बड़ी ताना मारती हो मेरी प्यारी रैंडी " में उसे जोरों से बाहों में कस लेता हूं
" उम्म्ह ब्रश तो कर के आइए मेरे चोदू जी । छोड़ो नाश्ता बनाने दो मुझे " वो कसमसाई ।
में उसके खुले बालों को जो थोड़े गीले थे उनको उसकी पीठ से हटा कर मखमली पीठ चूम कर उससे पूछा " जन्मदिन पर क्या उपहार चाहिए मेरी प्यारी "
वो ठूंडी पर उंगली रख के सोचने लगी ", उम्मम क्या चाहिए । कुछ नहीं आप हो मेरे पास वोही बोहोत हे "
" ऐसे कैसे कुछ नही चाहिए कुछ तो मांगो इतने प्यार और सिद्धत से गिफ्ट देना चाहता हूं तुम हो की कुछ नहीं चाहिए कैसी बीवी हो भाई तुम बीवियां इसी मौके कि तलाश में रहती है और तुम ",
शालिनी मुस्कुराई " इस उम्र में और क्या चाहिए सजने संवरने की उम्र तो गई बस बचा कुछा दिन आपकी बाहों में जीने दो "
" नहीं कुछ तो मांगना होगा तुम्हे बोलो ना मेरी प्यारी "
शालिनी कुछ सोच के मेरी तरफ घूम के मेरे गले में बाहें डाल कर बोली " अच्छा एक चीज मांग सकती हूं उम्मम् "
" हा मांगो ना "
शालिनी शर्मीली नजाकत की अंदाज में बोली " वो पावर वाली कुछ स्ट्रॉन्ग वायग्रा ले आना एक घण्टे तक आप मेरी गुफा की मालिश करना """
शालिनी शर्माने लगी मुझे बोहोत खुशी हुई और उसे छेड़ने लगा " अच्छा ठीक है जैसा तुम चाहोगी वैसा ही होगा "
शालिनी बोली " आप भूल गए बच्चे भी तो आयेंगे ना उनको मेरा जन्मदिन हमेशा याद रहता है आपका ही केबल याद नही रहता आपको खरूस समझते है हीहीही "
" उसकी टेंशन मत लो बच्चो को बोल दूंगा की हम दोनो तुम्हारा जन्मदिन मनाने कही घूमने गए है वो लोग इस बार मत आए क्यू की हम दोनो अकेला मनाने चाहते हे "